दिल्ली-गुरुग्राम का सफर 2 टनल से हुआ आसान; कितना बचेगा टाइम, किन इलाकों को फायदा
दिल्ली आने-जाने के लिए अब दिल्ली-जयपुर एक्सप्रेसवे के सिरहौल बॉर्डर पर जाम में फंसना नहीं पड़ेगा। द्वारका एक्सप्रेसवे से होते हुए अब धौला कुआं और दिल्ली एयरपोर्ट जा सकते हैं। वाहन चालकों को अब खेड़की दौला टोल प्लाजा से दिल्ली एयरपोर्ट तक पहुंचने में काफी सहूलियत मिलेगी।

एनएच-48 पर बनाई गई टनल से दिल्ली-गुरुग्राम के बीच सफर आसान होने जा रहा है। द्वारका एक्सप्रेसवे पर बनी टनल और दिल्ली एयरपोर्ट से गुरुग्राम के बीच सफर के लिए बनाई गई टनल को गुरुवार को एक साथ ट्रायल के लिए खोल दिया गया। एनएचएआई की ओर से दोनों टनल पर दोपहर 12 से 3 बजे तक ट्रायल किया गया, जो पहले दिन बेहद सफल रहा। इसके खुलने से एनएच-48 के अलावा, द्वारका और एयरपोर्ट आने-जाने वाले लोगों को सफर जाम मुक्त होगा।
बता दें कि एनएचएआई की ओर से दिल्ली-गुरुग्राम के बीच जाम की समस्या को खत्म करने के लिए द्वारका एक्सप्रेसवे टनल (3.5 किलोमीटर) एवं आईजीआई एयरपोर्ट-गुरुग्राम (2.5 किलोमीटर) के बीच टनल बनाई गई हैं। इन दोनों टनलों पर 10 दिन के लिए ट्रायल शुरू किया गया है, जिसमें दोपहर 12 से 3 बजे के बीच वाहनों की आवाजाही शुरू की गई है।
इस समय अवधि को आने वाले दिनों में बढ़ाया जाएगा। ट्रायल के दौरान अगर किसी प्रकार की कमी सामने आती है तो उसे दूर किया जाएगा। वहीं 10 दिन के ट्रायल में अगर कोई कमी नजर नहीं आती है तो दोनों टनलों को 10 दिन बाद जनता के लिए पूरी तरह से खोल दिया जाएगा।

नई दिल्ली रेंज के ट्रैफिक डीसीपी ने गुरुवार को खुलने वाली दोनों टनल का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि इनके खुलने से एयरपोर्ट की तरफ से आने वाले 35 फीसदी वाहन अब एनएच-48 पर नहीं आकर सीधे टनल से गुरुग्राम की तरफ चले जाएंगे। इसी तरह गुरुग्राम से आने वाले वाहन भी दिल्ली के क्षेत्र में एनएच-48 पर आने की जगह सीधे टनल के रास्ते एयरपोर्ट पहुंचेंगे। आईजीआई एयरपोर्ट के पास बनी टनल से वाहन चालक द्वारका की तरफ भी जा सकेंगे जिससे पालम की तरफ वाहनों का दबाव कम होगा।
टनल में नहीं जाएंगे पेट्रोल-गैस के टैंकर: टनल में पेट्रोल, केमिकल या गैस आदि के टैंकरों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। इसके लिए दोनों ही तरफ टनल से 150 मीटर पहले सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। कंट्रोल रूम में ऐसे टैंकर को देखते ही तुरंत अलर्ट जारी किया जाएगा और टनल का बैरिकेड बंद हो जाएगा। इस टनल में दुपहिया वाहनों का प्रवेश भी प्रतिबंधित रखा गया है।
आग से निपटने के बेहतर इंतजाम
द्वारका एक्सप्रेसवे पर बनी टनल के भीतर आग से निपटने के लिए भी बेहतर इंतजाम किए गए हैं। अगर इसके भीतर आग लगती है तो वहां मौजूद उपकरण से आग बुझाने के केमिकल का छिड़काव शुरू हो जाएगा। सूत्रों ने बताया कि टनल के भीतर 60 डिग्री से ज्यादा तापमान होने पर यह केमिकल छिड़काव अपने आप होने लगेगा। इससे मानव शरीर पर कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ेगा।
पूरी टनल सीसीटीवी से लैस
टनल में वाहन चालकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कई विशेष बंदोबस्त किए गए हैं। पूरी टनल के भीतर जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और कंट्रोल रूम से इसकी निगरानी की जा रही है। इसके भीतर इमरजेंसी कॉल के लिए टेलीफोन की सुविधा मौजूद है। इसके अलावा इमरजेंसी के लिए अनाउसमेंट की सुविधा भी रखी गई है।
सफर | पहले लगता था समय | अब लगेगा समय |
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गुरुग्राम सेक्टर-100 से आईजीआई एयरपोर्ट | 50 मिनट | 20 मिनट |
धौला कुआं से गुरुग्राम सेक्टर-100 | 75 मिनट | 40 मिनट |
आईजीआई एयरपोर्ट से रजोकरी | 40 मिनट | 15 मिनट |
दिल्ली जाने वालों को सिरहौल बॉर्डर पर जाम से राहत मिलेगी
दिल्ली आवागमन के लिए अब दिल्ली-जयपुर एक्सप्रेसवे के सिरहौल बॉर्डर पर जाम में फंसना नहीं पड़ेगा। द्वारका एक्सप्रेसवे से होते हुए अब धौला कुआं और दिल्ली एयरपोर्ट जा सकते हैं। वाहन चालकों को अब खेड़की दौला टोल प्लाजा से दिल्ली एयरपोर्ट तक पहुंचने में काफी सहूलियत मिलेगी।
मौजूदा समय में जयपुर से दिल्ली की तरफ आ रहे वाहन चालकों को दिल्ली-जयपुर हाईवे पर सिरहौल बॉर्डर के समीप यातायात जाम में फंसना पड़ता है। सुबह और शाम के समय तो इस जाम से वाहन निकलने में 30 से लेकर 45 मिनट तक लग जाते हैं। इस हाईवे पर दौड़ रहे वाहन अब द्वारका एक्सप्रेसवे का प्रयोग करते हुए धौला कुआं और दिल्ली एयरपोर्ट की तरफ जा सकते हैं।
वहीं, दूसरी तरफ ओल्ड गुरुग्राम में विकसित कॉलोनियां और सेक्टर-68 से लेकर 115 तक विकसित क्षेत्रों के निवासी दिल्ली एयरपोर्ट या धौला कुआं जाने के लिए द्वारका एक्सप्रेसवे पर नवनिर्मित टनल का प्रयोग करते हुए धौला कुआं और एयरपोर्ट की तरफ जा सकते हैं। एनएचएआई अधिकारियों का दावा है कि द्वारका एक्सप्रेसवे के पूर्णतया शुरू होने के बाद दिल्ली-जयपुर हाईवे पर ट्रैफिक का दबाव कम हो जाएगा।
वाहन चालकों को राहत मिलेगी। उनके मुताबिक यह एक्सप्रेसवे गुरुग्राम, वसंत कुंज, द्वारका, अलीपुर जैसे प्रमुख क्षेत्रों के बीच यातायात प्रवाह को सुव्यवस्थित करने में मदद करेगा। गुरुग्राम, फरीदाबाद और मानेसर से सोनीपत, पानीपत और चंडीगढ़ जैसे उत्तरी गंतव्यों की तरफ यातायात की आवाजाही को सुविधाजनक बनाएगा।
टनल के अंदर कितनी होगी स्पीड : इस टनल में वाहनों की रफ्तार को निर्धारित कर दी गई है। 80 किमी प्रति घंटा के हिसाब से हलके वाहन दौड़ेंगे, जबकि 60 किमी प्रति घंटा के हिसाब से भारी वाहन दौड़ेंगे। टनल के अंदर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। यदि कोई वाहन तेज रफ्तार दौड़ता है तो उसका ऑनलाइन चालान हो जाएगा। वाहन चालकों से अपील है कि वह नियमों का पालन करें।
टनल की खासियत
इस टनल में एनएचएआई की तरफ से इमरजेंसी एग्जिट भी बनाए गए हैं। यदि टनल के अंदर सड़क हादसा हो जाता है तो इमरजेंसी एग्जिट से वाहनों को वापस मोड़ा जा सकता है।
स्थानीय लोग बोले, आवागमन बेहतर होगा
इम्पीरियल गार्डन सोसाइटी, सेक्टर-102 आरडब्ल्यूए के उपप्रधान सुनील सरीन का कहना है कि द्वारका एक्सप्रेसवे की इस टनल के शुरू होने का लंबे समय से इंतजार था। दिल्ली एयरपोर्ट आवागमन के लिए अब रास्ता सुगम हो जाएगा। राइजिंग होम्स सोसाइटी, सेक्टर-92 आरडब्ल्यू के प्रधान प्रवीण मलिक का कहना है कि इससे आवागमन आसान हो जाएगा।
अयोध्या में राम मंदिर की कलाकृत्ति टनल में
देश की सबसे चौड़ी इस टनल में 36 राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों की संस्कृति से जुड़ी कलाकृतियां हैं, जो इसे बेहतरीन बना रही हैं। ये कलाकृतियां भारत भाग्य विधाता की अवधारणा के तहत बनाई हैं। इसमें अयोध्या के राम मंदिर की कलाकृत्ति भी बनाई गई है। समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के कारण यह टनल एक बेहतर उदाहरण बन गई है।