ये जो भगोड़ी औरत है, उसके लिए रेड कार्पेट बिछा दिया; तस्लीमा नसरीन को अबू आजमी ने खूब सुनाया
कोलकाता पुलिस ने बताया, ‘शर्मिष्ठा पनोली और उसके परिवार को कानूनी नोटिस थमाने की कई कोशिशें की गईं, लेकिन वे लापता हो गए। इसके बाद पुलिस ने मामला अदालत में रखा, जहां से गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ था।'

सपा विधायक अबू आजमी ने निर्वासित बांग्लादेशी लेखिका तस्लीमा नसरीन को शनिवार को खूब सुनाया। उन्होंने कहा, 'ये जो भगोड़ी औरत है तस्लीमा नसरीन, उसके लिए इस देश में रेड कार्पेट बिछाया जा रहा है। मगर, उसे कोई मुल्क रखने के लिए तैयार नहीं है।' इंस्टाग्राम इंफ्लुएंसर शर्मिष्ठा पनोली की गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया देते हुए आजमी ने यह बयान दिया। उन्होंने कहा, 'मैंने संसद में भी 50 बार कहा है, जब कोई धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाता है या इस देश के महत्वपूर्ण लोगों, जैसे छत्रपति शिवाजी महाराज, महात्मा गांधी या डॉ. भीमराव आंबेडकर का अपमान करता है तो इससे कानून और व्यवस्था की स्थिति खराब होती है।'
अबू आजमी ने निशाना साधते हुए कहा, 'हमारी महाराष्ट्र सरकार अलग है। जब एमएफ हुसैन ने देवी-देवताओं की तस्वीरें बनाईं, जिससे हिंदू भाइयों को लगा कि उनकी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंच रही है तो उनके खिलाफ इतने एफआईआर दर्ज हुए कि उन्हें भारत छोड़कर भागना पड़ा। वह इतने मशहूर थे कि कतर ने उन्हें नागरिकता दे दी और वहीं पर उनका इंतकाल हुआ।' उन्होंने कहा कि छत्रपति शिवाजी की मां के खिलाफ अपमानजनक शब्द कहे गए तो पुणे की लाइब्रेरी में तोड़फोड़ की गई। तस्लीमा नसरीन जैसी भगोड़ी महिला, जो धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाती है उसके लिए रेड कार्पेट बिछाई जाती है।
अबू आजमी ने कानून बनाने की रखी मांग
सपा विधायक अबू आजमी ने कहा कि ऐसे लोगों के खिलाफ एक कानून बनना चाहिए, जिसमें कम से कम 10 साल की सजा का प्रावधान हो। इन लोगों को जमानत नहीं मिलनी चाहिए। बता दें कि कोलकाता पुलिस ने सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक टिप्पणियों वाला वीडियो अपलोड करने के आरोप में इंस्टाग्राम पर सक्रिय महिला इंफ्लुएंसर को गिरफ्तार किया है। इसकी पहचान शर्मिष्ठा पनौली के रूप में हुई, जो पुणे की लॉ यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रही है। पनोली ने सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट कर बॉलीवुड कलाकारों पर 'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर चुप्पी साधने का आरोप लगाया था। इस वीडियो को लेकर कई लोगों ने आपत्ति जताई थी। सोशल मीडिया पर उसे ट्रोल किया गया और धमकी भरे संदेश भी भेजे गए। इसके बाद महिला ने वीडियो हटा लिया और माफी मांगी, लेकिन तब तक कोलकाता में उसके खिलाफ शिकायत दर्ज हो चुकी थी।