नितेश राणे ने हिंदी समाचार चैनल से बातचीत में कहा, 'आपको उद्धव ठाकरे से पूछना चाहिए कि क्या उन्होंने मनसे के साथ हाथ मिलाने से पहले रश्मि ठाकरे की अनुमति ली है। ऐसे फैसलों में उनकी राय अधिक मायने रखती है।'
नासिक में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा है कि भाजपा झूठी खबरें फैला रही है कि उनकी पार्टी ने हिंदुत्व की विचारधारा त्याग दी है। ठाकरे ने भाजपा पर कई मुद्दों को लेकर निशाना साधा।
पार्टी ने कहा, ‘लोकसभा चुनाव के बाद इंडिया गठबंधन की स्थिति क्या है, इस पर सवाल उठ रहे हैं। कांग्रेस को अपने अहमदाबाद अधिवेशन में इस पर विचार करना चाहिए था।’
शिवसेना नेता संजय निरुपम ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए रविवार को ‘दंगा’ भड़काने की कोशिश करने वाले ‘जिहादियों’ के घरों को बुलडोजर से गिराने की मांग की।
शिवसेना शिंदे गुट के युवा नेता ने कुणाल कामरा को लेकर कहा, ‘मुंबई उनका कर्मभूमि रही है और यहीं से उन्होंने कमाया है। अब वह खुद को मद्रासी बता रहे हैं। उनसे यह पूछना चाहिए कि कोविड का वैक्सीन कहां पर लिया था?’
कुणाल कामरा पर हमला बोलते हुए महाराष्ट्र के मंत्री ने कहा कि उसने शिंदे, सीतारमण, पीएम मोदी के बारे में गलत शब्द इस्तेमाल किए। सुप्रीम कोर्ट पर भी गलत टिप्पणी की है। अब शिवसैनिकों का प्रसाद देने का समय आ गया है।
नारायण राणे ने कहा, 'जैसे ही उद्धव ठाकरे ने फोन लिया, मैंने कहा जय महाराष्ट्र। उन्होंने मुझसे पूछा कि क्या मैं अभी भी जय महाराष्ट्र कहता हूं, तो मैंने जवाब दिया कि मैं मरते दम तक जय महाराष्ट्र कहता रहूंगा।'
मंगलवार को फडणवीस ने कहा था कि फिल्म में मराठा राजा की सच्ची कहानी पेश की गई है और इसे देखने के बाद लोग 17वीं सदी के शासक औरंगजेब के प्रति बड़े पैमाने पर अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं।
उद्धव ने ने चुटकी लेते हुए कहा कि अगर भाजपा सरकार औरंगजेब की कब्र हटाना चाहती है तो जरूर हटाए लेकिन दो साथियों बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जरूर बुला ले।
महाराष्ट्र विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष अंबादास दानवे ने कहा, 'हमें अपनी आने वाली पीढ़ियों को यह बताने में सक्षम होना चाहिए कि औरंगजेब यहां आए थे और इसी भूमि पर उन्हें दफनाया गया था।'