Uddhav Thackeray says I parted ways with BJP not with Hindutva BJP Hindutva not mine हिंदुत्व को नहीं छोड़ा है पर भाजपा का ‘सड़ा हुआ’ संस्करण मंजूर नहीं: उद्धव ठाकरे, India Hindi News - Hindustan
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हिंदुत्व को नहीं छोड़ा है पर भाजपा का ‘सड़ा हुआ’ संस्करण मंजूर नहीं: उद्धव ठाकरे

  • नासिक में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा है कि भाजपा झूठी खबरें फैला रही है कि उनकी पार्टी ने हिंदुत्व की विचारधारा त्याग दी है। ठाकरे ने भाजपा पर कई मुद्दों को लेकर निशाना साधा।

Jagriti Kumari भाषा, नासिकThu, 17 April 2025 12:39 AM
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हिंदुत्व को नहीं छोड़ा है पर भाजपा का ‘सड़ा हुआ’ संस्करण मंजूर नहीं: उद्धव ठाकरे

शिवसेना (यूबिटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने बुधवार को कहा है कि उनकी पार्टी ने हिंदुत्व की विचारधारा का त्याग नहीं किया है लेकिन भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का हिंदुत्व का ‘सड़ा हुआ’ संस्करण उन्हें स्वीकार्य नहीं है। ठाकरे उत्तर महाराष्ट्र के नासिक में पार्टी के एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने यह भी कहा है कि अगर भाजपा छत्रपति शिवाजी महाराज का सचमुच सम्मान करती है तो केंद्र सरकार को उनकी जयंती पर देशव्यापी अवकाश घोषित करना चाहिए।

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने इस दौरान राज्य सरकार से भी कई मांगें की हैं। उद्धव ठाकरे ने कहा कि भाजपा की गठबंधन वाली सरकार को मुंबई में राजभवन परिसर को छत्रपति शिवाजी महाराज के स्मारक में बदल देना चाहिए और राज्यपाल आवास किसी अन्य स्थान पर स्थानांतरित कर देना चाहिए।

हमारे बिना नहीं हो पाता राम मंदिर का निर्माण

भाजपा से 2019 में अलग हो चुके उद्धव ठाकरे ने कहा कि अविभाजित शिवसेना के बिना भाजपा उस स्थिति में कभी नहीं पहुंच पाती कि अयोध्या में राम मंदिर बन सके। ठाकरे ने आरोप लगाया कि भाजपा ने झूठी अफवाहें फैलाईं कि शिवसेना ने हिंदुत्व के रास्ते को छोड़ दिया है। उद्धव ने कहा कि मुसलमानों ने उनकी पार्टी का समर्थन सिर्फ इसलिए किया, क्योंकि मुख्यमंत्री के तौर पर उन्होंने सभी के साथ समान व्यवहार किया।

भगवा रंग पार्टी की पहचान

ठाकरे ने कहा, ‘‘मैंने भाजपा से नाता तोड़ा है, हिंदुत्व से नहीं। मैं मर भी जाऊं तो भी हिंदुत्व नहीं छोड़ूंगा।’’ उन्होंने कहा कि शिवसेना के हिंदुत्व का मतलब राष्ट्रवाद है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मशाल पार्टी का चुनाव चिह्न हो सकता है लेकिन भगवा रंग इसकी पहचान है।

भाजपा ने फैलाया झूठ

बता दें कि भाजपा ने कई मौकों पर यह आरोप लगाए हैं कि ठाकरे ने उनका साथ छोड़ जब से कांग्रेस से गठबंधन किया है तब से हिंदू राष्ट्रवाद का परित्याग कर दिया है। इसके जवाब में शिवसेना (उबाठा) अध्यक्ष ने कहा, ‘‘मैं भाजपा के सड़े हुए हिंदुत्व की परिभाषा को स्वीकार नहीं करता।’’ ठाकरे ने कहा, ‘‘मुझे बताएं कि मैंने कहां हिंदुत्व को त्यागा है। यह एक झूठ है कि भाजपा एक हिंदुत्वादी पार्टी है।’’ उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा ने तेलुगू देशम पार्टी के साथ-साथ जनता दल (यूनाइटेड) के साथ भी गठबंधन किया है, जिसके प्रमुख नीतीश कुमार ने एक बार ‘‘आरएसएस मुक्त भारत’’ की मांग की थी।

सौगात-ए-मोदी पर भी कसा तंज

ठाकरे ने रमजान के दौरान ‘सौगात-ए-मोदी’ उपहार वितरित करने को लेकर भी भाजपा पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि यह बिहार में चुनावों को ध्यान में रखकर किया गया है जबकि महाराष्ट्र में इसी पार्टी ने ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ का नारा दिया था। उद्धव ने कहा कि जब 1992 में बाबरी मस्जिद को ध्वस्त किया गया था, तो भाजपा के अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी ने इसके लिए माफी मांगी थी, जबकि शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे ने कहा था कि अगर उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने ढांचा गिराया है तो उन्हें गर्व है।

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वक्फ संशोधन कानून के विरोध पर क्या बोले?

वहीं ठाकरे ने शिवसेना (यूबिटी) द्वारा वक्फ (संशोधन) विधेयक के खिलाफ मतदान किए जाने पर कहा कि उनकी पार्टी ने इस विधेयक का विरोध इसलिए किया है क्योंकि हिंदुत्व और वक्फ बोर्ड के बीच कोई संबंध नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने हाल ही में वक्फ संशोधन अधिनियम का विरोध कर चुकी ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) के साथ गठबंधन की घोषणा की है।