Historic Moment Sisters Salima and Mahima Tete Selected for Indian Women s Hockey Team Tour to Australia पहली बार एक साथ इंडिया टीम से हॉकी खेलेंगी सिमडेगा की दो बहनें, Simdega Hindi News - Hindustan
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पहली बार एक साथ इंडिया टीम से हॉकी खेलेंगी सिमडेगा की दो बहनें

सिमडेगा की सलीमा और महिमा टेटे पहली बार एक साथ भारतीय महिला हॉकी टीम के लिए चुनी गई हैं। सलीमा टीम की कप्तान होंगी। दोनों बहनों का खेल जीवन संघर्षपूर्ण रहा है। सीमित संसाधनों में बढ़ते हुए, वे हॉकी...

Newswrap हिन्दुस्तान, सिमडेगाThu, 17 April 2025 12:45 AM
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पहली बार एक साथ इंडिया टीम से हॉकी खेलेंगी सिमडेगा की दो बहनें

सिमडेगा। भारतीय महिला हॉकी के इतिहास में पहली बार एक साथ दो बहनें सलीमा टेटे और महिमा टेटे हॉकी खेलते हुए नजर आएंगी। दोनों बहनों का चयन हाल ही में ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए हुआ है। इसमें गौरव की बात यह है कि इस टीम का नेतृत्व भी बड़ी बहन और भारतीय टीम की कप्तान सलीमा टेटे करेंगी। बेटी सलीमा और महिमा सिमडेगा जिले के पिथरा बड़कीछापर गांव की रहने वाली है। देश को हॉकी के कई सितारे देने वाले सिमडेगा जिले की माटी से खेलकर बड़ी हुई बड़ी बहन सलीमा टेटे ओलंपिक तक का सफर तय कर चुकी है। साथ ही उन्‍हें अर्जुन अवार्ड से सम्‍मानित किया जा चुका है। जबकि छोटी बहन महिमा टेटे भारतीय जूनियर महिला हॉकी टीम की सदस्य रही हैं और हाल ही में उन्हें सीनियर राष्ट्रीय टीम के लिए ऑस्ट्रेलिया दौरे पर चुना गया है। अस्‍ट्रेलिया दौरे के लिए दो बहनों के अलावे अन्‍य तीन खिलाडि़यों का भी चयन किया गया है। जो न सिर्फ सिमडेगा बल्कि राज्‍य के लिए गौरव की बात है।

सीमित संसाधन में आगे बढ़ी है बेटी सलीमा और महिमा

सलीमा और महिमा की सफलता के पीछे संघर्ष की और अभावों की कहानी है। दोनों बहनों का खेल जीवन काफी संघर्षपूर्ण रहा। किसान परिवार में जन्म लेने के कारण संसाधन भी सीमित थे। परंतु खेल के प्रति बेमिसाल जज्बे ने सलीमा एवं महिमा को यहां तक पहुंचाया। मां सुभानी टेटे प्रावि बड़कीछापर में बतौर रसोइया का काम एवं उनके पिता सुलक्षण टेटे किसान होने के साथ-साथ स्थानीय स्तर पर एक अच्छे हॉकी खिलाड़ी भी रहे हैं। यहीं से सलीमा और महिमा को हॉकी का माहौल मिला।

दशकों पहले से हॉकी खेल में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाते आया है सिमडेगा

हॉकी की खान बन चुका सिमडेगा जिला आज से नहीं दशको पहले से हॉकी खेल में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाते आया है। 80 की दशक में सिलबानुस डुंगडुंग हो या माईकल किंडो, 2000 में सुमराय टेटे और असुंता लकडा, बिरेन्द्र लकडा जैसे हॉकी खिलाडियों ने अपनी प्रतिभा से सिमडेगा का परिचय दुनिया से कराया था। इसी कडी को आगे हुए सदर प्रखंड के बडकीछापर निवासी सलीमा टेटे लगातार देश विदेश में सिमडेगा के नाम का डंका बजा रही है। अब उनकी बहन महिमा टेटे सहित अन्‍य पांच खिलाड़ी भी सिमडेगा के नाम का डंका बजाने को तैयार है।

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