Ex-AAP leader Rajendra Pal Gautam appointed chairman of Congress SC department कांग्रेस ने बढ़ाया राजेंद्र पाल गौतम का कद, सौंप दिया यह बड़ा पद; AAP सरकार में रह चुके हैं मंत्री, Ncr Hindi News - Hindustan
Hindi Newsएनसीआर NewsEx-AAP leader Rajendra Pal Gautam appointed chairman of Congress SC department

कांग्रेस ने बढ़ाया राजेंद्र पाल गौतम का कद, सौंप दिया यह बड़ा पद; AAP सरकार में रह चुके हैं मंत्री

कांग्रेस ने दिल्ली के पूर्व मंत्री राजेंद्र पाल गौतम को अपने अनुसूचित जाति विभाग का नया अध्यक्ष नियुक्त किया है। दिल्ली में अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली ‘आप’ सरकार में मंत्री रहे राजेंद्र पाल गौतम ने पूर्व विधायक राजेश लिलोठिया की जगह ली है।

Praveen Sharma लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्ली। पीटीआईWed, 4 June 2025 02:21 PM
share Share
Follow Us on
कांग्रेस ने बढ़ाया राजेंद्र पाल गौतम का कद, सौंप दिया यह बड़ा पद; AAP सरकार में रह चुके हैं मंत्री

कांग्रेस ने दिल्ली के पूर्व मंत्री राजेंद्र पाल गौतम को अपने अनुसूचित जाति विभाग का नया अध्यक्ष नियुक्त किया है। दिल्ली में अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी (आप) सरकार में मंत्री रहे राजेंद्र पाल गौतम ने पूर्व विधायक राजेश लिलोठिया की जगह ली है। वह पिछले साल 6 सितंबर को कांग्रेस में शामिल हुए थे। वह दिल्ली के सीमापुरी से विधायक रह चुके हैं।

राजेंद्र पाल गौतम ने पिछले साल सितंबर महीने में हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले ‘आप’ से इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस पार्टी का हाथ थाम लिया था। उनकी नियुक्ति पार्टी द्वारा अपने सामाजिक न्याय एजेंडे को आगे बढ़ाने के बीच हुई है।

कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से बुधवार को जारी प्रेस रिलीज के अनुसार, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने राजेंद्र पाल गौतम को तत्काल प्रभाव से अनुसूचित जाति विभाग का अध्यक्ष नियुक्त किया है। कांग्रेस ने कहा कि पार्टी निवर्तमान अध्यक्ष राजेश लिलोठिया के योगदान की सराहना करती है।

पिछले साल कांग्रेस में शामिल हुए थे गौतम

दिल्ली की केजरीवाल सरकार में समाज कल्याण विभाग के पूर्व मंत्री रहे राजेंद्र पाल गौतम वह पिछले साल 6 सितंबर को कांग्रेस में शामिल हुए थे। अतीत में सीमापुरी विधानसभा सीट से जीतकर विधानसभा पहुंचे थे।

हिंदू देवी-देवताओं पर विवादित बयान देकर गंवाया था मंत्री पद

गौरतलब है कि, एक धर्मांतरण कार्यक्रम के दौरान उनकी उपस्थिति को लेकर सियासी तूफान खड़ा हो गया था, जिसमें हिंदू देवी-देवताओं के खिलाफ कथित तौर पर निंदाजनक टिप्पणियां की गई थीं। इसके बाद उन्होंने अक्टूबर 2022 में दिल्ली में समाज कल्याण मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था। बता दें कि, वह 2013 में दिल्ली के रामलीला मैदान में हुए अन्ना आंदोलन के दौरान अरविंद केजरीवाल के संपर्क में आए थे और फिर भ्रष्टाचार के खिलाफ उस राष्ट्रव्यापी आंदोलन से प्रभावित हुए बिना खुद को नहीं रोक सके।