राजकीय महिला महाविद्यालय पुन्हाना में उर्दू विषय की पढ़ाई शुरू करवाने के लिए ज्ञापन सौंपा
नूंह में सामाजिक कार्यकर्ताओं और अभिभावकों ने राजकीय महिला महाविद्यालय, पुन्हाना में बीए कोर्स में उर्दू विषय की पढ़ाई शुरू करने की मांग की है। उन्होंने महाविद्यालय के इंचार्ज को ज्ञापन सौंपा और कहा...

नूंह। सामाजिक कार्यकर्ताओं और अभिभावकों ने राजकीय महिला महाविद्यालय, पुन्हाना में बीए कोर्स में उर्दू विषय की पढ़ाई शुरू करवाने की मांग की है। इसके लिए अभिभावकों ने महाविद्यालय के इंचार्ज मुहम्मद अबरार को एक ज्ञापन सौंपा। जिस में मांग की गई है कि बीए कोर्स में उर्दू को एक विषय के रूप में प्रारंभ किया जाए। मुहम्मद इनाम बर्नी और मुहम्मद जुबेर ने कहा कि, बड़ी संख्या में छात्राएं स्कूली स्तर पर उर्दू विषय के साथ पढ़ाई करती हैं, किंतु महाविद्यालय स्तर पर उर्दू विषय उपलब्ध नहीं होने के कारण उन्हें आगे की शिक्षा में बड़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
कई बार छात्राएं उच्च शिक्षा से वंचित रह जाती हैं। अभिभावकों का कहना है उर्दू भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में मान्यता प्राप्त भाषाओं में शामिल किया गया है। अनुच्छेद 29 के तहत नागरिकों को अपनी भाषा, लिपि,और सांस्कृतिक को सुरक्षित रखने का अधिकार प्रदान किया गया है। जबकि अनुच्छेद 30 के तहत अल्पसंख्यक समुदायों को अपनी पसंद कि भाषा में शिक्षा संस्थान स्थापित करने और संचालित करने का भी अधिकार दिया गया है। जबकि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में भी मातृभाषा व स्थानीय भाषाओं में शिक्षा को प्राथमिकता देने की बात कही गई है। अभिभावकों व सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि उर्दू विषय को बीए पाठ्यक्रम में शामिल करने से छात्राओं को समान शिक्षा का अवसर प्राप्त होगा। इस अवसर पर मुहम्मद इनाम बर्नी, मुहम्मद जुबेर रावलकी, डॉक्टर माजिद मेवाती, मुफ़्ती आशिक झारोकडी, मास्टर आसिफ, मुहम्मद मुबारक मेवाती, मास्टर मुहम्मद अली बिसरू सहित काफी संख्या में लोग मौजूद थे।
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