खिलाड़ी की नई पौध तैयार करने वाला अजीत स्टेडियम बदहाल
-जूडो, कराटे, बॉक्सिंग के लिए स्टेडियम 22 साल पहले बना था -बिना देखभाल नहीं होने से के जर्जर हालत में पहुंच गया स्टेडियम -सवा सौ जूडो खिलाड़ियों को

गुरुग्राम। खिलाड़ियों की नई पौध तैयार करने वाला धनवापुर गांव में बना अजीत स्टेडियम बदहाल हो चुका है। देखभाल नहीं होने से स्टेडियम की इमारत जर्जर हालत में पहुंच गया है। दीवारों पर लगे शीशे टूटे पड़े है, पंखे टेढ़ हो चुके है। स्टेडियम परिसर में घुसते ही फैली गंदगी की बदबू, रेट से लेकर गिट्टी तक पड़ी है। इन असुविधाओं के बीच खिलाड़ी प्रशिक्षण लेने को मजबूर है। यहां के खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीते चुके हैं: जिला खेल विभाग की ओर से अजीत स्टेडियम में जूडो खेल नर्सरी संचालित हो रही है। स्टेडियम में अभावों के बीच प्रशिक्षण लेने वाले कई खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीते चुके है।
ओलंपिक तक जिले के खिलाड़ियों ने देश का प्रतिनिधित्व कर चुके है। बावजूद इसके स्टेडियम में खिलाड़ियों को बेहतर सुविधाएं नहीं मिल रही। स्टेडियम में जो मैदान है, वहां पर घास फूस उगा हुआ है। स्टेडियम में पीने के पानी व्यवस्था तक नहीं है। ऐसे में जूडो-कराटे के सौ से अधिक खिलाड़ी अभ्यास करते हैं। स्टेडियम परिसर में झाड़ियां उग चुकी हैं: खिलाड़ी मनीष, पवन, संजय, कर्मवीर, संदीप, रोहित का कहना है कि शासन और प्रशासन को जिले की प्रतिभाओं को निखारने के लिए अच्छे मैदान की व्यवस्था करनी चाहिए। रखरखाव के अभाव में अजीत स्टेडियम बदहाल पड़ा हैं। 22 साल पहले अजीत स्टेडियम बना था। लेकिन बिना देखरेख यह जर्जर हो चुका है। खिलाड़ियों ने कहा कि शीशे नहीं होने से ठंड से लेकर गर्मी में दिक्कते बनीं रहती है। स्टेडियम परिसर में झाड़ियां उग चुकी हैं और यहां पर श्रमिक व अन्य लोग झुग्गियां बनाकर रह रहे थे। इसके अलावा यहां पड़े मलबे की सफाई नहीं की जा रही है। खिलाड़ियों की शिकायतों को न तो खेल विभाग और न ही नगर निगम सुनवाई की। किससे करें शिकायत: खेल विभाग के कोच ने कहा कि हॉल में मैट लगाकर खिलाड़ियों को प्रशिक्षित करके जूडो-कराटे में तैयार किया जाता है। सुबह-शाम प्रशिक्षण के दौरान गंदगी से बदबू आती है। फिर भी खिलाड़ियों को प्रशिक्षण दिया जाता है। इस समस्या के बारे में किससे शिकायत करें। सालों से समस्याओं के बीच में प्रशिक्षण दिया जाता है। पंचायत ने जूडो-कराटे खेल के लिए बनाया था: अजीत स्टेडियम का निर्माण वर्ष 2003 में पंचायत ने किया था। लेकिन छोटे हॉल के अलावा कोई अन्य सुविधा नहीं थी। यहां पर सिर्फ जूडो, कराटे की प्रैक्टिस खिलाड़ी करते हैं। स्टेडियम की पुरानी बिल्डिंग की मरम्मत नहीं की जाती है। निगम दायरे में आने के बाद कभी सुध नहीं ली गई। पांच साल पहले नगर निगम की ओर से यहां पर निगम की ओर से बैडमिंटन, वॉलीबाल, टेनिस कोर्ट निर्माण, एथलीट ट्रैक बनाने की योजना बनीं थी। लेकिन योजना सिरे नहीं चढ़ने से खिलाड़ियों को भुगतना पड़ा रहा है। -अजीत स्टेडियम का रखरखाव नगर निगम के पास है। कई बार पत्र लिखने के बाद स्टेडियम में सुधार कार्य नहीं हुए। स्टेडियम की मरम्मत के लिए फिर से पत्र लिखा जाएगा। गिर्राज सिंह, उपनिदेशक खेल गुरुग्राम मंडल
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