जालसाजों को बैंक खाता मुहैया करवाने के आरोप में दो आरोपी गिरफ्तार
गुरुग्राम में पुलिस ने एक साइबर ठगी रैकेट का पर्दाफाश किया है। आरोपियों ने ऐप के माध्यम से निवेश का प्रलोभन देकर लाखों रुपये ठगे। दो आरोपी, जे. शिवराम और अनिल कुमार, गिरफ्तार किए गए हैं। उन्होंने...

गुरुग्राम,प्रमुख संवाददाता। ऐप के माध्यम से निवेश टास्क पूरा कर मोटे मुनाफे का प्रलोभन देकर ठगी करने वाले रैकेट का पर्दाफाश किया है। इस मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने साइबर ठगों को लाखों रुपये में बैंक खाते बेचे थे। साइबर अपराध पश्चिम थाना को एक जून को एक शिकायत दर्ज की गई थी, जिसमें ऐप के जरिए निवेश का झांसा देकर लाखों रुपये ठगने का आरोप था। सहायक पुलिस आयुक्त प्रियांशु दीवान के नेतृत्व में और निरीक्षक संदीप कुमार की पुलिस टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए गुरुवार को को गुरुग्राम से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया।
इनकी पहचान जे. शिवराम निवासी टोंडियारपेट, चेन्नई, तमिलनाडु और अनिल कुमार जोसेफ निवासी एर्नाकुलम, केरल के रूप में हुई है। पुलिस पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। ज्ञात हुआ है कि शिकायतकर्ता से ठगी गई एक लाख रुपये की राशि आरोपी जे. शिवराम के बैंक खाते में ट्रांसफर की गई थी। आरोपी जे. शिवराम ने एक फर्म के नाम पर अपने पांच से छह करंट बैंक अकाउंट खुलवा रखे थे। जे. शिवराम ने ये सभी बैंक खाते आरोपी अनिल कुमार को 25 लाख रुपये में बेचे थे। इसके बाद अनिल कुमार ने इन्हीं बैंक खातों को अपने किसी अन्य साथी या सीधे साइबर ठगों को 27 लाख रुपये में बेच दिया था। यह खरीद-फरोख्त स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि कैसे संगठित साइबर अपराध गिरोह अपनी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए फर्जी खातों का उपयोग करते हैं। पुलिस अनुसंधान और आरोपियों से पूछताछ में गुरुग्राम में साइबर ठगी की एक अन्य वारदात को अंजाम देने का भी खुलासा हुआ है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।