Gurugram s Sewer Cleaning Scandal Millions Spent Complaints Surge करोड़ों के टेंडर देने के बाद भी शहर में नहीं समाप्त हो रही सीवर की समस्या, Gurgaon Hindi News - Hindustan
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करोड़ों के टेंडर देने के बाद भी शहर में नहीं समाप्त हो रही सीवर की समस्या

गुरुग्राम नगर निगम में सीवर सफाई के नाम पर भारी गड़बड़ी हो रही है। करोड़ों के टेंडर के बावजूद, शहर में सीवर की शिकायतें बढ़ रही हैं। लोग सीवर के पानी से घरों में कैद हैं। अधिकारियों की लापरवाही और...

Newswrap हिन्दुस्तान, गुड़गांवWed, 14 May 2025 11:30 PM
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करोड़ों के टेंडर देने के बाद भी शहर में नहीं समाप्त हो रही सीवर की समस्या

गुरुग्राम, कार्यालय संवाददाता। नगर निगम गुरुग्राम में सीवर सफाई के नाम पर भारी गड़बड़ी की जा रही है। निगम की तरफ से करोड़ों के टेंडर निजी एजेंसियों को देने के बाद भी शहर में सीवर की शिकायतें कम होने की बजाय आए दिन बढ़ रही है। सीवर का पानी गलियों में भरा होने के कारण लोग घरों में कैद रहने को मजबूर हैं। बता दें कि नगर निगम गुरुग्राम ने मार्च माह में ही पुराने वार्ड के अनुसार 35 वार्डों में सीवर सफाई को लेकर करीब 25 करोड़ रुपये के टेंडर अलग-अलग एजेंसियों को जारी किए हैं। इनमें एजेंसियों को ऑपरेशन एंड मेंटिनेंस (ओएंडएम) के भी अलग-अलग टेंडर जारी किए गए थे।

इसमें सीवर मरम्मत और सीवर मैनहोल के ढक्कन बदलने का काम किया जाना था। इसके अलावा सीवर सफाई का काम सुपर सकर मशीनों से किया जाना था, लेकिन दो माह से निगम क्षेत्र में निजी एजेंसियों सीवर सफाई के नाम पर खानापूर्ति कर रही है। एक एजेंसी को छोड़कर अन्य एजेंसियों के पास पूरी मशीनरी तक नहीं है। आरोप है कि निगम अधिकारियों ने मिलीभगत करके बिना मशीनों वाली एजेंसियों को भी करोड़ों के टेंडर जारी कर दिए गए। अधिकारियों की इस लापरवाही का खामियाजा अब लोगों को भुगतना पड़ रहा है। ------------- - दस दिन से घरों में कैद रहने को मजबूर लोग राजेंद्रा पार्क की गोपी वाली गली में बीते दस दिन से सीवर का पानी गलियों में भरा पड़ा है। स्थानीय निवासी सुनील सैनी ने बताया कि उनकी गली में एक-एक फीट तक सीवर का पानी भरा हुआ है। लगातार निगम अधिकारियों को शिकायत की जा चुकी है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। दस दिन से गली के सैंकड़ों बच्चे स्कूल में इस सीवर के पानी के अंदर से होकर निकलने को मजबूर हैं। बुजुर्ग व बच्चे दस दिन से बाहर खेलने और घूमने नहीं जा पा रहे हैं। निगम अधिकारियों की लापरवाही के कारण लोग दस दिन से घरों में कैद रहने को मजबूर हैं। वहीं विष्णु गार्डन में बाल भारती स्कूल के पास एक माह से सीवर का पानी भरा हुआ है। वहीं जयविहार कॉलोनी में भी एक माह से ज्यादा समय से गली में सीवर का पानी भरा हुआ है। लगातार शिकायतों के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। ---------------- -खेड़कीदौला में एक माह से गलियों में भरा सीवर का पानी खेड़की दौला गांव में एक माह से ज्यादा समय से गांव की गलियों और सड़कों पर सीवर का पानी भरा हुआ है। गांव की यह हालात तब है जब निगम ने गांव के वार्ड 24 में सीवर सफाई के लिए करोड़ों रुपये के टेंडर निजी एजेंसी को सौंपे हुए हैं। स्थानीय निवासी महेश कुमार ने बताया कि नगर निगम की तरफ से सीवर सफाई के नाम पर लाखों रुपये की गड़बड़ी की जा रही है। गांव खेड़की दौला में सैंकड़ों बार शिकायत की जा चुकी है, लेकिन निगम की तरफ से एक बार भी सीवर सफाई का काम नहीं करवाया गया। इस कारण लोग घरों में कैद रहने को मजबूर हैं। ------------------ - यह संसाधन मौजूद भी, फिर समस्याओं का नहीं समाधान नगर निगम द्वारा शहर में सीवर सफाई को लेकर वार्ड अनुसार ऑपरेशन एंड मेटिंनेंस का अलग-अलग टेंडर जारी किए हुए हैं। इसमें सीवर के ढक्कर बदलने और सीवर की मरम्मत का काम किया जाना है, लेकिन इस काम में भी सिर्फ खानापूर्ति हो रही है। इसके अलावा वार्ड अनुसार ही निगम ने सीवर सफाई का काम निजी एजेंसियों को सौंपा हुआ है। इसमें सुपर सकर मशीनों को भी हायर करने करने के नियम टेंडर में शामिल थे। वहीं नगर निगम के खुद के 400 सीवरमैन भी लगे हुए हैं, लेकिन यह कर्मचारी कहां लगे हैं इसकी जानकारी किसी के पास नहीं है। ----------------- - टेंडरों की जांच हो तो हो सकता है बड़ा खुलासा शहर के निवासी सुनील, राजेश राव ने बताया कि नगर निगम गुरुग्राम में सीवर सफाई के जो टेंडर निजी एजेंसियों को निगम ने जारी किए हैं, उनकी अगर विजिलेंस जांच करवाई जाए तो बडी गड़बड़ी का खुलासा हो सकता है। निगम ने बिना अनुभव और बिना किसी मशीनों के ही निजी एजेंसियों को मिलीभगत करके टेंडर जारी कर दिए हैं। यहीं कारण है कि ठेकेदारों के पास मशीनें नहीं होने के कारण ही शहर में सीवर की सफाई नहीं हो रही है और ना ही सीवर लाइनों की मरम्मत हो रही है। निगम में पहले जहां रोजाना सौ शिकायत सीवर की दर्ज हो रही थी अब यह शिकायतें बढ कर 150 से ज्यादा हो गई है। इनमें से निगम अधिकारी 50 फीसदी शिकायतों का भी एक दिन में समाधान नहीं कर पा रहे हैं। : कोट सीवर सफाई को लेकर जहां से भी शिकायतें आ रही है उनका समाधान करवाया जा रहा है। अगर कहीं पर भी ठेकेदारों द्वारा लापरवाही बरती जा रही है तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। - विजय ढाका, मुख्य अभियंता, नगर निगम, गुरुग्राम।

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