दिल्ली की जीत का बिहार में फायदा, संसद में उठाऊंगा पलायन का मुद्दा; यमुना सफाई का मनोज तिवारी ने बताया पूरा प्लान
उत्तर पूर्वी दिल्ली में पलायन एक बड़ा मुद्दा बन रहा है। मैं संसद में इसे उठाऊंगा और भविष्य में इस पर कानून बनाने का प्रयास किया जाएगा। यह बात उत्तर पूर्वी दिल्ली के सांसद और भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने ‘हिन्दुस्तान’ से विशेष बातचीत में कही।

उत्तर पूर्वी दिल्ली में पलायन एक बड़ा मुद्दा बन रहा है। मैं संसद में इसे उठाऊंगा और भविष्य में इस पर कानून बनाने का प्रयास किया जाएगा। यह बात उत्तर पूर्वी दिल्ली के सांसद और भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने ‘हिन्दुस्तान’ से विशेष बातचीत में कही। तिवारी ने यमुना, रोहिंग्या, दिल्ली के विकास जैसे तमाम मुद्दों पर हिन्दुस्तान के मेट्रो एडिटर गौरव त्यागी और प्रमुख संवाददाता बृजेश सिंह से लंबी वार्ता की। प्रस्तुत हैं प्रमुख अंश-
● दिल्ली में 27 साल बाद भाजपा की सरकार आई है। राजधानी में क्या बदलाव की उम्मीद है?
हम दिल्ली को हर समस्या से मुक्त करना चाहते हैं। जो प्रमुख समस्याएं हैं उसमें घरों में साफ पानी की आपूर्ति, यमुना की सफाई और गली-सड़क को ठीक करना शामिल है। यह सब जीवन आसान करेगा। इसके बाद अन्य काम हैं, जैसे अनुबंध पर काम करने वाले लोगों की व्यवस्था सही करना। दिल्ली में मोदी की गारंटी को पूरा किया जाएगा।
● मनोज तिवारी एशिया के सबसे घनी आबादी वाले इलाके के सांसद हैं। उसके डी-कंजेशन को लेकर क्या योजना है?
बिल्कुल ठीक बात है। इसीलिए डी-कंजेशन पर हमने साल 2014 में ही काम शुरू कर दिया था। आज दस साल बाद बात कर रहा हूं तो सड़कों पर भीड़ कम करने के लिए कई योजनाएं लागू हो चुकी हैं, कुछ जल्द ही आगामी महीने में होने वाली हैं। अभी जो काम कर किया है उसमें सिग्नेचर ब्रिज का काम पूरा कराया गया। शास्त्री पार्क चौक पर लूप बनाया गया, जिससे वहां जाम की समस्या खत्म हुई। उत्तर-पूर्वी दिल्ली में मेट्रो का प्रवेश मोदी सरकार में हुआ। अब एक एलिवेटेड रोड बन रहा है, जो अक्षरधाम से देहरादून तक जाएगा। इससे बागपत, लोनी, शामली जाने वाले लोगों को फायदा होगा। इससे हमारे क्षेत्र को भी फायदा हुआ है। यह जून में खुल जाएगा। इसके अलावा, मौजपुर से मजलिस पार्क की 12 किलोमीटर की मेट्रो लाइन पर तीन से चार माह में परिचालन शुरू हो जाएगा। उसी मेट्रो पिलर के साथ एक फ्लाईओवर भी बन रहा है। उससे यमुना विहार, भजनपुरा चौक का जाम खत्म होगा। वजीराबाद रोड लगभग सिग्नल फ्री हो जाएगी। खजूरी चौक की समस्या का निदान भी होगा। वहां जल निकासी के लिए 20 करोड़ रुपये की लागत से एक नया नाला बनेगा।
● हिंसा के बाद उत्तर-पूर्वी दिल्ली में पलायन की घटनाएं बढ़ी थीं।
देखिए, हमारा क्षेत्र इस मामले में संवेदनशील है। हम जनप्रतिनिधि लोग आपस में बात करके असामाजिक तत्वों को नियंत्रण में रखने की कोशिश करते हैं। मगर यह सच है कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली में लोग पलायन का दर्द झेल रहे हैं। यह एक ऐसी समस्या है, जिससे हम लोग रोज जूझ रहे हैं। जैसे ब्रह्मपुरी का इलाका बेहद संवेदनशील केंद्र है। एक खास वर्ग के लोग योजना के साथ इसपर काम कर रहे हैं। यह एक बहुत बड़ी समस्या है। इसका निदान कैसे होगा, यह आने वाले समय में बहुत बड़ी चुनौती है। इसपर योजना के तहत काम हो रहा है।
पहले ये लोग किसी कॉलोनी में अधिक पैसा देकर एक घर लेंगे। फिर वहां अपने रहन-सहन, अपने जीवनशैली से लोगों को परेशान करेंगे। ऐसी परिस्थिति पैदा करेंगे कि वहां रहने वाले दूसरे समुदाय के लोग अपने घर कम दाम में भी बेचकर निकल जाते हैं। मैं निवेदन करता हूं कि दोनों पक्षों के लोगों को एक बेहतर समाज के लिए विश्वास का भाव बनना चाहिए। जन प्रतिनिधियों को मिलजुलकर रास्ता निकालने की कोशिश करनी चाहिए। देखना पड़ेगा कि भविष्य में इसपर कोई कानून बनना चाहिए। बतौर सांसद मैं बहुत जल्द इस विषय को संसद में रखने की तैयारी भी कर रहा हूं।
● आप भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं। इस समय संगठन के चुनाव चल रहे हैं। क्या मनोज तिवारी फिर चेहरा होंगे।
मुझे लगता है कि अब नए लोगों को मौका मिलना चाहिए। हम तो अभी भी सहयोग कर रहे हैं। मुझे नहीं लगता है कि अब दोबारा संगठन में आने की आवश्यकता है। मुझे लगता है कि पार्टी मुझे जरूर कोई दूसरी जिम्मेदारी देगी।
● दिल्ली की जीत के बाद बिहार विधानसभा चुनाव है। क्या इस जीत का असर बिहार में भी दिखाई देगा।
दिल्ली की जीत बहुत महत्वपूर्ण है। दिल्ली की जीत में सभी का सहयोग है। इस बार ऐसा भाव दिख रहा था कि बस जीतना है। आम आदमी पार्टी अपने कर्मों की वजह से बहुत पीछे थी। आम आदमी पार्टी ने पूर्वांचलियों के साथ निष्ठुर भाव दिखाया था। दिल्ली की जीत का बिहार में निश्चित तौर पर फायदा होगा, क्योंकि मैसेज गया है कि हम मिलकर चुनाव लड़ेंगे तो नतीजे दिल्ली जैसे होंगे।
● प्रदूषण मुक्त यमुना चुनाव का बड़ा मुद्दा रहा। यमुना आप की लोकसभा क्षेत्र से राजधानी में प्रवेश करती है। उसे लेकर क्या योजना है ?
यमुना की दुर्दशा का सबसे बड़ा कारण उसमें सीधे गिरते नाले हैं। हम उन नालों को यमुना से अलग करने की तैयारी में हैं। पिछली सरकारों ने यह गलती की है, जहां नाले का पानी गिरता है वहीं एसटीपी लगाकर उस पानी का शोधन किया। जबकि, दुनिया में चलते पानी को शोधित करना संभव नहीं है। उसके लिए उस पानी का स्थिर होना जरूरी है। यमुना की सफाई को लेकर सुझाव लिए जा रहे हैं। उसमें सबसे बड़ा जो सुझाव आ रहा है, उसके तहत यमुना में नाले को गिरने ही ना दें। गिरते हुए नालों के लिए एक अलग चैनल (नहर) यमुना के साथ बना दी जाए। नालों का पानी एक स्थान पर एकत्रित किया जाएगा। फिर शोधित करके उस पानी को दोबारा निर्माण, सिंचाई, सड़कों की धुलाई आदि में प्रयोग किया जाएगा। उसके बाद भी जो शोधित पानी बचता है उसे यमुना में वापस डाला जाएगा।