Air India Flight Crash in Ahmedabad Death Toll and Eyewitness Accounts अहमदाबाद विमान हादसा : हादसे के बाद हर ओर बिखरी थीं लाशें, Delhi Hindi News - Hindustan
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अहमदाबाद विमान हादसा : हादसे के बाद हर ओर बिखरी थीं लाशें

- जान बचाने के लिए मेडीकल कॉलेज के हॉस्टल से कूदे कई छात्र

Newswrap हिन्दुस्तान, नई दिल्लीThu, 12 June 2025 08:16 PM
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अहमदाबाद विमान हादसा : हादसे के बाद हर ओर बिखरी थीं लाशें

अहमदाबाद, एजेंसी अहमदाबाद से लंदन जा रहे एयर इंडिया के विमान के गुरुवार दोपहर क्रैश होने के बाद का मंजर देख हर कोई कांप उठा। लोग पहले तो समझ ही नहीं पाए कि अचानक क्या हो गया। कुछ देर बाद जब धूल व धुएं का गुबार कुछ कम हुआ तो हर तरफ लाशें बिखरी थीं। कई लाशों के अंग भी क्षत-विक्षत हो चुके थे। कुछ पूरी तरह तो कुछ आंशिक रूप से जल गए थे। जिस मेडीकल कॉलेज के हॉस्टल पर विमान गिरा, वहां से कई डॉक्टरों ने जान बचाने के लिए ऊपरी मंजिल से छलांग लगा दी, तो कई लोग धमाके की आवाज सुन अपने कार्यालयों से बाहर भागते नजर आए।

विमान के क्रैश होते ही उसका मलबा बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल में चारों तरफ फैल गया। हादसे के वक्त वहां पर मेडिकल के काफी छात्र मौजूद थे। इस हादसे में 20 इंटर्न डॉक्टरों की मौत की आंशका व्यक्त की जा रही है। यहां आंकड़ा और भी बढ़ सकता है। इलाके में देर रात तक हर तरफ पुलिस, एंबुलेंस और दमकल की गाड़ियों के सायरन सुनाई देते रहे। मेडीकल कॉलेज के छात्रों ऊपरी मंजिल से कूदे हादसे की खबर मिलते ही सरकारी अस्पताल पहुंची रमीला ने बताया कि हादसे के वक्त उनका बेटा खाना खाने के लिए मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल में था। जैसे ही हादसा हुआ वह जान बचाने के लिए हॉस्टल की दूसरी मंजिल से नीचे कूद गया। उन्होंने बताया कि बेटे की जान तो बच गई लेकिन उसे काफी चोट आई हैं। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हादसे के बाद लोग दूसरी व तीसरी मंजिल से जान बचाने के लिए कूदते नजर आए। स्थानीय निवासी पूनम पटनी ने बताया कि जब वह मौके पर पहुंची तो वहां चारों ओर लाशें ही लाशें दिख रही थीं। एक चिकित्सक डॉ.कृष्णा ने बताया कि विमान का आधे से ज्यादा हिस्सा डॉक्टरों के आवासीय भवन में घुस गया और उसका मलबा चारों ओर बिखर गया। उन्होंने कहा कि अभी यह कहना मुश्किल है कि जो लाशें वहां दिख रही हैं वो यात्रियों की हैं या इमारत में रह रहे लोगों की हैं। हादसे से पहले काफी नीचे उड़ रहा था विमान प्रत्यक्षदर्शी हरेश शाह ने बताया कि विमान क्रैश होने से पहले काफी नीचे उड़ रहा था। जैसे ही हादसा हुआ तो जोरदार धमाके की आवाज हुई और विमान के साथ ही हॉस्टल की इमारत में भी आग लग गई। एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी उस समय अपने ऑफिस में थे जब हादसा हुआ। उन्होंने बताया कि धमाके की आवाज सुन वह भाग कर ऑफिस से बाहर आए तो देखा हर तरफ धूल और धुएं का गुबार है। बेटी से सुबह बात की, अब उसका पता नहीं नागपुर के रहने वाले मनीष कुमार की बेटी यशा मोधा अपने डेढ़ साल के बेटे रुद्र व सास के साथ ही उस विमान में सफर कर रही थी। हादसे के बाद से मनीष अपनी बेटी व उसके परिजनों को लेकर परेशान हैं। उन्होंने बताया कि सुबह 9 बजे उनकी यशा से बात हुई थी लेकिन कुछ घंटों बाद यह हादसा हो गया और अब उन्हें उसकी कोई खबर नहीं मिल रही है। राजस्थान के मार्बल कारोबारी के बेटा व बेटी भी हादसे का शिकार एयर इंडिया के विमान में राजस्थान के भी पांच लोग सवार थे जिनमें से चार उदयपुर से थे। हादसे से उदयपुर के मार्बल कारोबारी संजीव मोदी पर पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। उनका बेटा शुभ मोदी व बेटी शगुन दोनों ही इस विमान से लंदन घूमने जा रहे थे। परिवार हादसे की खबर के बाद से सदमे में हैं। वहीं उदयपुर के ही वरदीचंद मिनारिया और प्रकाश मिनारिया व बाड़मेर जिले की खुश्बू राजपुरोहित भी इस दुर्भाग्यपूर्ण यात्रा में शामिल थे। अपनों की खबर लेने बेसुध अस्पताल पहुंचे परिजन एयर इंडिया विमान क्रैश होने की खबर मिलते ही यात्रियों के परिजन अस्पताल के बाहर बेसुध से नजर आए। हर कोई जल्दी से जल्दी अपने प्रियजनों के संबंध में जानकारी लेना चाहता था। हर किसी का चेहरा देखकर समझा जा सकता था कि वो किसी अनिष्ट की आशंका से भयभीत हैं लेकिन फिर भी अंदर से प्रार्थना कर रहे हैं कि कोई चमत्कार हो गया हो और उनके प्रियजन सुरक्षित हों। अस्पताल के बाहर कोई अपने बेटे, कोई भाभी तो कोई बहन या भाई की खबर लेने के लिए बेचैन नजर आया। लोगों की आंखों से आंसू रुकने का नाम ही नहीं ले रहे थे। ट्रैफिक जाम ने बचा ली जान एयर इंडिया का जो विमान हादसे का शिकार हुआ, उससे भूमि चौहान नाम की युवती को भी लंदन जाना था लेकिन ट्रैफिक जाम में फंसने से वह समय से बोर्डिंग नहीं कर पाईं, जिससे उनकी फ्लाइट छूट गई। भूमि ने बाद में हादसे का पता चलने पर ट्रैफिक जाम का आभार जताया। उन्होंने कहा कि यदि आज वह जाम में न फंसती तो वो आज जिंदा न होती। डीएनए जांच से होगी मृतकों की पहचान एक वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि मृतकों की पहचान के लिए अहमदाबाद सरकारी अस्पताल द्वारा डीएनए जांच की व्यवस्था की गई है। हादसे में शवों की पहचान करना बेहद मुश्किल है। ऐसे में उनकी पहचान के लिए डीएनए जांच की मदद ली जाएगी।

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