पाकिस्तान से ड्रोन घुसपैठ रोकने के लिए बनेंगे नए रणनीतिक मुख्यालय
बीएसएफ सीमा के पास पाकिस्तान से ड्रोन के खतरे को रोकने के लिए पंजाब और जम्मू में 09 रणनीतिक मुख्यालय स्थापित करेगा। पंजाब में पांच और जम्मू में चार मुख्यालय स्थापित किए जाएंगे। ये मुख्यालय घुसपैठ और...

- सीमा के पास संवेदनशील या रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण क्षेत्रों में स्थापित किए जाएंगे 09 रणनीतिक मुख्यालय स्थापित करने की बीएसएफ की योजना
पंकज कुमार पाण्डेय
नई दिल्ली। भारतीय क्षेत्र में पाकिस्तान से ड्रोन के खतरे और घुसपैठ पर काबू करने के लिए सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) पंजाब और जम्मू में नए रणनीतिक मुख्यालय स्थापित करेगा। सीमा के पास संवेदनशील या रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण क्षेत्रों में, नौ ऐसे मुख्यालय स्थापित करने के प्रस्ताव पर बीएसएफ गौर कर रहा है।
सूत्रों ने कहा कि पंजाब सीमा पर पांच ऐसे मुख्यालय स्थापित किए जाएंगे, क्योंकि वहां की इकाइयां ड्रोन घुसपैठ के लिए सबसे अधिक संवेदनशील हैं। इसके अलावा, बटालियनों के बीच बेहतर समन्वय सुनिश्चित करने के लिए जम्मू में चार मुख्यालय स्थापित किए जाएंगे। रणनीतिक मुख्यालयों को आईजी और एडीजी स्तर के अधिकारियों की सीधी निगरानी में एक वरिष्ठ अधिकारी द्वारा नियंत्रित किया जाएगा। एक अधिकारी ने बताया कि सीमा पर घुसपैठ-रोधी और तस्करी-रोधी नौ स्थानों की पहचान की गई है। इन जगहों पर गश्ती अभियानों को तेज किया जाएगा।
तेजी से निर्णय लेने में मदद करेंगे मुख्यालय
ये रणनीतिक मुख्यालय तेजी से निर्णय लेने में मदद करेंगे। इससे सीमा पर होने वाली घटनाओं, घुसपैठ की कोशिशों या दुश्मन की हरकतों पर त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित की जाएगी। नए मुख्यालय बीएसएफ को ड्रोन हमलों या अन्य शत्रुतापूर्ण गतिविधियों का प्रभावी ढंग से जवाब देने में सक्षम बनाएंगे। हालांकि, अधिकारियों ने कहा कि काउंटर-ड्रोन तकनीक के बिना यह मुख्यालय अकेले स्थिति को पूरी तरह से नियंत्रित नहीं कर सकते हैं। इसलिए ड्रोन खतरों से निपटने के लिए ड्रोन-रोधी प्रौद्योगिकी आवश्यक है। सुरक्षा बल ने इस तकनीक पर भी काफी प्रगति की है। उम्मीद है कि जल्द इस तकनीक को पूरे सीमावर्ती क्षेत्रों में लागू किया जाएगा।
निगरानी में भी मददगार
सूत्रों ने कहा रणनीतिक मुख्यालय महत्वपूर्ण क्षेत्रों की सातों दिन चौबीसों घंटे निगरानी में भी मदद करेंगे। आपातस्थिति में बलों की तेजी से तैनाती सुनिश्चित करेंगे। बीएसएफ ने हाल ही में विश्लेषण किया है कि पाकिस्तान में कई नए लॉन्च पैड बनाकर ड्रग्स, हथियार और गोला-बारूद की सप्लाई ड्रोन के माध्यम से हो रही है।
जासूसी और तस्करी में होता है ड्रोन का इस्तेमाल
अधिकारियों ने कहा, सीमा पार से हथियारों, नशीले पदार्थों और नकली मुद्रा की तस्करी के लिए ड्रोन का अक्सर इस्तेमाल किया जाता है। पाकिस्तानी पक्ष जासूसी करने और हथियार, गोला-बारूद और ड्रग्स गिराने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल करते हैं।
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