आईआईटी दिल्ली और एम्स मिलकर बनाएंगे स्वास्थ्य क्षेत्र में एआई का उत्कृष्टता केंद्र
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय से मिली 330 करोड़ की सहायता नई दिल्ली। प्रमुख संवाददाता

केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय से मिली 330 करोड़ की सहायता नई दिल्ली। प्रमुख संवाददाता देश के दो प्रमुख संस्थान आईआईटी दिल्ली और एम्स दिल्ली ने स्वास्थ्य सेवाओं में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए एक केंद्र उत्कृष्टता की स्थापना के लिएसमझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। यह समझौता बुधवार को आईआईटी दिल्ली परिसर में आयोजित एक समारोह में हुआ। इस अवसर पर एम्स दिल्ली के निदेशक प्रोफेसर एम. श्रीनिवास और आईआईटी दिल्ली के निदेशक प्रोफेसर रंगन बनर्जी ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए। इस केंद्र का उद्देश्य राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों को तकनीकी सहायता प्रदान करने हेतु एआई आधारित समाधान विकसित करना है।
ज्ञात हो कि भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय ने मेक एआई इन इंडिया, मेक एआई वर्क फॉर इंडिया पहल के अंतर्गत इस परियोजना के लिए 330 करोड़ की अनुदान राशि स्वीकृत की है। अब इस नवगठित केंद्र के माध्यम से इस राशि का क्रियान्वयन किया जाएगा।आईआईट दिल्ली के निदेशक प्रोफेसर रंगन बनर्जी ने कहा कि यह केंद्र एआई की मदद से सस्ती और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं को लोगों तक पहुंचाने में सहायक सिद्ध होगा। एम्स की ओर से डॉ. कृतिका रंगराजन और आईआईटी दिल्ली की ओर से प्रोफेसर चेतन अरोड़ा इस परियोजना के मुख्य परियोजना प्रबंधक होंगे।
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