असम-मणिपुर में बाढ़ का कहर, सात लाख से ज्यादा लोग प्रभावित
नंबर गेम 06 लाख से ज्यादा लोग असम में प्रभावित 36 हजार घर मणिपुर में

नई दिल्ली/गुवाहाटी/इंफाल/ईटानगर/जयपुर/कोलकाता,एजेंसी। मानसूनी बारिश से पूर्वोत्तर के राज्यों में तबाही मची हुई है। खासकर असम और मणिपुर सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य हैं। इन दोनों प्रदेशों में अभी तक सात लाख से ज्यादा लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। वहीं, मौत का आंकड़ा भी लगातार बढ़ रहा है। सरकारी सूत्रों के मुताबिक, असम के 21 जिलों में बाढ़ ने साढ़े छह लाख से अधिक लोगों को प्रभावित किया है। साथ ही इस आपदा में मौतों का आंकड़ा बढ़कर 12 तक पहुंच गया है। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार, बाढ़ के कारण 21 जिलों के 69 राजस्व क्षेत्रों में 1,506 गांव जलमग्न हो गए हैं।
इसके अलावा फसलों को भी नुकसान पहुंचा है। सरकार ने बाढ़ में फंसे लोगों की मदद के लिए 511 राहत शिविर और राहत वितरण केंद्र खोले हैं। अधिकारियों ने बताया कि 8,269 बच्चों समेत कुल 39,746 लोगों ने राहत शिविरों में शरण ली हुई है। ब्रह्मपुत्र समेत सात नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। गुवाहाटी में क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र (आरएमसी) ने राज्य के अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश की भविष्यवाणी की है। मणिपुर में कई अस्पताल बंद मणिपुर में बाढ़ के कारण 1.7 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं, जबकि एक व्यक्ति की मौत हो गई है। प्रभावित लोगों को 80 राहत केंद्रों में शरण दी गई है। सरकारी सूत्रों ने बताया कि बाढ़ में करीब 36,000 घर डूब गए और 102 स्थानों पर भूस्खलन के कारण सड़कें टूटने के साथ ही संचार व्यवस्थाएं ठप हो गई हैं। राज्य के मुख्य रेफरल अस्पताल जेएनआईएमएस समेत कई अस्पताल बंद कर दिए गए हैं। भूस्खलन के कारण खाद्य पदार्थ, दवाइयां और आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति प्रभावित होने से अधिकांश दुकानें बंद हैं। इंफाल पूर्वी जिला बाढ़ से सबसे अधिक प्रभावित हुआ है, क्योंकि तीन मुख्य नदियां, इंफाल, इरिल और कोंगबा खतरे के निशान पर बह रही हैं। अरुणाचल में 12 लोगों की मौत अरुणाचल प्रदेश में भारी बारिश से पिछले कुछ दिनों में 12 लोगों की मौत हो चुकी है और दो लोग लापता हैं। राज्य के 23 जिलों में 3,000 से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र (एसईओसी) की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि दिबांग घाटी और अंजॉ जिलों में और मागी तथा सिजी के पास लिकाबाली-आलो राजमार्ग पर भूस्खलन के कारण आवाजाही बाधित है। राहत कार्य में जुटा बीआरओ मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम और पूर्वी भूटान में लगातार हो रही बारिश के मद्देनजर सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने पूरे क्षेत्र में भूस्खलन, सड़क अवरोधों और संचार बाधाओं को ठीक करने के लिए कार्य शुरू कर दिए हैं। रक्षा मंत्रालय के जनसंपर्क निदेशालय के अनुसार, मिजोरम में मलबा हटाने का काम चल रहा है। सिक्किम में सड़क मार्ग को दुरुस्त करने का कार्य किया जा रहा है। राजस्थान में बारिश मौसम विभाग ने बुधवार को बताया कि नए पश्चिमी विक्षोभ के कारण राजस्थान के कई इलाकों में हल्की से भारी बारिश दर्ज की गई। इससे लोगों को गर्मी से राहत मिली। सबसे ज्यादा बारिश जयपुर के दूदू में 86 मिमी दर्ज की गई। पूर्वानुमान के अनुसार, कई अन्य स्थानों पर 86 मिमी से कम बारिश हुई। दक्षिण बंगाल में आंधी-बारिश के आसार आईएमडी ने शुक्रवार सुबह तक दक्षिण बंगाल के जिलों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ आंधी का अनुमान जताया है, जबकि उप-हिमालयी जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग ने कहा कि महानगर और आसपास के साल्ट लेक में मंगलवार रात तेज बारिश हुई, जिससे न्यूनतम तापमान में भारी गिरावट आई है। दार्जिलिंग, कलिम्पोंग, जलपाईगुड़ी, कूच बिहार और अलीपुरद्वार के उप-हिमालयी जिलों में गुरुवार सुबह तक भारी बारिश होने की संभावना है।
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