खुलासा : होमगार्ड की हाजिरी लगाने में करोड़ों नहीं, अरबों रुपयों का खेल
होमगार्ड हाजिरी घोटाले में लखनऊ से गिरफ्तार ब्लॉक ऑर्गेनाइजर (बीओ) राजकुमार वर्मा ने कई राज उगले हैं। उसने खुलासा किया है कि विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों ने मिलीभगत कर प्रदेशभर में करोड़ों नहीं...

होमगार्ड हाजिरी घोटाले में लखनऊ से गिरफ्तार ब्लॉक ऑर्गेनाइजर (बीओ) राजकुमार वर्मा ने कई राज उगले हैं। उसने खुलासा किया है कि विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों ने मिलीभगत कर प्रदेशभर में करोड़ों नहीं अरबों का घोटाला किया है। पुलिस ने राजकुमार के लिखित बयान के पर जांच शुरू कर दी है।
नोएडा में होमगार्ड हाजिरी घोटाले का खुलासा होने के बाद 19 नवंबर को सूरजपुर स्थित जिला होमगार्ड कमांडेंट कार्यालय में आगजनी हुई थी। आगजनी के दौरान वर्ष 2014 से अब तक का अधिकतर हाजिरी रिकॉर्ड जल गया था।
इसके बाद पुलिस ने फर्जीवाड़े में मंडलीय कमांडेंट अलीगढ़ राम नारायण चौरसिया तत्कालीन जिला कमांडेंट गौतमबुद्धनगर, सहायक जिला कमांडेंट सतीश, प्लाटून कमांडर मोंटू, सतवीर यादव और शैलेंद्र को गिरफ्तार किया था। फिर रिकॉर्ड में आग लगाने वाले अस्थायी प्लाटून कमांडेंट राजीव कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश के बाद हरकत में आई लखनऊ पुलिस ने चढ़े ब्लॉक ऑर्गेनाइजर (बीओ) राजकुमार वर्मा को गिरफ्तार किया था। राजकुमार ने पुलिस को जानकारी दी कि प्रदेशभर में हाजिरी में फर्जीवाड़ा करके अरबों रुपये का घोटाला किया गया है।
हाजिरी घोटाले के इस खेल में लखनऊ स्थित मुख्यालय के कई अधिकारियों पर भी गाज गिरना तय है। प्राथमिक जांच में पता चला कि फर्जी हाजिरी के बारे में विभाग के मुख्यालय में कार्यरत कई वरिष्ठ अधिकारियों को भी जानकारी थी। अधिकारियों और जिलास्तर के कर्मचारियों की मिलीभगत से ही अरबों रुपये का खेल किया गया।
ड्यूटी एक और हाजिरी दो
पुलिस की जांच में सामने आया था कि ड्यूटी पर भेजे बिना ही मस्टर रोल में होमगार्ड की फर्जी हाजिरी लगा दी जाती थी मगर फर्जीवाड़े की एक और कड़ी सामने आई है। निलंबित बीओ राजकुमार ने पुलिस को बताया कि कई जिलों में एक ही होमगार्ड की दो जगहों पर ड्यूटी दिखाकर फर्जी तरीके से वेतन लिया गया जबकि वह सिर्फ एक ही जगह ड्यूटी करता था। उसने ऐसा फर्जीवाड़ा करने वाले कई होमगार्ड और विभाग के अधिकारियों के नामों की भी जानकारी दी है।
अपने नहीं, दूसरों के बैंक खातों में डलवाई रकम
पुलिस से बचने के लिए आरोपियों ने अपने बैंक खाते के बजाए दूसरों के खातों में घोटाले की रकम ट्रांसफर करवाई। सामने आया है कि फर्जी ड्यूटी के नाम पर हुए भुगतान घोटाले में फर्जी बैंक खातों में रकम ट्रांसफर की गई है। अब पुलिस ने सभी होमगार्ड से उनके बैंक खातों की डिटेल मांगी है। डिटेल आने के बाद सभी का सत्यापन कराया जाएगा।
नोएडा में दो महीने के भीतर 4 करोड़ की गड़बड़ी
नोएडा पुलिस ने वर्ष 2019 मई व जून माह में विभिन्न थानों में होमगार्ड की हाजिरी की जांच की। जांच में खुलासा हुआ था कि मात्र दो महीनों में ही फर्जी हाजिरी लगाकर नोएडा में 4 करोड़ रुपये का घोटाला किया गया। जिला पुलिस की तरफ से घोटाले में शामिल सात अधिकारियों के नाम भी शासन को दिए गए हैं।
पांच साल के रिकॉर्ड की जांच में बड़ा खुलासा संभव : नोएडा पुलिस 2015 से 2019 के होमगार्ड हाजिरी घोटाले की जांच कर रही है। जांच के दौरान सभी पुराने रजिस्टर व थानों के दस्तावेज की जांच होगी। ड्यूटी स्थल अधिकारी और होमगार्ड के हस्ताक्षर का मिलान कराया जाएगा। जांच पूरी होने के बाद बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आ सकता है।