Anupama After Leap Changes: अनुपमा सीरियल में लीप के बाद कहानी और किरदार काफी बदल चुके हैं। सिर्फ अहमदाबाद छोड़कर मुंबई आई अनुपमा की जिंदगी नहीं बदली है। कोठारी मेंशन और कृष्ण कुंज में भी बहुत कुछ बदल चुका है। तो चलिए जानते हैं कि शो में लीप के बाद आपको कौन सी नई चीजें देखने मिलेंगी।
गुजरात छोड़कर मुंबई आई अनुपमा अब एक व्यस्त मोहल्ले की पूर्वीछाया सोसायटी में रहती है। इस छोटे से घर में हमेशा की तरह उसने अपनी खाना बनाने और घर के काम करने की कला को अपना सहारा बनाया है।
अनुपमा के साथ इस घर में दो लड़कियां और रहती हैं जो उसकी रूम मेट हैं। एक लड़की जहां काफी तेज तर्रार है तो वहीं दूसरी बहुत सीधी और सादा जीवन पसंद करती है। तेज तर्रार लड़की का नाम जसप्रीत है और दूसरी लड़की का नाम अभी रिवील नहीं किया गया है।
जसप्रीत को लगता है कि शादी वगैरह सिर्फ कोई रईस लड़का फंसाकर उसके जरिए जिंदगी बेहतर करने का बहाना है। वहीं दूसरी लड़की इसका ठीक उलटा सोचती है। जसप्रीत को लगता है कि अनुपमा बहुत डरपोक टाइप की है और वह अक्सर उसे अपने हक के लिए आवाज उठाने पर भाषण देती रहती है।
मोहल्ले में एक सरिता बेन नाम की औरत रहती है जिसका दबदबा है, लेकिन जसप्रीत इस औरत से नहीं डरती। सरिता की दादागिरी के खिलाफ जसप्रीत खुलकर बोलती है, दोनों में बिलकुल नहीं बनती।
कृष्ण कुंज में भी चीजें बहुत बदल चुकी हैं। अंश अब बड़ा आदमी बन गया है। वहीं प्रार्थना अब कृष्ण कुंज में किराए पर रहती है। लीला को यह डर खाए जाता है कि प्रार्थना कहीं अंश से शादी ना कर ले, इसलिए वह उसके लिए लड़की ढूंढती रहती है।
कोठारी मेंशन में वसुंधरा कोठारी पहले से कहीं ज्यादा अंधविश्वासी और धार्मिक हो गई है। गौतम गांधी अभी भी उसी घर में रहता है क्योंकि उसे मोटी बा का फुल सपोर्ट है। अभी भी दोनों में काफी अच्छी बनती है।
कोठारी मेंशन में ख्याति का दखल पहले से कहीं ज्यादा बढ़ चुका है। वह अब पहले से कहीं ज्यादा एग्रेसिव और डॉमिनेटिंग हो चुकी है। ख्याति अब किसी के भी खिलाफ खुलकर बोलने में संकोच नहीं करती है।
उधर राही की हालत कोठरी मेंशन में खस्ता है। वह घर में अपनी जगह और पहचान बनाए रखने के लिए नौकरों की तरह लगी रहती है। ख्याति राही से सख्त नफरत करती है और उसका चेहरा तक देखना पसंद नहीं करती।
आर्यन की पत्नी माही ख्याति की लाडली और चहेती बहू बन चुकी है। कभी नमक तो कभी घर के काम पर राही को बार-बार दिखाया जाता है नीचा। माही को अब अपनी बहन राही से दुश्मनी निकालने का पूरा मौका मिलता है।
राही के लिए और भी ज्यादा मुश्किल यह है कि माही और प्रेम एक साथ, एक ही दफ्तर में काम करते हैं। वह अब खुद को अनुपमा की जगह देख पा रही है। माही अब समझ आ रही है कितनी मुश्किल थी उसकी मां की जिंदगी। जब वह घर और काम एक साथ संभाला करती थी।