शुभमन गिल की अगुवाई में भारतीय टीम 20 जून से इंग्लैंड से पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में भिड़ने जा रही है। गिल पहली बार टेस्ट टीम की कमान संभालेंगे। वह कप्तानी के साथ-साथ बल्ले से भी छाप छोड़ने की फिराक में होंगे। उनकी नजर एक खास क्लब में एंट्री करने पर होगी। दरअसल, इंग्लैंड में अब तक सिर्फ चार भारतीय कप्तानों ने ही शतक लगाए हैं। इंग्लैंड में आखिरी बार किसी भारतीय कप्तान ने 7 साल पहले सेंचुरी जमाई थी। 25 वर्षीय गिल के पास अब सूखा समाप्त करने का सुनहरा मौका है।
इंग्लैंड की सरजमीं पर पहला शतक जमाने वाले भारतीय कप्तान मंसूर अली खान पटौदी हैं। उन्होंने 1967 में इंग्लैंड के खिलाफ लीड्स में 148 रनों की पारी खेली थी।
पटौदी के बाद 23 साल तक कोई भारतीय कप्तान इंग्लैंड में सैकड़ा नहीं जमा सका। यह सूखा मोहम्मद अजहरुद्दीन ने समाप्त किया। उन्होंने 1990 में इंग्लैंड दौरे पर दो सेंचुरी ठोकीं। उन्होंने लॉर्ड्स में 121 और मैनचेस्टर में 179 रन बनाए।
लिस्ट में तीसरा नाम पूर्व कप्तान सौरव गांगुली का है। गांगुली ने 2002 में इंग्लैंड की धरती पर 128 रनों की पारी खेली थी। उन्होंने यह कमाल लीड्स के मैदान पर किया था।
विराट कोहली इंग्लैंड में बतौर कप्तान दो शतक जड़ने का कारनामा अंजाम दे चुके हैं। उन्होंने 2018 में इंग्लैंड दौरे पर बर्मिंघम में 149 और नॉटिंघम में 103 रन बनाए थे। कोहली ने पिछले महीने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया।