Cybercriminals Swindle Former IAF Officer of 1 02 Crore in Money Laundering Scam वायु सेना के पूर्व अधिकारी को डिजिटल अरेस्ट कर एक करोड़ ठगे, Noida Hindi News - Hindustan
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वायु सेना के पूर्व अधिकारी को डिजिटल अरेस्ट कर एक करोड़ ठगे

साइबर अपराध शिकायतकर्ता ने छह बैंक खातों में रकम ट्रांसफर की 13 जून को

Newswrap हिन्दुस्तान, नोएडाWed, 18 June 2025 08:36 PM
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वायु सेना के पूर्व अधिकारी को डिजिटल अरेस्ट कर एक करोड़ ठगे

नोएडा, वरिष्ठ संवाददाता। साइबर अपराधियों ने धनशोधन केस में फंसाने की धमकी देकर भारतीय वायु सेना के पूर्व अधिकारी के साथ एक करोड़ दो हजार रुपये की ठगी कर ली। छह बैंक खातों में ठगी की रकम ट्रांसफर हुई है। डिजिटल अरेस्ट कर ठगी की घटना को अंजाम दिया गया। साइबर क्राइम थाने की पुलिस ने अज्ञात ठगों के खिलाफ धोखाधड़ी और आईटी ऐक्ट की धारा में केस दर्ज किया है। साइबर क्राइम थाने में दी शिकायत में जेवर निवासी 59 वर्षीय मिश्री लाल ने बताया कि वह भारतीय वायु सेना में अधिकारी रह चुके हैं। 17 मई को मिश्री लाल के पास राजेश शर्मा नाम के व्यक्ति की अनजान नंबर से कॉल आई।

कथित राजेश शर्मा ने खुद को ट्राई का कर्मचारी बताया। ट्राई के कथित कर्मचारी द्वारा शिकायतकर्ता को बताया कि गया कि उसके आधार कार्ड और मोबाइल नंबर का इस्तेमाल धनशोधन केस में हुआ है। मामला वित्त मंत्रालय द्वारा चिह्नित किया गया है। जब तक शिकायतकर्ता कुछ समझ पाते कॉल कोलाबा पुलिस स्टेशन मुंबई के कथित अधिकारियों को ट्रांसफर कर दी गई। यहां की पुलिस ने मिश्री लाल के ऊपर लगे आरोपी की पुष्टि की और गिरफ्तारी का डर दिखाया। संपत्ति भी जब्त करने की बात कथित पुलिस अधिकारियों द्वारा कही गई। वीडियो कॉल के जरिये पूछताछ करने का विकल्प शिकायतकर्ता को दिया गया। इसके बाद शिकायतकर्ता के व्हाट्सऐप पर वित्त मंत्रालय की ओर से जारी किए गए कई दस्तावेजों को भेजा गया। इसमें आरोपों और गिरफ्तारी का जिक्र था। वायु सेना के अधिकारी से कहा गया कि वह विभिन्न सरकारी एजेंसियों की निगरानी में है। एजेंसियां वीडियो कॉल के जरिये ही उस पर नजर रख रही हैं। कथित पुलिस अधिकारियों ने इस दौरान शिकायतकर्ता से केस के संबंध में किसी से बात न करने की हिदायत दी। ऐसा न करने पर तुरंत गिरफ्तारी का डर दिखाया गया। इसके बाद जांच का हवाला देते हुए ठगों ने शिकायतकर्ता से उसके खातों में जमा पूरी रकम ट्रांसफर करने को कहा गया। रकम ट्रांसफर करने के लिए ठगों द्वारा पीड़ित को एचडीएफसी, एसबीआई और एबीडी बैंक के खाते उपलब्ध कराए गए। ठगों द्वारा यह भी दावा किया गया कि जांच के बाद रकम मूल खातों में वापस कर दी जाएगी। 20 मई से 12 जून के बीच शिकायतकर्ता ने छह बैंक खातों में एक करोड़ दो हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए। 13 जून को पीड़ित को ठगी को जानकारी हुई। अगले दिन उन्होंने साइबर क्राइम पोर्टल पर मामले की शिकायत की। साइबर थाना प्रभारी का कहना है कि ठगी की रकम देश के अलग-अलग हिस्से में खोले गए बैंक खातों में ट्रांसफर हुई है। इसे फ्रीज कराने का प्रयास किया जा रहा है। आशंका जताई जा रही है रकम किराये के खाते में ट्रांसफर हुई हो।

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