सेक्सटॉर्शन के लिए सिम और सिंथेटिक बैंक खाते कराते थे उपलब्ध, दिल्ली पुलिस ने दो आरोपियों को धर दबोचा
पुलिस ने उज्ज्वल पांडे (30), गौरव बरुआ (24) और युग शर्मा (19) को गिरफ्तार किया था। उनके पास से सिंथेटिक बैंक अकाउंट किट, प्री-एक्टिवेटेड सिम कार्ड, जाली बैंक दस्तावेज, डमी या धोखाधड़ी वाले खातों से जुड़े डेबिट और क्रेडिट कार्ड बरामद किए गए थे।

दिल्ली पुलिस ने सेक्सटॉर्शन और बैंकिंग धोखाधड़ी में शामिल एक आपराधिक गिरोह का खुलासा करते हुए इससे जुड़े दो लोगों को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है। इस बारे में जानकारी देते हुए एक अधिकारी ने बुधवार को बताया कि आरोपियों की पहचान मनीष और विपिन कुमार के रूप में हुई है, जो कि साइबर अपराधियों को सिम कार्ड और सिंथेटिक बैंक खाते मुहैया कराते थे, साथ ही जो रैकेट को सक्रिय रखने में अहम भूमिका निभा रहे थे।
पुलिस के अनुसार मनीष एक मोबाइल सिम आउटलेट के लिए पॉइंट-ऑफ-सेल एजेंट है, जिसे बायोमेट्रिक डेटा में हेरफेर करके सिम कार्ड जारी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। उसने ग्राहकों की जानकारी के बिना आधार पहचान पत्र के आधार पर धोखाधड़ी से सिम कार्ड सक्रिय किए और उन्हें साइबर अपराधियों को मुहैया कराया।
पुलिस के मुताबिक आरोपियों से बरामद सिम और खातों का कनेक्शन राष्ट्रीय साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल के जरिए पूरे भारत में दर्ज कम से कम 60 साइबर क्राइम शिकायतों से निकला है। बरामद मोबाइल नंबरों से चार एफआईआर का भी पता लगाया गया है। अधिकारी ने बताया कि मनीष से 5 सक्रिय सिम कार्ड बरामद हुए हैं, जिनका संबंध पहले गिरफ्तार किए गए उज्ज्वल पांडे से पाया गया।
उधर राजस्थान के अलवर निवासी एक अन्य आरोपी विपिन कुमार (20) को सिंथेटिक बैंक खाता किट देते समय आरके आश्रम मेट्रो स्टेशन के पास से गिरफ्तार किया गया। अधिकारी ने कहा कि उसने कम से कम आठ ऐसे खाते मुहैया कराए थे, जिनमें से तीन उसके अपने नाम पर थे। विपिन ने पुलिस को बताया कि उसे सोशल मीडिया के जरिए भर्ती किया गया था और हर ट्रांजेक्शन पर 20 प्रतिशत कमीशन देने का वादा किया गया था, साथ ही मुफ्त यात्रा और आलीशान जगहों पर ठहरने जैसे भत्ते भी दिए गए थे। अधिकारी ने बताया कि उसने इस आपराधिक गतिविधि से करीब 6 लाख रुपए कमाने की बात स्वीकार की, जिसका इस्तेमाल वह अपनी आलीशान जीवनशैली के लिए करता था।
अधिकारी ने बताया कि इस महीने की शुरुआत में दिल्ली पुलिस ने कई राज्यों में फैले एक सेक्सटॉर्शन और साइबर धोखाधड़ी रैकेट का भंडाफोड़ किया था और छह लोगों को गिरफ्तार किया था। इस दौरान अलग-अलग क्राइम ब्रांच टीमों ने 5 करोड़ रुपए से ज्यादा की रकम का पता लगाया था।
पुलिस ने बताया कि उन्हें 24 मई को न्यू अशोक नगर इलाके में सिंथेटिक बैंक अकाउंट किट रखने वाली एक खेप की आवाजाही के बारे में सूचना मिली थी। ये किट जिन्हें मयूर विहार फेज 1 एक्सटेंशन के पास वितरित किया जाना था - कथित तौर पर सेक्सटॉर्शन, साइबर धोखाधड़ी, बैंकिंग घोटाले और डेबिट और क्रेडिट कार्ड क्लोनिंग जैसे विभिन्न हाई-टेक अपराधों में इस्तेमाल किए जा रहे थे।
सूचना पर कार्रवाई करते हुए, पुलिस ने उज्ज्वल पांडे (30), गौरव बरुआ (24) और युग शर्मा (19) को गिरफ्तार किया था। उनके पास से सिंथेटिक बैंक अकाउंट किट, प्री-एक्टिवेटेड सिम कार्ड, जाली बैंक दस्तावेज, डमी या धोखाधड़ी वाले खातों से जुड़े डेबिट और क्रेडिट कार्ड और रियल-टाइम ट्रांजेक्शन कंट्रोल के लिए मोबाइल डिवाइस बरामद किए गए थे।