AK-47 को कहते थे रानी… राजस्थान चंबल के बीहड़ों से निकला हथियारों का सम्राट
राजस्थान में हथियार तस्करी की दुनिया एक बार फिर सुर्खियों में है। एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (AGTF) ने चंबल के बीहड़ों में छिपे उस रैकेट को बेनकाब किया है, जो वर्षों से अवैध हथियारों की सप्लाई का बड़ा अड्डा बन चुका था।

राजस्थान में हथियार तस्करी की दुनिया एक बार फिर सुर्खियों में है। एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (AGTF) ने चंबल के बीहड़ों में छिपे उस रैकेट को बेनकाब किया है, जो वर्षों से अवैध हथियारों की सप्लाई का बड़ा अड्डा बन चुका था। ताजा कार्रवाई में दो कुख्यात अपराधियों — जीतू चंबल और तेजपाल ठाकुर — को गिरफ्तार कर चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं।
राजस्थान पुलिस मुख्यालय की एजीटीएफ टीम ने धौलपुर के राजाखेड़ा थाना क्षेत्र के बसई घीयाराम गांव में दबिश दी, जहां से इन दोनों बदमाशों को पकड़ा गया। पुलिस को इनके कब्जे से एके-47 राइफल, दो मैगजीन और 34 जिंदा कारतूस बरामद हुए। हैरानी की बात यह रही कि ये खतरनाक हथियार गांव जोड़ी के एक खेत में पॉलीथिन में लपेटकर जमीन में दबाए गए थे। पूछताछ में सामने आया कि ये तस्कर इस खतरनाक हथियार को कोडवर्ड में "रानी" कहकर बुलाते थे, ताकि बातचीत में संदेह न हो।
जीतू चंबल – हथियारों के काले साम्राज्य का नया वारिस!
गिरफ्त में आया जीतू चंबल कोई आम बदमाश नहीं है। वह कुख्यात हथियार तस्कर रामदत्त उर्फ सोनू चंबल का सगा भाई है, जो कुख्यात आनंदपाल गैंग से जुड़ा रहा है। पुलिस सूत्रों के अनुसार सोनू चंबल ने चंबल की घाटियों और बीहड़ों में अवैध फायरिंग रेंज बना रखी थी, जहां वह बाहर से आने वाले गैंगस्टरों को हथियार चलाने की ट्रेनिंग देता था। उसकी गिरफ्तारी के बाद इस साम्राज्य की कमान जीतू ने संभाल ली थी और पूरे नेटवर्क को कुशलता से चला रहा था।
साजिशों का नया ठिकाना — चंबल के बीहड़
इस नेटवर्क की जड़ें सिर्फ राजस्थान तक सीमित नहीं हैं। जांच में खुलासा हुआ है कि चंबल के बीहड़ों में बसई घीयाराम और सदापुर जैसे इलाकों को सुरक्षित अड्डा बनाया गया, जहां से हथियारों की तस्करी, सप्लाई और ट्रेनिंग का पूरा गोरखधंधा संचालित किया जाता था।
इससे पहले भी AGTF ने एक बड़ी कार्रवाई में गैंगस्टर पपला गुर्जर की फरारी में मदद करने वाले एक लाख के इनामी राजवीर को पकड़ा था, जिसके कब्जे से फरारी के दौरान इस्तेमाल की गई एके-56 बरामद की गई थी। अब जीतू की गिरफ्तारी ने पुलिस को एक बार फिर इस नेक्सस की तह तक पहुंचा दिया है।
पूरे नेटवर्क को खंगालने में जुटी है AGTF
AGTF प्रमुख दिनेश एमएन की अगुवाई में इस ऑपरेशन को अंजाम दिया गया। उनका कहना है कि फिलहाल आरोपियों से गहन पूछताछ की जा रही है। यह पता लगाया जा रहा है कि ये हथियार किस-किस को सप्लाई किए गए और किन-किन राज्यों में इस नेटवर्क की डोर फैली है।
इस कार्रवाई ने एक बार फिर राजस्थान में सक्रिय गैंगस्टर नेटवर्क की जड़ों को झकझोर दिया है। 'रानी' नाम की एके-47 अब पुलिस के कब्जे में है, लेकिन सवाल ये है कि क्या चंबल के बीहड़ों में अभी भी कोई और ‘राजा’ हथियारों का खेल खेल रहा है?
सस्पेंस बरकरार है…
पुलिस की अगली चाल पर सबकी निगाहें टिकी हैं।
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