सुरक्षा बल खुद असुरक्षित! जोधपुर में पत्थरबाजों के बीच घिरी महिला पुलिसकर्मी, मोर्चा छोड़ भागे जवान
उम्मेद सागर कैचमेंट क्षेत्र में सोमवार को उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब 'वंदे गंगा' जल संरक्षण अभियान के तहत अतिक्रमण हटाने पहुंची नगर निगम और पुलिस की संयुक्त टीम पर उपद्रवियों ने अचानक पथराव कर दिया।

उम्मेद सागर कैचमेंट क्षेत्र में सोमवार को उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब 'वंदे गंगा' जल संरक्षण अभियान के तहत अतिक्रमण हटाने पहुंची नगर निगम और पुलिस की संयुक्त टीम पर उपद्रवियों ने अचानक पथराव कर दिया। पुलिस के पास पूरा लवाजमा था, लेकिन जैसे ही पथराव शुरू हुआ, हालात बेकाबू हो गए। पुलिस के जवान मौके से भाग खड़े हुए, वहीं एक महिला पुलिसकर्मी भीड़ के बीच फंस गई। हैरानी की बात यह रही कि साथी पुलिसकर्मी उसे छोड़कर भाग गए और अफसरों की आवाजों के बावजूद कोई लौटकर नहीं आया।
इस कार्रवाई के तहत प्रशासन ने कुल 67 अवैध अतिक्रमणों को हटाने का प्लान तैयार किया था। जेसीबी मशीनों के साथ नगर निगम की टीम मौके पर पहुंची थी। शुरू में कार्रवाई शांतिपूर्ण ढंग से चल रही थी और करीब 10 अतिक्रमणों को हटाया भी जा चुका था, लेकिन तभी अचानक उपद्रवियों ने हमला बोल दिया। उन्होंने पुलिस व निगमकर्मियों पर पथराव शुरू कर दिया, जिससे भगदड़ जैसी स्थिति बन गई।
सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि उपद्रवियों ने अपने बचाव के लिए रणनीति के तहत महिलाओं और बच्चों को आगे खड़ा कर दिया। पुलिस ने जब जवाबी कार्रवाई करते हुए इन महिलाओं को हिरासत में लिया, तो उपद्रवियों ने 'विक्टिम कार्ड' खेलने की कोशिश की और और ज्यादा उग्र हो गए। इससे स्थिति और बिगड़ गई।
पथराव में कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। जेसीबी चालक गंभीर रूप से घायल हो गया है, वहीं कई नगर निगम कर्मचारी और मौके पर रिपोर्टिंग कर रहे मीडियाकर्मी भी चोटिल हुए हैं। पथराव इतना तीव्र था कि कार्रवाई बीच में ही रोकनी पड़ी और पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए हवाई फायरिंग भी करनी पड़ी।
घटना की जानकारी मिलते ही डीसीपी राजर्षि राज वर्मा मौके पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों से पूरी जानकारी ली और तुरंत अतिरिक्त जाप्ता बुलवाया गया। जोधपुर नगर निगम की महापौर वनिता सेठ भी मौके पर पहुंचीं और हालात को नियंत्रित करने में अधिकारियों को सहयोग दिया।
प्रशासन का कहना है कि अब जो 57 अतिक्रमण बचे हैं, उन्हें हर हाल में हटाया जाएगा। महापौर ने स्पष्ट तौर पर कहा कि कानून हाथ में लेने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी और जो भी लोग अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई में बाधा डाल रहे हैं, उनके खिलाफ आपराधिक मुकदमे दर्ज किए जाएंगे।
फिलहाल इलाके में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है और स्थिति को नियंत्रण में बताया जा रहा है। जोधपुर में इस घटना ने एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं कि जब पूरी तैयारी के साथ प्रशासन कार्रवाई करता है, तो ऐसे हालात क्यों बनते हैं जहां खुद पुलिस को पीछे हटना पड़े।
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