टोंक जेल में हथियार,मेरी जान को खतरा;नरेश मीणा का चौंकाने वाला बयान,CM से ये गुहार
राजस्थान के टोंक से चर्चित नेता नरेश मीणा ने टोंक कोर्ट में पेशी के दौरान एक सनसनीखेज बयान देकर हलचल मचा दी। नरेश मीणा ने दावा किया कि टोंक जेल में उनके जान की सुरक्षा को गंभीर खतरा था और वहां हथियार भी मौजूद थे।

राजस्थान के टोंक से चर्चित नेता नरेश मीणा ने टोंक कोर्ट में पेशी के दौरान एक सनसनीखेज बयान देकर हलचल मचा दी। नरेश मीणा ने दावा किया कि टोंक जेल में उनके जान की सुरक्षा को गंभीर खतरा था और वहां हथियार भी मौजूद थे। उन्होंने कहा कि इसी वजह से उन्हें बूंदी जेल शिफ्ट किया गया। मीणा ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से अपील की कि वह अपना वादा निभाएं और उन्हें जल्द रिहा करवाएं।
23 मार्च का वादा, अब तक इंतजार
नरेश मीणा का आरोप है कि मुख्यमंत्री ने उनसे 23 मार्च तक जेल से रिहाई का वादा किया था, लेकिन वह आज तक अधूरा है। उन्होंने कहा, "अब समय आ गया है कि सरकार अपनी बात पर कायम रहे, हम इंतजार कर चुके हैं।" नरेश का यह बयान सामने आते ही उनके समर्थकों में खलबली मच गई।
फिर टली बहस, कोर्ट में हलचल
सोमवार को टोंक SC-ST कोर्ट में चार्ज बहस होनी थी, लेकिन नए जज के कार्यभार ग्रहण न करने की वजह से बहस एक बार फिर टल गई। अब अगली सुनवाई 9 मई को होगी। यह दूसरी बार है जब 28 अप्रैल के बाद बहस टल गई, जिससे केस की गति पर सवाल उठने लगे हैं।
नारेबाजी और चेतावनी
जैसे ही नरेश की पेशी की खबर फैली,समर्थकों की भीड़ कोर्ट परिसर पहुंच गई। "नरेश मीणा ज़िंदाबाद" के नारों से माहौल गर्मा गया। सरपंच संघ जिलाध्यक्ष मुकेश मीणा और आरडी गुर्जर ने चेतावनी दी कि अगर जल्द रिहाई नहीं हुई तो 15 मई से जयपुर में अनशन शुरू किया जाएगा। समर्थकों ने 19 फरवरी की उस मुलाकात की याद दिलाई जब नरेश के पिता कल्याण सिंह मीणा ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की थी और वादों के बदले 25 फरवरी का आंदोलन टाल दिया था।
थप्पड़ कांड से लेकर जेल तक की कहानी
बता दें कि 13 नवंबर 2024 को समरावता गांव में मतदान के बहिष्कार के बीच नरेश मीणा ने एसडीएम अमित चौधरी को थप्पड़ मार दिया था, जिससे भारी बवाल मच गया। हालात बेकाबू हुए, पुलिस और ग्रामीणों में झड़पें हुईं और कई गाड़ियां जला दी गईं। 14 नवंबर को नरेश की गिरफ्तारी हुई और 15 नवंबर से वे जेल में हैं।