Sheetala Saptami and Sheetala ashtami date : जिन लोगों के अष्टमी पूजी जाती है, वहां महाअष्टमी के एक दिन पहले सप्तमी तिथि यानी 21 मार्च की रात को पकवान, पुआ, खीर-पुड़ी, कढ़ी-चावल, भीगी चने की दाल आदि भोग की साम्रगी बनाई जाएगी।
Sheetala Saptami 2025 Kab Hai: शीतला सप्तमी के दिन व्रत करने व पूजा करने से माता शीतला की चेचक, खसरा आदि रोगों को नियंत्रित करती हैं और लोगों को इन रोगों के प्रकोप से सुरक्षा प्रदान करती हैं।
मीरापुर-सिकंदरपुर रोड पर है शीतला माता (बबरेवाली) मंदिर। अर्जुन के बेटे बबरुवाहन के नाम पर इस मंदिर को बबरे वाली के नाम से जाना जाता है। हर साल होली के चार दिन बाद यहां विशाल मेला लगता है।
Sheetala Saptami and Sheetala ashtami:हर साल चैत्र मास की सप्तमी तिथि और अष्टमी तिथि को शीतला सप्तामी व्रत और शीतलाष्टमी व्रत किया जाता है। अलग-अलग जगह अलग दिन इस व्रत को करने की परंपरा रही है।