यूपी से लोकसभा की सांसद और केंद्र की मोदी सरकार में मंत्री अनुप्रिया पटेल ने राज्यसभा एक प्रश्न के उत्तर में बताया कि मेडिकल कॉलेजों में रैगिंग के मामले में उत्तर प्रदेश से सबसे ज्यादा शिकायतें आ रही हैं। उन्होंने कई राज्यों का डाटा भी दिया है।
झांसी में पोस्टमार्टम हाउस पर शव के साथ दरिंदगी के मामले में यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक एक्शन में आ गए हैं। ब्रजेश पाठक ने घटना के वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुए सीएमओ से दोनों लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। इसके साथ ही झांसी के डीएम और एसएसपी को भी मामले में एक्शन के लिए आदेश दिया है।
उत्तर प्रदेश के मेडिकल कॉलेज और सरकारी अस्पतालों में तैनात नर्सों के लिए राहत की खबर है। मेडिकल कॉलेज की नर्सों को जल्द ही नर्सिंग अलाउंस व ड्रेस अलाउंस मिल सकता है। हाइकोर्ट इसे लेकर संजीदा है।
यूपी के मेडिकल कॉलेजों में स्थायी प्राचार्यों की तैनाती के काम में तेजी लाई जा रही है। इसी क्रम में चार राज्य स्वशासी मेडिकल कॉलेजों में प्रधानाचार्यों की तैनाती की गई है। इनमें हरदोई, मीरजापुर, फिरोजाबाद और औरैया के मेडिकल कॉलेज शामिल हैं।
नेशनल मेडिकल काउंसिल ने पांच नये मेडिकल कॉलेजों को मान्यता देने के साथ 100-100 सीटों की अनुमति दे दी है। इनमें चंदौली, कौशांबी, गोंडा, लखीमपुर खीरी और औरैया के स्वशासी चिकित्सा महाविद्यालय शामिल हैं। इसके अलावा कानपुर देहात और ललितपुर के मेडिकल कॉलेजों में भी सीटें बढ़ाने की स्वीकृति मिली है।
उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में मेडिकल कॉलेज से संबद्ध जिला अस्पताल में आउटसोर्सिंग पर तैनात करीब 200 सौ से अधिक कर्मचारियों को पिछले सात माह से वेतन नहीं मिला है। इससे कर्मचारी ही नहीं इनका परिवार भी परेशान है।
इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में 2024-25 के सत्र के लिए शुल्क निर्धारण का आदेश दिया है। न्यायालय ने कहा है कि शुल्क निर्धारण की कार्यवाही चार सप्ताह में पूरी की जाए।
उत्तर प्रदेश के 6 नये मेडिकल कॉलेजों ने भी मान्यता के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के समक्ष अपील दायर कर दी है। ऐसे में इन कॉलेजों को भी मान्यता मिलने की उम्मीद बढ़ गई है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि आगामी शनिवार से प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में ई-ओपीडी की व्यवस्था लागू की जाए। मुख्यमंत्री ने प्रत्येक जिले में इण्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर...
कानों के ट्यूमर समेत कानों से जुड़ी अन्य जटिल बीमारियों के इलाज के लिए अमेरिका, इंग्लैण्ड या अन्य यूरोपीय देश नहीं जाना होगा। दो- तीन साल बाद प्रदेश में ही इन रोगों का आसानी से इलाज हो सकेगा। राज्य...