एसी, पंखे, तमाम लाइटें और बिजली बिल बीपीएल से कम, सपा सांसद के घर में क्या-क्या उपकरण
उत्तर प्रदेश के संभल जिले में सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क के घर बिजली विभाग की टीम भारी पुलिस बल के साथ चेकिंग के लिए पहुंची। सांसद के घर में एसी, पंखे, तमाम लाइटें मिलीं। दरअसल, बिजली बिल बीपीएल से कम आया है।

यूपी के संभल में गुरुवार आज सुबह सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क के घर बिजली विभाग की टीम भारी पुलिस बल के साथ चेकिंग के लिए पहुंची। विभाग की टीम ने सांसद के परिसर में बिजली के उपयोग में अनियमितताओं को चिन्हित किया है। टीम मीटर रीडिंग करने और एसी, पंखे और अन्य बिजली उपकरणों के लोड की जांच की। बिजली विभाग ने बताया है कि सपा सांसद के दो मंजिला घर में 83 बल्ब, 19 पंखे और 3 एसी चलाए जा रहे थे। गीजर से लेकर माइक्रोवेव तक तमाम उपकरण भी चलते पाया गया। बिजली विभाग ने बताया कि जांच के दौरान बर्क के घर पर 16,480 वॉट के उपकरणों का इस्तेमाल किया जा रहा था जबकि दो केवी का कनेक्शन था।
वहीं सपा सांसद के वकील कासिम जलाल की मानें तो सांसद के घर में 10 किलोवाट का सोलर पैनल और 5 किलोवाट का जनरेटर लगा है। घर में दो एयर कंडीशनर, आधा दर्जन पंखे, एक फ्रिज और लाइटें भी हैं। घर में केवल चार लोग ही रहने वाले हैं। बिजली कनेक्शन का न्यूनतम फिक्सक्ड चार्ज नियमानुसार जमा किया जा रहा है।
दरअसल, इससे पहले सांसद बर्क के घर कम बिजली खपत को लेकर सोशल मीडिया में एक पर्ची वायरल हुई है जिसकी पुष्टि 'लाइव हिन्दुस्तान' नहीं करता है। बिजली विभाग ने सांसद के घर कनेक्शन पर 231 रुपये महीने के हिसाब से बिल दिया। दोनों कनेक्शनों का कुल वार्षिक बिल 14,363 रुपये आया है जबकि सांसद के पड़ोसी, एक बीपीएल कनेक्शन धारक ने अपने एक किलोवाट कनेक्शन पर 1693 यूनिट खर्च की। जिसका 12,423 रुपये का बिल आया है। इसका दिसंबर में शून्य यूनिट खर्च हुई।
संभल में सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क के घर पर दो कनेक्शन की बात सामने आई। बताया जा रहा है कि प्रत्येक कनेक्शन 2-2 किलोवाट का है। बीते एक साल में इन दोनों कनेक्शनों पर मात्र 14 हजार रुपए का बिजली बिल आया है। जांच में सामने आया कि दोनों कनेक्शनों के मीटर अलग-अलग समय पर लंबे समय तक बंद रहे, जिससे शून्य रीडिंग दर्ज हुई। एक मीटर पांच माह और दूसरा सात माह तक बंद रहा।
इसके बाद बिजली विभाग ऐक्शन में आया। सांसद जियाउर्रहमान बर्क के घर स्मार्ट मीटर लगाने के लिए लगाने के लिए मंगलवार को एएसपी श्रीश्चंद्र पुलिस, पीएसी, आरआरएफ और आरएएफ को लेकर पहुंचे थे। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सांसद के घर पुराने मीटर हटाकर स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य किया गया। बिजली विभाग ने पुराने मीटरों को लैब जांच के लिए भेज दिया। जांच में पाया गया कि एक मीटर पर शून्य लोड था, जबकि दूसरे पर 5.9 किलोवाट का लोड दर्ज हुआ।
अब गुरुवार सुबह बिजली विभाग की टीम सांसद जियाउर्रहमान बर्क के घर पहुंची। जांच टीम ने एक घंटे तक गहन जांच की और सभी कनेक्शनों व उपकरणों का परीक्षण किया। जांच पूरी करने के बाद एसडीएम डॉ. वंदना मिश्रा भी मौके पर पहुंचीं। एसडीएम वंदना मिश्रा ने बताया कि बिजली चोरी के खिलाफ यह हमारा नियमित अभियान है। यह चेकिंग उसी के सिलसिले में है। ऐसी सूचना मिली थी कि उचित बिजली कनेक्शन और एसओपी का पालन नहीं किया जा रहा है। इसलिए जांच के लिए टीम पहुंची है।