अवैध कब्जे नहीं रोकने पर 5 कानूनगो जिले से बाहर भेजे गए, लखनऊ कमिश्नर रोशन जैकब का ऐक्शन
राजधानी लखनऊ में सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जे नहीं रोकने पर पांच कानूनगो जिले से बाहर भेज दिया गया है। डीएम की संस्तुति पर लखनऊ कमिश्नर रोशन जैकब ने ऐक्शन लिया है।

सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जे होते रहे लेकिन राजस्व कर्मचारी अनदेखा किए। अफसरों के निरीक्षण में ये सामने आया। इसके अलावा कई सरकारी जमीनों पर हाल ही में कमिश्नर ने अवैध कब्जों पर रिपोर्ट तलब की। इसी क्रम में कमिश्नर रोशन जैकब के निर्देश पर पांच राजस्व निरीक्षक यानी कानूनगो शहर से बाहर भेज दिए गए। इनके तबादले के लिए जिलाधिकारी की ओर से संस्तुति की गई थी।
जिन पर कार्रवाई की गई है उनमें सरोजनीनगर में तैनात राजस्व निरीक्षक भी शामिल है जिनकी लापरवाही कमिश्नर के निरीक्षण में सामने आई थी। उसी वक्त कमिश्नर ने उनको निलम्बित करने के निर्देश दिए थे। निलम्बन की प्रक्रिया अभी जारी है। इस बीच संबंधित राजस्व निरीक्षक को लखनऊ से उन्नाव भेज दिया गया है। अपर आयुक्त प्रशासन राधेश्याम ने इस संबंध में आदेश जारी किए हैं। लखनऊ मे तैनात राजस्व निरीक्षक (कानूनगो) समर बहादुर को सीतापुर स्थानांतरित किया गया है। इसी तरह राजस्व निरीक्षक सम्पूर्णानन्द को लखनऊ से उन्नाव भेजा गया है। राजस्व निरीक्षक नरेन्द्र कुमार मिश्रा को लखनऊ से सीतापुर स्थानांतरित किया गया है। अशोक कुमार पाण्डेय को लखनऊ से उन्नाव और राजस्व निरीक्षक मोहम्मद शोएब को सीतापुर भेजा गया है। अपर आयुक्त ने बताया कि मंडल के सभी जिलों में सरकारी जमीन पर अवैध कब्जों के मामलों में ढिलाई बरतने या संलिप्तता पर कार्रवाई की जा रही है। तबादलों में संबंधित जिलाधिकारियों की ओर से की गई संस्तुतिओं को आधार बनाया गया है।
जिलाधिकारियों से बनवाई थी दागी राजस्व कर्मियों की सूची
कुछ समय पहले कमिश्नर ने लखनऊ समेत सभी छह जिलों के जिलाधिकारियों को पत्र भेजा था। इसमें कहा गया था कि धन उगाही, प्रॉपर्टी डीलरों या भू माफियाओं से साठगांठ या ढिलाई बरतने वाले कानूनगो और लेखपालों की सूची बना कर उनको भेजें। इसी क्रम में जिलाधिकारियों ने सूची तैयार कर भेजी थी।
बड़ी संख्या में लेखपालों के भी तबादले
कमिश्नर के निर्देश पर अपर आयुक्त ने 30 लेखपालों के भी दूसरे जिलों में तबादले किए हैं जिनकी शिकायतें जिला स्तर पर आई थीं। इनके अलावा 44 लेखपालों के तबादले निजी अनुरोध या स्वास्थ्य कारणों से किए गए हैं।