बोले आगरा: जर्जर मकान, सरकार यहां दीजिए ध्यान
Agra News - सिकंदरा क्षेत्र के शास्त्रीपुरम में काशीराम आवास कॉलोनी की स्थिति बेहद खराब है। पेयजल की कमी, सफाई का अभाव और सुरक्षा की समस्याएं residents के लिए गंभीर चुनौती बन गई हैं। लोगों को गंदे पानी का उपयोग...

सिकंदरा क्षेत्र के शास्त्रीपुरम में बनी काशीराम आवास कॉलोनी बदहाल है। बात पेयजल आपूर्ति की हो या फिर परिसर में सफाई की। कॉलोनी में रहने वाले परिवारों के सामने कदम-कदम पर रोड़े हैं। परिवार मूलभूत जरूरतों को तरस रहे हैं। संवाद कार्यक्रम में परिवारों ने अपनी परेशानी बयां की। कहा कि परिसर में गंदगी का अंबार लगा है। नाले नालियां चोक पड़ी हैं। पाइप लाइन से खारे पानी की सप्लाई दी जा रही है। इन दिक्कतों की वजह से लोगों की जिंदगी नरक बन गई है। जरूरतमंद परिवारों के सिर पर छत देने के इरादे से बसपा शासनकाल में काशीराम आवास योजना का निर्माण किया गया था। शास्त्रीपुरम में निर्मित इस आवास योजना में कुल 25 ब्लॉक बनाए गए। कुल 1360 मकानों का निर्माण हुआ। इसके बाद सपा शासनकाल में जरूरतमंद परिवारों के बीच लॉटरी सिस्टम से मकानों का आवंटन किया गया।
इन सभी आवासों में अब आवंटी अपने परिवारों के साथ रहते हैं। इन मकानों में रहने वाले कुल लोगों की संख्या चार हजार से भी अधिक बताई जाती है। ये लोग मूलभूत जरूरतों के लिए तरस रहे हैं।
निवासियों का आरोप है कि आवासों के निर्माण में घटिया सामग्री का प्रयोग किया गया। कुछ ही सालों में योजना के तहत बने आवासों की हालत जर्जर हो गई। कई आवासों में दीवारों से सीमेंट का प्लास्टर झड़ चुका है। ईटें नजर आने लगी हैं। सप्लाई से खारा पानी मिल रहा है। इससे कपड़े भी नहीं धो सकते। सिर्फ टॉयलेट में उपयोग कर सकते हैं।
लेकिन मजबूरी ऐसी है कि इसी पानी से सारे काम चलाए जा रहे। नहाने और खाना बनाने के लिए प्रयोग किया जा रहा। यह पानी बीमार कर रहा। समय से पहले कपड़े खराब कर रहा। मजबूरी में लोगों को अपनी स्वयं की राशि खर्च कर समर्सिबल लगवानी पड़ी है। पीने के लिए पानी भी खरीदना पड़ रहा है।
यहां के परिवारों के लिए सुरक्षा व्यवस्था भी चुनौती बनी हुई है। लोगों ने बताया कि बीते कुछ महीने में कई मकानों में चोरी हो चुकी है। कुछ लोगों के वाहन भी चोर उठा ले गए हैं। कॉलोनी के आसपास शराबियों का जमघट रहता है। शराबी नशा करने के बाद उत्पात करते हैं। विरोध करने पर कॉलोनी में रहने वाले परिवारों के साथ मारपीट करते हैं।
परिसर में चौतरफा गंदगी का अंबार नजर आता है। नाले नालियां चोक पड़ी हैं। घरों के आसपास गंदगी के ढेर लगे हुए हैं। गंदगी की वजह से परिसर में हर समय दुर्गंध रहती है। लोगों का सांस लेना तक मुश्किल हो जाता है। लोगों का आरोप है कि शिकायत करने के बाद भी संबंधित सफाई करने के लिए कॉलोनी में नहीं आते हैं।
कूड़ा गाड़ी भी कॉलोनी तक नहीं पहुंचती है। लोगों का आरोप है कि काशीराम आवास होने की वजह से उनके साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। उनके बच्चों के जीवन से खिलवाड़ किया जा रहा है। लोगों ने बताया कि परिसर में ब्लॉक वार पार्क का निर्माण किया गया था। लेकिन देखरेख के अभाव में पार्क बदहाल पड़े हैं। स्कूल बनाने के लिए छोड़ी गई जमीन भी बंजर हो चुकी है। लोगों का कहना है कि प्रशासनिक मशीनरी की अनदेखी की वजह से उनके सपने चकनाचूर हो रहे हैं।
कॉलोनी में नहीं होती नियमित सफाई
काशीराम आवास योजना के तहत बनाए गए मकानों में 1360 परिवार निवास करते हैं। हर घर से रोजाना कचरा निकलता है। इस कूड़े का सही निस्तारण नहीं हो पा रहा है। मजबूरी में लोगों को घर से निकलने वाला कूड़ा परिसर में खाली पड़े स्थान पर फेंकना पड़ता है। इस कारण परिसर में गंदगी का अंबार लग जाता है। परिसर का वातावरण दूषित हो जाता है। कचरे के पास से भीषण दुर्गंध उठती है। घर से बाहर निकलने पर सांस लेने में भी दिक्कत होती है। लोगों ने परिसर में नियमित सफाई कराए जाने की मांग की है।
लगातार चोरी की वारदातों से दहशत
कॉलोनी में लगातार चोरी की वारदातों से लोगों में दहशत का माहौल है। लोगों के मुताबिक कॉलोनी के कई मकानों के ताले टूट चुके हैं। चोर घर के अंदर रखा कीमती सामान उड़ा चुके हैं। इसके अलावा वाहन चोरी की कई वारदातें भी परिसर में घटित हुई हैं। लोगों ने आरोप लगाया कि परिसर में कभी पुलिस की गश्त नहीं रहती। पुलिस की गाड़ी बाहर मार्ग से ही सायरन बजाते हुए निकल जाती है। कभी कॉलोनी में पहुंचकर लोगों से परेशानी नहीं पूछी जाती। लोगों ने कॉलोनी के आसपास नियमित गश्त की मांग की है।
शराबियों के उत्पात से लोग परेशान
काशीराम आवास योजना में रहने वाले परिवारों के लिए शराबी भी बड़ी समस्या बने हुए हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि शाम ढलते ही कॉलोनी के आसपास शराबियों का जमघट लग जाता है। जहां भी खाली स्थान दिखता है। बाहर से आए शराबी वहां महफिल सजा लेते हैं। नशा होने के बाद उत्पात मचाते हैं। विरोध करने पर मारपीट को उतारू होते हैं। महिलाओं, युवतियों पर फब्तियां कसते हैं। कई बार कॉलोनी के लोगों का शराबियों से झगड़ा भी हो चुका है। सभी ने इनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
सीवर की वजह से हो रही दिक्कत
काशीराम आवास योजना में सीवर की समस्या भी लोगों के लिए बड़ी परेशानी बनी हुई है। परिसर में कई स्थानों पर सीवर के ढक्कन गायब हो गए हैं। नियमित सफाई न होने से सीवर उफान मारते हैं। सीवर लाइन के आसपास मलमूत्र भर जाता है। परिसर में गंदा पानी भर जाता है। इससे आने जाने में भी दिक्कत होती है। सीवर लाइन के ढक्कन खुले रहने की वजह से हर समय हादसे का खतरा भी रहता है। लोगों ने बताया कि कई बार बच्चे हादसे का शिकार होने से बचे हैं। लोगों ने सीवर लाइन की सफाई किए जाने की मांग की है।
ये हैं समस्याएं
कॉलोनी में नहीं होती नियमित सफाई
लगातार चोरी की वारदातों से दहशत
शराबियों के उत्पात से लोग हैं परेशान
सीवर की वजह से हो रही है दिक्कत
जर्जर हो चुके हैं कई लोगों के आवास
ये हैं समाधान
कॉलोनी में नियमित सफाई की जाए
कॉलोनी के आसपास पुलिस गश्त रहे
शराबियों पर सख्ती से कार्रवाई की जाए
सीवर लाइन से सफाई करवाई जाए
जर्जर मकानों की मरम्मत कराई जाए
1)- कॉलोनी में सबसे बड़ी परेशानी पानी की है। पाइप लाइन से खारे पानी की सप्लाई दी जा रही है। मजबूरी में दैनिक कार्यों के लिए दूषित जल का उपयोग करना पड़ रहा है। इसका सेहत पर भी बुरा असर पड़ रहा है। पानी की परेशानी का जल्दी समाधान किया जाना चाहिए।
रश्मि मित्रा, स्थानीय निवासी
2)-इस योजना के तहत परिसर में सरकारी स्कूल, अस्पताल और बारातघर का निर्माण किया जाना था। बारात घर का निर्माण तो हो चुका है। लेकिन स्कूल और अस्पताल अब तक नहीं बन पाए हैं। मेरी यही मांग है कि आवंटियों से जो वायदे किए थे। उन्हें जल्दी पूरा किया जाए।
अर्चना पिप्पल, स्थानीय निवासी
3)-कॉलोनी में गंदगी की समस्या विकराल है। परिसर में खाली स्थानों पर कूड़े के ढेर लगे हुए हैं। कचरे की वजह से परिसर में हर समय दुर्गंध का वातावरण बना रहता है। तेज हवा चलने पर दुर्गंध घर के अंदर तक भर जाती है। समस्या का जल्दी समाधान किया जाना चाहिए।
कुसुमलता, स्थानीय निवासी
4)- खारे पानी की वजह से हमारे हाथ खराब हो रहे हैं। हम लोगों को भी गंगाजल की सप्लाई मिल जाए तो बड़ी परेशानी हल हो जाएगी। मेरी शासन प्रशासन से यही मांग है कि पानी की परेशानी का प्राथमिकता से समाधान किया जाए। खारे पानी से जीना दुश्वार होता जा रहा है।
गीता कैन, स्थानीय निवासी
5)- योजना के तहत बनाए गए आवासों के निर्माण में गुणवत्तापूर्ण सामग्री का इस्तेमाल नहीं किया गया है। यही कारण है कि कई मकानों में दीवार और छतों पर लगा सीमेंट उखड़ चुका है। दीवार में पीली ईंटे नजर आने लगी हैं। इससे निवासियों को काफी परेशानी हो रही है।
सुनीता देवी, स्थानीय निवासी
6)-काशीराम आवास योजना में सीवर समस्या भी लोगों के लिए बड़ी परेशानी बनी हुई है। परिसर में कई स्थानों पर सीवर के ढक्कन गायब हो गए हैं। नियमित सफाई न होने से सीवर उफान मारते हैं। सीवर लाइन के आसपास मलमूत्र भर जाता है। परिसर में गंदा पानी भर जाता है।
विजयपाल सिंह, स्थानीय निवासी
7)-आवासीय परिसर में सीवर का गंदा पानी भर जाने पर आने जाने में भी दिक्कत होती है। सीवर लाइन के ढक्कन खुले रहने की वजह से हर समय हादसे का खतरा भी रहता है। कई बार बच्चे हादसे का शिकार होने से बचे हैं। सीवर के ढक्कन लगाए जाएं। नियमित सफाई हो।
दिनेश कुमार, स्थानीय निवासी
8)-काशीराम आवास योजना में रहने वाले परिवारों के लिए शराबी भी बड़ी समस्या बने हुए हैं। मौजूद हालात ऐसे है कि शाम ढलते ही कॉलोनी के आसपास शराबियों का जमघट लग जाता है। जहां भी खाली स्थान दिखता है। बाहर से आए शराबी वहां महफिल सजा लेते हैं।
धर्मवीर, स्थानीय निवासी
9)-कॉलोनी के कई मकानों के ताले टूट चुके हैं। चोर घर के अंदर रखा कीमती सामान उड़ा चुके हैं। इसके अलावा वाहन चोरी की कई वारदातें भी परिसर में घटित हुई हैं। मेरी यही मांग है कि कॉलोनी के पास पुलिस की नियमित ड्यूटी रहे। संदिग्धों, शराबियों पर कार्रवाई हो।
कीरत सिंह, स्थानीय निवासी
10)-परिसर में नियमित साफ-सफाई करवाए जाने की जरूरत है। गंदगी की वजह से कॉलोनी में काफी मच्छर हो गए हैं। इससे मच्छर जनित बीमारियों के फैलने का खतरा बढ़ रहा है। मेरी यही मांग है कि नगर निगम अधिकारी इस समस्या को संज्ञान लेकर कार्य करें।
सुरेश चंद, स्थानीय निवासी
11)- कॉलोनी में काफी समय से मूलभूत समस्याएं व्याप्त हैं। हम लोग कई बार विभागीय अधिकारियों से ऑनलाइन और लिखित शिकायत कर चुके हैं। इसके बाद भी समस्याओं का समाधान नहीं किया जा रहा है। हम लोगों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।
भगवान सिंह, स्थानीय निवासी
12)- पानी की सप्लाई सही नहीं होने की वजह से हम लोगों को पीने के लिए पानी खरीदना पड़ता है। इसमें काफी खर्च हो जाता है। इससे किचन का बजट बिगड़ जाता है। हम लोगों को भी स्वच्छ जल की सप्लाई मिल जाए तो पानी खरीदने में होने वाला अनावश्य खर्चा कम हो जाएगा।
रेखारानी, स्थानीय निवासी
13)-कॉलोनी का पार्क काफी समय से बदहाल पड़ा है। बच्चे पार्क का पूरा उपयोग नहीं कर पाते हैं। पार्क का सौंदर्यीकरण किया जाना बेहद जरूरी है। इससे कॉलोनी में रहने वाले सभी परिवारों को लाभ मिलेगा। मॉर्निंग वॉक और योग करने वालों को भी इससे सुविधा होगी। संजीव कुमार, स्थानीय निवासी
14)- कॉलोनी में काफी समय से सीवर लाइन की सफाई नहीं हुई है। इससे काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। लोड बढ़ जाने पर सीवर लाइन का गंदा पानी ओवर फ्लो होकर परिसर में भर जाता है। इस वजह से काफी दिक्कत होती है। बारिश के मौसम में परेशानी बढ़ जाती है।
राकेश कुमार, स्थानीय निवासी
15)-कॉलोनी में नियमित सफाई कर्मचारियों की तैनाती किया जाना बेहद जरूरी है। कूड़ा वाहन भी कॉलोनी में रोजाना पहुंचना चाहिए। जिससे लोग अपने घरों से निकलने वाले कचरे का उचित निस्तारण कर पाएं। नगर निगम सभी परेशानियों का प्राथमिकता से समाधान करें।
सतीश गौतम, स्थानीय निवासी
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।