खेत पर जाकर फार्मर रजिस्ट्री करेंगे कृषि विभाग के कर्मचारी
Badaun News - बदायूं में कृषि विभाग फार्मर रजिस्ट्री के लिए विशेष अभियान चला रहा है। गेहूं कटाई के कारण किसान घर पर नहीं मिल रहे हैं, इसलिए कर्मचारियों को खेतों पर भेजा जा रहा है। अब तक 2.33 लाख किसान रजिस्ट्री करा...

बदायूं, संवाददाता। फार्मर रजिस्ट्री के लिए कृषि विभाग के कर्मचारी एवं लेखपाल गांव-गांव पहुंच रहे हैं, लेकिन इन दिनों गेहूं कटाई की सीजन में किसान घर पर नहीं मिल रहे हैं। ऐसे में अधिकारियों ने अपने कर्मचारियों को किसानों के पास खेत पर ही भेजकर फार्मर रजिस्ट्री कराने का निर्णय लिया है। इस संबंध में अधिकारियों ने कर्मचारियों को दिशा निर्देश जारी कर दिये हैं।
जिले के किसानों की फार्मर रजिस्ट्री कराने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। जिसके लिए गांव-गांव कैंप लगाये जा रहे हैं। कृषि विभाग के कर्मचारी और लेखपाल इस कार्य को पूर्ण करने में लगे हैं, लेकिन इन दिनों में गेहूं कटाई की सीजन में किसान घर पर नहीं मिल रहे हैं। ऐसे में डीडी कृषि ने अपने कर्मचारियों के लिए किसानों के पास खेत पर ही भेजकर फार्मर रजिस्ट्री कराने का निर्णय लिया है। कर्मचारी खेत पर पहुंचकर किसानों को एक किसी स्थान पर एकत्र करेंगे और वहीं पर तुंरत ही फार्मर रजिस्ट्री से संबंधित प्रकिया पूर्ण कर लेंगे। फार्मर रजिस्ट्री से संबंधित कार्य हर हाल में 30 अप्रैल तक पूर्ण होना है। अब तक जिले के 2.33 लाख किसान फार्मर रजिस्ट्री करा चुके हैं।
योजनाओं का नहीं मिलेगा लाभ
फार्मर रजिस्ट्री न कराने वाले किसानों के लिए भविष्य में विभागीय योजनाओं का लाभ नहीं मिलेगा। ऐसे में किसान स्वयं भी फार्मर रजिस्ट्री कराने को लेकर सजग रहें और निर्धारित समय अवधि में फार्मर रजिस्ट्री करा लें। तीन लाख तीन हजार किसान फार्मर रजिस्ट्री को बाकी हैं।
स्वयं भी कर सकते फार्मर रजिस्ट्री
किसान स्वयं भी मोबाइल के माध्यम से फार्मर रजिस्ट्री कर सकते हैं, अगर खुद नहीं कर पा रहे हैं तो जनसेवा केंद्र से संपर्क कर फार्मर रजिस्ट्री करा सकते हैं। पंचायत घर पर भी फार्मर रजिस्ट्री कराने की सुविधा किसानों को दी गयी है। किसान फार्मर रजिस्ट्री अवश्य करायें।
ये हैं फार्मर रजिस्ट्री के लाभ---
-पीएम किसान योजना के संतृप्तिकारण में लाभ।
- किसान क्रेडिट कार्ड में लाभ।
-फसल बीमा का लाभ प्राप्त करने में लाभ।
-आपदा प्रबंधन के तहत क्षतिपूर्ति के चिन्हांकन में सुगमता।
-न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद को पंजीकरण में लाभ।
-तहसील स्तर पर भूमि संबंधी विवादों के निस्तारण में लाभ।
- फार्मर रजिस्ट्री से राजस्व वादों में कमी।
किसान गेहूं कटाई में लगे हुये हैं। ऐसे में घर पर किसानों के न मिलने की समस्या आ रही है, इसके चलते हमने कर्मचारियों को किसानों के पास खेत पर भेजकर फार्मर रजिस्ट्री कराने का निर्णय लिया है। किसान एक जगह पर एकत्र होकर फार्मर रजिस्ट्री कराने में कर्मचारियों का सहयोग करें। आधार और ओटीपी के लिए मोबाइल साथ लेकर जायें। खतौनी ऑनलाइन निकाल ली जाएगी।
- मनोज कुमार, उपनिदेशक कृषि
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