43.31 लाख के गबन में एडीओ पंचायत व दो सचिवों पर मुकदमा
Badaun News - बदायूं में जगत ब्लाक की दो ग्राम पंचायतों में सचिवों और एडीओ पंचायत द्वारा विकास कार्यों के नाम पर 43 लाख रुपये का गबन किया गया। आडिट में गबन का खुलासा हुआ, जिसके बाद दो सचिव और एक एडीओ के खिलाफ...

बदायूं, संवाददाता। जगत ब्लाक की एक नहीं दो अलग-अलग ग्राम पंचायतों में तत्कालीन सचिव, एडीओ पंचायत और प्रधानों के दौर में बड़े स्तर पर गबन किया गया। जिसके बाद आडिट पिछले समय में किया गया तो लेखा परीक्षा अधिकारी से आडिट कराने के नाम पर रिकार्ड को छिपाया और गबन से बचने की कोशिश की। मगर इसकी जांच की गई और लेखा परीक्षा अधिकारी ने अपनी रिपोर्ट दी। जिसके बाद दो सचिव और एक एडीओ पंचायत सहित के खिलाफ गबन के मामले में मुकदमा दर्ज किया गया है।
थाना मूसाझाग में गबन के मामले में दो मुकदमा दर्ज किये गये हैं। यहां जगत ब्लाक की ग्राम पंचायत कंडेला और नरेली महोरा में तैनात रहे सचिवों पर व एडीओ पंचायत पर मुकदमा दर्ज किया है। जिला पंचायत यादव अब्बास के आदेश पर बीडीओ जगत ने वर्तमान सचिवों से तहरीर दिलाकर मुकदमा दर्ज कराया है। जिसमें दोनों ग्राम पंचायतों में 43 लाख 31 हजार 57 रुपये का गबन निकला है। इसमें ग्राम पंचायत कंडेला को लेकर जगदीश चंद्र तिवारी सेवानिवृत सचिव व एडीओ पंचायत हेमेंद्र गौतम पर सात वर्षों में 28 लाख 49 हजार 695 रुपये का गबन, नरेली महोरा में तत्कालीन सचिव सुमित गुप्ता पर विकास कार्यों के नाम पर 14 लाख 81 हजार 362 रुपये के गबन का मुकदमा दर्ज किया गया है।
सचिव और एडीओ ने मिलकर सात वर्षों तक किया गबन
पहला मामला जगत ब्लाक के कंडेला का है। यहां वित्तीय वर्ष 2011 से 2017 तक ग्राम पंचायत में विकास कार्यों के नाम पर गबन किया गया। जिसमें वर्तमान निवासी मधुवन कालोनी निवासी जगदीश चंद्र तिवारी सेवानिवृत्त ग्राम विकास अधिकारी और वर्तमान सहसवान सहायक विकास अधिकारी हेमेंद्र गौतम पर गबन के मामले में विशाल पटेल पुत्र नरेश कुमार ने वर्तमान सचिव निवासी बदायूं शहर इंदिराचौक ने मूसाझाग थाना में मुकदमा दर्ज कराया है। मुकदमा के अनुसार दोनों अधिकारियों ने मिलकर वित्तीय वर्ष 2011-12 में एक लाख 77 हजार रुपये, वित्तीय वर्ष 2012-13 तीन लाख 73 हजार 240 रुपये, वित्तीय वर्ष 2013-14 में नौ लाख 55 हजार 29 रुपये, वित्तीय वर्ष 2014-15 में एक लाख 85 हजार 42 रुपये, वित्तीय वर्ष 2015-16 में पांच लाख 24 हजार 117 रुपये, वित्तीय वर्ष 2016-17 में छह लाख 35 हजार 267 रुपये का गबन किया गया। जिसका खुलासा आडिट के दौरान हुआ था। लेखा परीक्षा अधिकारी नरेंद्र कुमार ने आडिट को दस्तावेज मांगे तो रिकार्ड नहीं दिखाकर गबन को दबाने की कोशिश की गई। मगर अधिकारियों ने आडिट के दौरान यह लगातार हुए गबन का उजागर किया।
नरेली महोरा में गबन, मुकदमा दर्ज
गबन का दूसरा मामला ब्लाक जगत के गाांव नरेली महोरा का है। यहां वित्तीय वर्ष 2016-17 से 2017-18 में विकास कार्यों के नाम पर गबन किया गया है। जिसमें वर्तमान तैनाती ब्लाक भुता जनपद बरेली में है निवासी शहर के इंदिरा चौक सुमित गुप्ता पर गबन के मामले में थाना मूसाझाग में ग्राम विकास अधिकारी नीरज कुमारी ग्राम पंचायत सचिव नरेली महोरा निवासी राजपुर मिल्क ठाकुर द्वारा जनपद मुरादाबाद ने मुकदमा दर्ज कराया है। मुकदमा के अनुसार वित्तीय वर्ष 2016-17 और 2017-18 में पांच लाख 73 हजार 333 रुपये और नौ लाख आठ हजार 29 रुपये का गबन किया है। यह गबन लेखा परीक्षा अधिकारी की जांच के बाद खुला है। आडिट के दौरान रिकार्ड मांगा गया और उपलब्ध नहीं कराया। जिसके बाद अधिकारियों ने जांच कराई तो गबन निकलकर सामने आया है।
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