पयागपुर के सोमनाथ से जुड़ेगा गोंडा का पृथ्वीनाथ मंदिर
Bahraich News - 32 करोड़ से पयागपुर से पृथ्वीनाथ मंदिर तक चौड़ी होगी नहर पटरी सड़क पयागपुर के सोमनाथ से जुड़ेगा गोंडा का पृथ्वीनाथ मंदिरपयागपुर के सोमनाथ से जुड़ेगा गो

32 करोड़ से पयागपुर से पृथ्वीनाथ मंदिर तक चौड़ी होगी नहर पटरी सड़क
19 किमी लंबी है नहर पटरी
पयागपुर संवाददाता
पयागपुर के पौराणिक सोमनाथ मंदिर से गोंडा के खरगूपुर स्थित पांडवकालीन पृथ्वी नाथ मंदिर तक की 19 किमी लंबी नहर पटरी के चौड़ीकरण और सुदृढ़ीकरण के लिए शासन की ओर से 3180.59 लाख रुपयों की प्रशासनिक और वित्तीय स्वीकृति प्रदान की गई है। इस कार्य के लिए शासन ने 1113 लाख रुपयों की धनराशि लोक निर्माण विभाग को अवमुक्त भी कर दी है। यह कार्य पयागपुर के विधायक सुभाष त्रिपाठी के प्रयासों से संभव हो सका है।
पयागपुर शिवदहा मार्ग अमदापुर पटरी से सटा हुआ पांडवकालीन पौराणिक सोमनाथ मंदिर है। इसकी मान्यता आस-पास ही नहीं बल्कि दूर दूर तक है। वहीं इसी नहर पटरी के समीप गोंडा जनपद के खरगूपुर में एशिया के सबसे बड़े शिवलिंग वाला पांडव कालीन पृथ्वी नाथ मंदिर है। जिसकी मान्यता समूचे पूर्वांचल क्षेत्र में है। दोनों मंदिरों में शुक्रवार और सोमवार को हजारों श्रद्धालु जल चढ़ाते है। सावन और कजली तीज में तो संख्या कई हजार में पहुंचती है। पयागपुर तथा हुजूरपुर क्षेत्र के श्रद्धालु नहर पटरी से होकर दोनों मंदिरों में जाते हैं, किन्तु कई वर्षों से नहर पटरी का अधिकांश हिस्सा पैदल चलने लायक भी नहीं है। लोग आर्यनगर बाया खरगूपुर होते हुए 40 किमी का सफर तय कर पहुंचते हैं। इस मार्ग के चौड़ीकरण और सुदृढ़ीकरण से समय और दूरी दोनों घट जाएगा।
विधायक ने बताया कि मुख्यमंत्री से रास्ते के सुदृढ़ीकरण की मांग की गई थी। शासन की ओर से धर्मार्थ कार्ययोजना के तहत सोमनाथ मंदिर से पृथ्वीनाथ मंदिर तक 19 किलोमीटर लंबी नहर पटरी के चौड़ीकरण और सुदृढ़ीकरण के लिए रुपए 3180 लाख 59 हजार की प्रशासनिक व वित्तीय स्वीकृति प्रदान की है। शासन ने 1113 लाख को अवमुक्त भी कर दिए हैं। 40 किलोमीटर के लंबे रास्ते के बजाय 19 किलोमीटर लंबी नहर पटरी होकर आसानी से जलाभिषेक करने में सुविधा होगी। इस कार्य में पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह व सांसद कैंसरगंज करण भूषण सिंह का मार्गदर्शन व सहयोग मिला है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।