सावधान : निमंत्रण से लेकर गिफ्ट तक के नाम पर ठगी
Basti News - तरीकों से भोले-भाले लोगों को झांसे में फंसा रहे जालसाज - शेयर मार्केट का ट्रेंड घटा तो अब निमंत्रण पत्र को बनाया हथियार - एपीके फाइल की लिंक खोलते ही

बस्ती, निज संवाददाता। साइबर जालसाज भोले-भाले लोगों को अपना शिकार बनाने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं। उनकी साजिश में फंसकर एक क्लिक लोगों का बैंक खाता खाली कर दे रहा है। शेयर मार्केट के नाम पर ठगी के केसों में कमी आई तो जालसाजों ने सहालग के सीजन का लाभ उठाकर निमंत्रण से लेकर उपहार के नाम पर लोगों को निशाना बनाना शुरू कर दिया। शादी, तिलक से लेकर बर्थ-डे तक का कार्ड अनजान नंबरों से भेजकर लोगों को अपने जाल में फंसा रहे हैं। एपीके फाइल की मदद से निमंत्रण भेजने के बाद बस एक क्लिक और इनका मकसद पूरा हो जाता है।
ऐसे में एपीके फाइल को खोलने से बचे। साइबर एक्सपर्ट कहते हैं कि खासतौर से अगर अनजान नंबर से फाइल आई है तो उसे भूलकर भी न खोंले और डिलीट कर दें। हाईटेक संसाधनों के उपयोग के बीच साइबर अपराध का दायरा भी बढ़ता जा रहा है। सबसे अधिक साइबर क्राइम के मामले शेयर बाजार में निवेश के नाम पर हो रहे थे। ठगे जाने वालों में बीटेक के छात्र से लेकर व्यापारी तक शामिल हैं। बैंक से लेकर पुलिस तक अनजान लिंक, मैसेज आदि को नजरअंदाज करने की सलाह हमेशा जारी करती है। बावजूद इसके साइबर ठगी के मामलों में कमी आने के बजाय इनमें इजाफा हो रहा है। बीते दो माह में 12 से अधिक फ्राड मामलों में जालसाज लगभग 60 लाख का फ्राड कर चुके हैं। सीओ सिटी सत्येन्द्र भूषण तिवारी कहते हैं कि साइबर अपराध के प्रति लोगों को लगातार जागरूक किया जा रहा है। अनजान नंबर से आने वाले किसी भी लिंक या फाइल को डाउनलोड न करें। अगर किसी तरह की कोई संदिग्ध गतिविधि नजर आती है तो साइबर क्राइम थाने में इसकी जानकारी दें। रिमोट एक्सेस से खाली कर रहे हैं एकाउंट बस्ती। एपीके फाइल की मदद से भेजे लिंक या फाइल से जालसाज आपके मोबाइल कर रिमोट एक्सेस हासिल कर लेते हैं। इसकी मदद से फाइल डाउनलोड होने के साथ ही उनके दिए एक्सेस के मुताबिक आपके खाते से पैसा ट्रांसफर हो जाता है। जिले के वाल्टरगंज थानाक्षेत्र के रहने वाले व्यक्ति के पास केवाईसी को अपडेट करने के लिए अज्ञात व्यक्ति का फोन आया। उसने मोबाइल पर एक एपीके फाइल भेजी। एपीके फाइल को डाउनलोड करते ही जालसाज को उनके बैंक खाते का एक्सेस मिल गया और उसने बैंक खाते से छह लाख 77 हजार रुपये दूसरे खाते में ट्रांसफर कर लिया। इसी तरह शहर कोतवाली क्षेत्र के खीरीघाट मड़वानगर निवासी योगेन्द्र सिंह के मोबाइल पर एक अनजान नंबर से शादी का कार्ड एपीके फाइल के रूप में आया। निमंत्रण किसने भेजा, यह जानने के लिए उन्होंने इस कार्ड को खोला तो उनका मोबाइल रिमोट एक्सेस पर चला गया। जब तक वह कुछ समझ पाते तब तक उनके ऑनलाइन पेमेंट एप से 24500 रुपये ट्रांसफर हो गया।
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