भर्ती के नाम पर ठगी करने वाले बड़े गैंग का खुलासा, एसटीएफ ने 3 को पकड़ा
यूपी के आगरा में एसटीएफ ने टेरिटोरियल आर्मी (प्रादेशिक सेना) में भर्ती के नाम पर ठगी करने वाले बड़े गैंग का खुलासा किया है। एसटीफ ने गैंग के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है।

आगरा में आर्मी इंटेलीजेंस के इनपुट पर एसटीएफ ने टेरिटोरियल आर्मी (प्रादेशिक सेना) में भर्ती के नाम पर ठगी करने वाले बड़े गैंग का खुलासा किया है। गैंग ने जम्मू, सांबा, उधमपुर, पठानकोट से बेरोजगार युवकों को आगरा बुलाया था। यहां इनका फर्जी मेडिकल कराया जाना था। इसके लिए फिरोजाबाद के शिकोहाबाद निवासी फिजियोथेरेपिस्ट को सेना का डॉक्टर बताकर पेश किया गया। इसकी भनक लगते ही एसटीएफ की आगरा यूनिट ने गैंग के तीन सदस्यों को धर दबोचा।
मास्टरमाइंड जम्मू का रहने वाला है। माना जा रहा है कि गैंग अब तक करोड़ों की ठगी कर चुका है। एसटीएफ को आगरा में 24 युवक मिले। पीड़ितों ने एफआईआर पर साइन किए हैं। उन लोगों से ही 70 लाख रुपये ठगे गए हैं। गैंग ने फर्जीवाड़ा कर बाकायदा प्रादेशिक सेना में भर्ती का नोटिफिकेशन जारी किया था। ठगों ने फर्जी साइट बनाकर इसे वायरल किया। भर्ती देख बेरोजगार युवकों ने संपर्क करना शुरू किया। युवकों को आगरा बुलाया गया। उनसे कहा गया कि मेडिकल परीक्षा होगी। उसमें जो पास हो जाएगा, उसे नियुक्ति पत्र मिल जाएगा। प्रत्येक अभ्यर्थी को सात-सात लाख रुपये खर्च करने होंगे। इतनी रकम कुछ समय के वेतन में ही निकल आएगी। बतौर एडवांस कम से कम एक लाख रुपये देने होंगे।
लखनऊ से मिला इनपुट
आर्मी इंटेलीजेंस लखनऊ इकाई से यह सूचना एसटीएफ आगरा यूनिट को मिली। एसटीएफ टीम को आरोपियों की घेराबंदी में लगाया गया। इसके बाद बड़ी सफलता मिली। इसी तरह का मामला पिछले दिनों मैनपुरी के किशनी में सामने आया था, जहां सेना में भर्ती के नाम पर फर्जी ट्रेनिंग सेंटर खोलकर तेलंगाना के युवकों से ठगी गई थी।
आईएसबीटी के पास से पकड़े गए तीनों ठग
एसटीएफ आगरा यूनिट ने आईएसबीटी के पास से एक-एक करके तीन आरोपियों को पकड़ा। उन्होंने पूछताछ में अपने नाम अजय कुमार (मटसेना, फिरोजाबाद), कुलवंत सिंह सांबा जम्मू-कश्मीर) व सुनील कुमार (सांबा) बताए।