Leopard Attacks in Rehad Area Cause Panic Among Residents बिजनौर: बाइक सवार व पैदल राहगीर पर गुलदार का हमला, दहशत का माहौल, Bijnor Hindi News - Hindustan
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बिजनौर: बाइक सवार व पैदल राहगीर पर गुलदार का हमला, दहशत का माहौल

Bijnor News - रेहड़ क्षेत्र में बाइक चालक और पैदल राहगीरों पर गुलदार के हमलों से दहशत का माहौल है। अभिभावक बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। वन विभाग ने मानव-वन्यजीव संघर्ष निवारण के लिए कार्रवाई करने का आश्वासन...

Newswrap हिन्दुस्तान, बिजनौरSun, 4 May 2025 04:58 PM
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बिजनौर: बाइक सवार व पैदल राहगीर पर गुलदार का हमला, दहशत का माहौल

रेहड़। अलग-अलग स्थानों पर कुछ समय के भीतर बाइक चालक व पैदल राहगीर पर हुए गुलदार के हमलों से क्षेत्रीय जनता में दहशत का माहौल हैं। खासतौर से अभिभावक अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर बेहद चिंतित हैं। हालांकि वन विभाग मानव वन्यजीव संघर्ष निवारण के लिए प्रभावी कार्रवाई करने की बात कह रहा हैं। उधर वन्यजीव विशेषज्ञों की माने तो आने वाले दो तीन माह में गुलदार के हमलो का ग्राफ बढ़ेगा। गाँव उमरपुर नत्थन (नारायणवाला) निवासी राज सिंह (16 वर्ष) पुत्र पप्पू सिंह रविवार की सुबह गाँव निवासी अपने साथियों के साथ गाँव कल्लूवाला निवासी किसान हरि सिंह के खेत में गन्ने की खुदाई करने जा रहा था।

गाँव के बाहर तालाब किनारे पहुचतें ही अचानक झाड़ी से निकलकर गुलदार ने राज पर हमला कर दिया। और खींच कर झाड़ी मे ले जाने लगा। राज के साथ के साथियों ने हिम्मत दिखाते हुए राज को गुलदार के चंगुल से छुड़वाया। वही दूसरे गुलदार के हमले में गाँव फतेहपुर धारा निवासी आनंद पाल उर्फ निहाल (22वर्ष) पुत्र कुलदीप सिंह घायल हो गया। आनंदपाल के मुताबिक रविवार की सुबह वह बाइक से कल्लूवाला जा रहा था। इसी दौरान कल्लूवाला- फतेहपुर धारा संपर्क मार्ग पर रूककर किसी से बात करने लगा। तभी सड़क के नजदीक गन्ने के खेत में छिपे बैठे गुलदार ने हमला कर दिया। शोर मचाने पर मौके पर एकत्र हुए राहगीरों ने किसी तरह आनंद को गुलदार से बचाया। गुलदार के हमले में घायल राज व आनंदपाल को तत्काल पीएचसी कासमपुरगढ़ी में भर्ती कराया। घटना की सूचना मिलने पर अधीनस्थों के साथ मौके पर पहुँची रेंज अफसर अंकिता किशोर ने घटना स्थल का मुआयना कर शीघ्र पिंजरा लगाकर गुलदार को रेस्क्यू करने की बात कही। वन्यजीव विशेषज्ञ ज्ञानेश सरन खुशारिया का कहना हैं तापमान बढ़ने और खेत खलिहान खाली हो जाने के कारण गुलदार आक्रामक हो जाता हैं जिस कारण मानव वन्यजीव संघर्ष बढ़ता हैं। ऐसे हमलों से बचने के लिए गुलदार प्रभावित क्षेत्र में अकेले ना जाए।

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