बोले बिजनौर : मंडी में लगा समस्याओं का अंबार, आढ़तियों को चाहिए समाधान
Bijnor News - नगीना मंडी समिति में समस्याएं बढ़ रही हैं। आढ़तियों के अतिक्रमण, कोल्ड स्टोर की कमी, शौचालयों की गंदगी और व्यापारियों के बीच विवाद मुख्य समस्याएं हैं। मंडी में रोजाना 5-6 हजार लोग आते हैं, लेकिन यहां...

नगीना मंडी समिति में समस्याओं का बोलबाला है। आढ़तियों के अतिक्रमण करने की वजह से मंडी परिसर में तंग हो गया है। फल सब्जी ताजी रखने के लिए मंडी समिति में कोल्ड स्टोर नहीं है। इतना ही नहीं नगर में कोल्ड स्टोर न होने से बड़ी तादाद में व्यापारी नहटौर व बिजनौर आदि क्षेत्र में जाकर अपने फल आदि स्टोर करते हैं। आढ़ती पार्किंग की व्यवस्था से भी हलकान हैं। शौचालय के नाम पर बस गंदगी की भरमार है। खाने पीने के नाम पर एक कैंटीन है। लाइसेंस धारक दुकानदारों और नए व्यापारियों के बीच सामने बैठने को लेकर आए दिन विवाद बना रहता है।
आढ़ती अपनी समस्याओं को कई बार मंडी समिति सचिव के सामने रख चुके हैं, लेकिन उनकी समस्या की ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया है। आढ़तियों का कहना है कि अधिकारी मंडी में मूलभूत सुविधाएं भी नहीं दे पा रहे हैं। नगीना की मंडी समिति 1984 में बनाई गई थी, जिसमें करीब 34 लाइसेंसी पक्की दुकान आढ़ती और करीब 30 आढ़ती बिना दुकान वाले हैं। मंडी समिति में नगीना व कस्बा बढ़ापुर सहित आसपास के सैकड़ों गांवों के लोग अपनी रोजमर्रा की जरूरत को पूरी करने के लिए आते हैं। रोजाना इलाके के करीब 5 से 6 हजार लोग मंडी समिति में कारोबार के लिए आते हैं। नगीना मंडी समिति पुरानी मंडी होने के बावजूद आढ़ती आज भी समस्याओं से जूझ रही है। मंडी समिति में आए दिन जगह पर बैठने को लेकर झगड़े होते रहते हैं। जिससे आपस में तनाव रहता है। मंडी में शौचालय की कमी है। जो बना है उसमें भी सफाई व्यवस्था नहीं है। मंडी में पीने का साफ स्वच्छ पानी की व्यवस्था नहीं है। व्यापारी व किसानों के लिए ठंडे पानी के लिए फ्रीजर नहीं है। आढ़तियों के अतिक्रमण करने के चलते बाजार में तंगी बनी रहती है। आढ़तियों का कहना है कि सब्जी विक्रेता रास्तों में ही फड़ लगाकर बैठ जाते हैं। जिसको लेकर कई बार विवाद की स्थिति बन जाती है। मंडी समिति के व्यापारियों के लिए सबसे बड़ी समस्या रेलवे फाटक है। जिसके चलते कई घंटे फाटक बंद रहने से माल फंस जाता है। मंडी में बाहर से आने वाले व्यापारियों के लिए अच्छी कैंटीन व्यवस्था नहीं है। नये व पुराने लाइसेंसी के बीच का विवाद कई बार एसडीएम कोर्ट भी पहुंच चुका है। मंडी समिति में 34 रजिस्टर्ड लाइसेंसी आढ़तियों की दुकानें पश्चिमी उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल के पदाधिकारी, भाजपा नेता क़य्यूम राईन ने जानकरी देते हुए बताया कि मंडी समिति में 34 रजिस्टर्ड लाइसेंसी आढ़तियों की दुकानें हैं, जबकि करीब 60 व्यापारी आढ़त का कार्य करते है। मंडी से करीब पांच से छह हज़ार परिवार की आजीविका यहां से चल रही है। व्यापारी नेता ने आरोप लगाया कि मंडी समिति अधिकारी फीलगुड करके पुराने दुकादारों के मुकाबले पर नए लोगों को रजिस्ट्रेशन करके उन दुकानदारों के सामने ही नए आढ़तियों के फड़ लगवा देते है, जो विवाद का कारण बनते हैं। मंडी समिति परिसर में चरम सीमा पर भ्रष्टाचार मंडी समिति परिसर में फड़ लगने वाले छोटे व्यापारियों से पैसा लेकर इधर-उधर कहीं भी फड़ लगा कर उनसे अवैध वसूली की जाती है। साथ ही किसी भी समस्या पर कोई कारगर उपाय नहीं किया जाता है। ----- पुलिस करती है परेशान आढ़ती तसलीम अहमद, नौमान राईन मंडी ने बताया कि मंडी परिसर में सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं है। पुलिस मंडी आने वाले वाहनों को परेशान करती है। इतना ही नहीं फल-सब्जियों की गाड़ियों को रोक देती है। जिससे फल व सब्जी खराब हो जाते है। --- बैंकों द्वारा काउंसलिंग कराई जाए मकसूद उस्मानी, सोनू सैनी, शादान राईन आदि का कहना है कि कारोबार को बढ़ाने के लिए बैंकों द्वारा व्यापारी के साथ सरकारी योजनाओं के बारे में ऋण संबंधी समस्याओं को लेकर काउंसलिंग करानी चाहिए। बैंक आढ़तियों को आसानी से ऋण उपलब्ध कराए। आढ़तियों को ऋण देने के लिए बैंक चक्कर कटाते है। --- मंडी परिसर में किया जाए पौधारोपण आढ़ती कयूम राईन का कहना है कि मंडी समिति परिसर में हरियाली है। जिससे गर्मी के मौसम में बैठना भी मुश्किल होता है। ऐसे में मंडी परिसर में पर्यावरण संबंधी योजनाओं को लेकर पौधारोपण किया जाए। जिससे मंडी में हरियाली होगी। हमारी सुनो बात मंडी में कई रेहड़ी पटरी विक्रेताओं को सरकारी योजनाओं की जानकारी नहीं हो पाती यदि सरकारी योजनाओं की जानकारी समय से मिलने लगे तो काफी फायदा हो सकता है। - सोनू मंडी समिति में वेंडर जोन के तहत व्यापार करने की जगह मिलनी चाहिए ताकि वह बिना किसी डर के काम कर सकें। सुविधा मिल जाए तो काम बन जाए। - आफाक अंसानी। छोटे भाई व्यापारियों को कारोबार बढ़ाने के लिए मिलने की सुविधा होनी चाहिए। अगर ऐसा होगा तो व्यापारियों को राहत मिलेगी। - वसीम अहमद। मंडी में फल विक्रेताओं को आयुष्मान कार्ड योजना का लाभ मिलना चाहिए। योजना की जानकारी के साथ-साथ कार्ड बनवाने के लिए कैंप लगाया जाए। - सूफी अनवर थर्ड विक्रेताओं को आजीविका चलाने के लिए ठोस और स्थाई दुकान उपलब्ध कराई जाए। यह मांग पूरी होनी चाहिए। - मुश्तकीम। व्यापारियों के बच्चों को अच्छी शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करने के लिए उनकी आर्थिक मदद की जाए। सरकारी योजनाओं का लाभ मिलना चाहिए। - रमेश मेहता बंटी समिति परिसर में शुद्ध जल पेय जल व्यवस्था की जाए। यह बेहद जरूरी है। अगर ऐसा होगा तो गर्मी के मौसम में बड़ी राहत मिलेगी।- हरिराम सिंह। मंडी समिति परिसर में इंडियामार्का नल और फ्रीजर आदि भी लगाया जाए। गर्मी के मौसम में वॉटर कूलर लगने से लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। - सुनील कुमार। मंडी समिति परिसर में भी सीसीटीवी कैमरे हाई क्वालिटी के लगाए जाएं। जिससे कोई घटना घटित ना हो सकें। - सोनू सैनी। मंडी समिति परिसर में ग्राहकों के बैठने के लिए सीमेंट की बेंच आदि का प्रबंधन होना चाहिए। इससे मंडी समिति में आने वाले लोगों को राहत मिलेगी। - विजयपाल सैनी। आढ़तियों और व्यापारियों के लाइसेंस के नवीनकरण को आसान किया जाए। भ्रष्टाचार पर रोक लगाई जाए। - सादान राईन। मंडी समिति परिसर में पुलिस द्वारा पकड़े गए वाहनों को खड़ा करने की प्रथा को बंद किया जाए। जिससे परिसर में अतिक्रमण न बढ़े। - नौमान राईन। बीमारियों से निजात पाने के लिए सप्ताह में एक बार परिसर में मेडिकल कैंप लगना चाहिए। मेडिकल कैंप बेहद जरूरी है। - कय्यूम राइन। परिसर में सफाई के साथ-साथ कीटनाशक दवाई का छिड़काव किया जाए। इससे संक्रामक बीमारियों से राहत मिलेगी। साथ साथ फॉगिंग भी होनी चाहिए। - तसलीम अहमद। मंडी समिति के अधिकारियों द्वारा हर माह व्यापारियों से बैठक कर उनसे उनकी समस्याओं के बारे में समाधान पर चर्चा होनी चाहिए। मंडी समिति के जर्जर भवन टीन शेड बाउंड्री वॉल आदि की मरम्मत कराई जाए। - मकसूद उस्मानी। सुझाव 1. मंडी समिति में व्याप्त अव्यवस्थाओं, भ्रष्टाचार आदि से मुक्त कर पारदर्शी माहौल बनाया जाए। 2. मंडी समिति में ट्रांसपोर्ट व्यवस्था को भी नियमित व टाइमिंग के अनुसार किया जाए जिससे रेलवे क्रासिंग के बंद होने से होने वाली परेशानी से निजात मिलेगी। 3. मंडी समिति के परिसर की सड़कों का निर्माण कराया जाए। 4. मंडी समिति में शुद्ध शीतल पानी उपलब्ध कराया जाए। शौचालय आदि की सफाई सुनिश्चित की जाए। 5. छोटे व्यापारियों को सरकारी योजनाओं की जानकारी उपलब्ध कराई जाए। शिकायतें 1. मंडी समिति के व्यापारियों को स्वास्थ्य लाभ पर कोई ध्यान नहीं दिया जाता है। 2. टीनशेड न होने के कारण गर्मी में फल और सब्जी खराब हो जाते हैं। 3. परिसर में होने वाली दुर्घटनाओं जैसे आग का लग जाना, आपदाओं से बचाव के लिये पुख्ता इंतजाम की कमी है। 4. छोटे व्यापारी व फड़ों विक्रेताओं के बच्चों की उत्तम शिक्षा के लिये कोई ध्यान नही दिया जाता है। 5. सड़कों का निर्माण नहीं हुआ और मेडिकल कैंप नहीं लगाए जाते हैं। बोले जिम्मेदार मंडी परिसर में जो लोग अवैध फड़ लगाकर बैठ रहे हैं और अतिक्रमण कर रहे हैं उन पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। सब की शिकायतों का जल्द निर्वाह किया जाएगा। - ध्रुव कुमार, निरीक्षक, मंडी समिति नगीना।
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