जागरूकता और बेहतर सर्विलांस बन रहा डेंगू से लड़ने का हथियार
Bijnor News - आज राष्ट्रीय डेंगू दिवस है। 2023 में जिले में 159 डेंगू रोगी मिले थे, जबकि 2024 में केवल 23 रोगियों की पुष्टि हुई। राहत की बात यह है कि पिछले दो वर्षों में डेंगू से कोई मौत नहीं हुई। विभाग ने...

आज राष्ट्रीय डेंगू दिवस है। जागरूकता और बेहतर सर्विलांस डेंगू से लड़ने का बेहतर हथियार बन रहा है। 2023 में जिले में 159 डेंगू रोगी मिले थे, जबकि 2024 में अपेक्षाकृत 23 रोगियों की पुष्टि हुई। अधिकारिक रिकॉर्ड के अनुसार जिले में डेंगू से पिछले दो वर्षों से कोई मौत न होने देना राहत का संकेत है। मच्छरों पर वार के लिए राष्ट्रीय संचारी रोग नियंत्रण अभियान के साथ ही जागरुक होना डेंगू को पछाड़ने का काम कर रहा है, वहीं बेहतर सर्विलांस से डेंगू के लारवा को स्रोत लेवल पर ही खत्म करने की दिशा में चल रहा कार्य भी डेंगू से जंग में अहम साबित हो रहा है।
अधिकारिक रिकॉर्ड के अनुसार जिले में डेंगू से पिछले वर्ष कोई मौत नहीं हुई थी, लेकिन विभाग ने अति संवेदनशील इलाकों पर विशेष निगाह रखने की तैयारी की है। विभागीय जानकारी के मुताबिक वर्ष 2023 में जिले में 159 लोगों को डेंगू की पुष्टि हुई थी। संवेदनशील क्षेत्रों को चिन्हित कर कार्य करने के परिणामस्वरूप बेहतर रिजल्ट सामने आए हैं। जिला मलेरिया अधिकारी मंजूषा गुप्ता ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि बीते वर्ष 2024 में जिले में 23 ही डेंगू रोगी पाए गए तथा उनमें से किसी की मृत्यु नहीं हुई तथा उपचार के बाद ये सभी ठीक हो गए। इसके बावजूद डेंगू समेत सभी मच्छरजनित रोगों से लोगों को स्वयं सावधान रहने की जरूरत है। विभाग ने ब्लॉकवार अति संवेदनशील गांवों की सूची भी तैयार कर ली है। ये अतिसंवेदशील गांव/इलाके किए गए चिन्हित जिला मलेरिया अधिकारी मंजूषा गुप्ता के अनुसार डेंगू की दृष्टि से सभी ब्लॉकों के साथ ही बिजनौर शहर के अतिसंवेदनशील गांव/इलाके चिन्हित किए गए हैं। - कासिमपुर गढ़ी- हिदायतपुर, आसफाबाद चमन, इन्दिरा नगर कालोनी, सुआवाला, रेहड़, मानियावाला, नावका, हरेवली, भगौता, शहजादपुर - कोतवाली- बढ़ापुर, बुरहनपुर, पुरैनी, कस्बा नगीना, बधाला, कोटकादर, कोतवाली देहात, बुढ़ावाला, झलरी, रायपुर - हल्दौर- रोहनिया, फतेहपुर, बिलाई शुगर मिल, नांगल जट, रामबाग घेर, नंगली छोईया, गंगोड़ा शेख, खारी, पावटी, झालू - जलीलपुर- शिवलोक कालोनी चॉदपुर, कुतबपुर गांवड़ी, कस्बा चांदपुर, स्याउ, बास्टा, हीमपुर दीपा, दरबड़, दत्तियाना, मुजफ्फरपुर खादर, सैंदवार, दरबाड़ा - नजीबाबाद- मुस्सेपुर, भागूवाला, मण्डावली, नजीबाबाद शहरी क्षेत्र, अलावलपुर नैनू, झक्काकी - चन्दक- किशनवास, तैमूरपुर, शादीपुर, मण्डावली, रावली, गजरौला शिव, गजरौला अचपल, बॉकपुर, स्वाहेड़ी, मण्डावर - किरतपुर- हुसैनपुर, गोविन्दपुरी, मौ० चौहानान, भनेड़ा, जीवन सराय, बेगमपुर शादी, छितावर, पाड़ला, शहपुर - स्योहारा -रतनपुरा, मेवा जट, साफियाबाद, दौलताबाद, मलकपुर, खाना शिकारपुर, सहसपुर - धामपुर- नवादा चौहान, कोटरा शेरकोट, अल्हैपुर, भूतपुरी, नूरपुर छीपरी, पुराना धामपुर, जैतारा, सिपाहीवाला, धामपुर अरबन - नूरपुर- राहुनंगली, गोहावर, खासपुरा, राजा का ताजपुर, हसपुरा, पैजनिया, हीमपुर बुजुर्ग, घूघली, धमरौला, फीना - नहटौर- चौकपुरी, दुर्गा विहार कालौनी, मेह, फुलसन्दा, मीमला मुस्तफाबाद, मिर्जापुर, पाइली, बसैड़ा, फिरोजपुर - बिजनौर शहर- भाटान, सिविल लाईन, बुखारा, मिशन कम्पाउण्ड, कस्साबान रेती, मिर्दगान, नई बस्ती, जुलाहान, जाटान, आवास विकास, खत्रीयान, चाहशीरी बी-23, बी-22 कैसे रहें सावधान - डेंगू फैलाने वाला मच्छर रुके हुए साफ पानी में पनपता है। कहीं आपके घर में या आसपास पानी जमा तो नहीं है। - पानी से भरे हुए बर्तनों व टंकियों आदि को ढक कर रखें। - सप्ताह में एक बार कूलर को खाली करके सुखा दें। - यह मच्छर दिन के समय काटता है। ऐसे कपड़े पहने जो बदन को पूरी तरह ढके। - डेंगू के उपचार के लिए कोई खास दवा या वैक्सीन नहीं है। बुखार उतारने के लिए पैरासिटामोल ले सकते हैं, लेकिन एस्प्रीन या इबुप्रोफेन, कोर्टिसोन एवं एंटीबायोटिक्स का इस्तेमाल न करें। - अधिक बुखार में डाक्टर की सलाह लें। डाक्टर की सलाह पर रोगी को अस्पताल में भर्ती अवश्य करा दें। डेंगू के हर रोगी को प्लेटलेट्स चढ़ाने की जरूरत नहीं पड़ती।
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