बाबा खड़क सिंह के दरबार में उमड़ रहे सिख श्रद्धालु
Bulandsehar News - अहार क्षेत्र में डेरा बाबा खड़क सिंह के दरबार में सात दिवसीय मेला शुरू हो गया है। लाखों श्रद्धालु मत्था टेकने के लिए पहुंच रहे हैं। हर तीसरे वर्ष लगने वाले इस मेले में पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और अन्य...

अहार। अहार क्षेत्र में स्थित डेरा बाबा खड़क सिंह के दरबार में लगने वाला सात दिवसीय मेला शुरू हो गया है। रविवार से ही सिख श्रद्धालुओं की भीड़ गुरुद्वारा परिसर में पहुंचना शुरू हो गयी है। सात दिन चलने वाले इस मेले में लाखों की संख्या में श्रद्धालु मत्था टेकने के लिए पहुंचते है। मेले को लेकर पुलिस प्रशासन व मेला समिति तैयारी पूर्ण करने में लगी हुई है। जनपद मुख्यालय से 45 किलोमीटर दूर स्थित डेरा बाबा खड़क सिंह का गुरुद्वारा जहां मत्था टेकने से भक्तों का उद्धार हो जाता है। यह गुरुद्वारा सिख समुदाय के लोगों का प्रमुख आस्था का केन्द्र है ।
यहां वर्ष भर सिख श्रद्धालुओं का आवागमन लगा रहता है। हर तीसरे वर्ष लगने वाले सात दिवसीय मेले में लाखों की संख्या में सिख श्रद्धालु यहां मत्था टेकने के लिए पहुंचते हैं। इस गुरुद्वारे की मान्यता देश में ही नहीं बल्कि विदेशों तक में है। महान योद्धाओ में शामिल थे बाबा खड़क सिंह -बाबा खड़क सिंह महान योद्धा थे,जिनका इतिहास काफी गौरवशाली रहा है। बाबा खड़क सिंह का जन्म पंजाब के जिले होशियारपुर के एक गांव में हुआ था। सिख धर्म में 10 धर्म गुरु हैं, जिनमें से गुरु अमरदास जिनके 22 शिष्य थे। उन्हीं 22 शिष्यों में से एक बाबा गंगदास थे। जिनकी नौंवी संतान बाबा खड़क सिंह थे। गुरुओ के आदेश पर बाबा खड़क सिंह देश भर में सिख धर्म का प्रचार प्रसार में लगे हुए थे। इसी क्रम में वह जनपद बुलंदशहर के कस्बा जहांगीराबाद पहुंचे थे। उन्होंने यहां आसपास के क्षेत्रों में सिख धर्म का प्रचार प्रसार किया था,और वो यहीं रुक गए थे। जहांगीराबाद में बाबा खड़क सिंह का शरीर पूरा हो गया था,और उनकी आखिरी इच्छा अनुसार गंगा किनारे अहार क्षेत्र में समाधि बनायी गयी थी। यह समाधि परिसर करीब 16 एकड़ में फैली हुई है जो आज बाबा खड़क सिंह गुरुद्वारे के नाम से जानी जाती है। अहार स्थित डेरे में बाबा खड़क सिंह की 19वीं गद्दी है जिस पर वर्तमान में विवा ओमकार प्रीत कौर विराजमान हैं। हर तीसरे वर्ष लगता है विशाल मेला डेरा बाबा खड़क सिंह गुरुद्वारे पर हर तीसरे वर्ष लगने वाले मेले में पंजाब,हरियाणा,राजस्थान,दिल्ली,हिमाचल प्रदेश,उत्तर प्रदेश आदि प्रान्तों के अलावा विदेशों से भी सिख श्रद्धालु मेले में शामिल होने के लिए आते हैं। ज्यादातर श्रद्धालु ट्रक व टैक्टरों से लंबी दूरी तय कर खड़क सिंह के दरबार में पहुंचते हैं। मेले में होंगी चार भेंट डेरा बाबा खड़क सिंह मेले के दौरान चार भेंट होती हैं, जिसमें सिख श्रद्धालु गुरुद्वारा परिसर की परिक्रमा कर अरदास लगाते हैं। गुरुद्वारा परिसर में दिन रात कीर्तन का आयोजन किया जाता है। अंतिम भेंट वाले दिन श्रद्धालु गंगा स्नान के बाद गुरु प्रसाद पाकर वापस होना शुरू हो जाते हैं। पहली भेंट 10 जून को होनी है।
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