काशी की दालमंडी में बुलडोजर चलना तय, सड़क चौड़ीकरण को मिली मंजूरी, धनराशि की पहली किश्त भी जारी
वाराणसी में पूर्वांचल की सबसे बड़ी मंडी कही जाने वाली दालमंडी के चौड़ीकरण को मंजूरी मिल गई है। दालमंडी की सड़क को करीब दो गुना चौड़ा किया जाएगा। चौड़ीकरण के लिए धनराशि की पहली किश्त भी सोमवार को जारी हो गई।

वाराणसी की दालमंडी में बुलडोजर चलना तय हो गया है। दालमंडी के चौड़ीकरण को मंजूरी मिल गई है। लोक निर्माण विभाग यानी पीडब्ल्यूडी इस सड़क का चौड़ीकरण और सुंदृढ़ीकरण कराएगा। पीडब्ल्यूडी के कार्यों के लिए आवंटित धनराशि की पहली किस्त भी सोमवार को जारी हो गई। इसके लिए टेंडर की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। पिछले दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की समीक्षा बैठक के दौरान दालमंडी के चौड़ीकरण का मामला उठा था। इसके बाद सीएम योगी के निर्देश पर पीडब्ल्यूडी ने यहां की नापी कराई थी। अभी सड़क की चौड़ाई कहीं सात तो कहीं नौ मीटर है। इसे 17.50 मीटर किया जाएगा।
पूरी परियोजना पर वैसे तो करीब 222 करोड़ की लागत आएगी। इसमें से 22 करोड़ का बजट पीडब्ल्यूडी ने सड़क निर्माण, डिवाइडर आदि के लिए बनाया है। इसी 22 करोड़ में से दो करोड़ की पहली किश्त जारी की गई है। 650 मीटर लंबी और 17.5 मीटर चौड़ी सड़क बनाई जाएगी। इस सड़क के बनने से नई सड़क से काशी विश्वनाथ धाम के लिए नया मार्ग मिल जाएगा। कॉरिडोर बनने के बाद से काशी विश्वनाथ मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ रही है। इसके कारण गोदौलिया और मैदागिन के अलावा किसी तीसरे मार्ग का विकल्प तलाशा जा रहा था। ऐसे में दालमंडी को चौड़ाकर तीसरा मार्ग बनाने पर मंथन शुरू हुआ था।
पिछले दिनों सीएम योगी के वाराणसी दौरे के दौरान इम मार्ग को चौड़ा करने का प्रस्ताव रखा गया। जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों से पूरे मामले पर चर्चा के बाद सीएम योगी ने भी प्रस्ताव पर मुहर लगा दी थी। इसी के बाद पीडब्ल्यूडी ने यहां पर नापी कराई थी। नापी के बाद से ही इस बात की संभावना थी कि कभी भी यहां पर चौड़ीकरण की शुरुआत हो सकती है।
प्रशासन का मानना है कि पहले यह सड़क काफी चौड़ी थी। अवैध अतिक्रमण के कारण अब सकरी हो गई है। अभी तक बेनिया पार्किंग में गाड़ी खड़ीकर श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में दर्शन-पूजन को आने वाले अधिकतर श्रद्धालु नई सड़क, गोदौलिया होते हुए चौक तक आते हैं। दालमंडी के चौड़ीकरण से श्रद्धालुओं को गोदौलिया नहीं जाना होगा। लहुराबीर की तरफ से आने वालों को दालमंडी से सीधे चौक होकर विश्वनाथ धाम के गेट नंबर चार पर भेजने की व्यवस्था हो जाएगी। सड़क चौड़ीकरण के बाद इस मार्ग पर होटल, गेस्ट हाउस, मॉल आदि भी विकसित हो सकेंगे। यातायात सुगम होने से लोगों का रोजगार भी बढ़ेगा।
बड़ी संख्या में लोगों के विस्थापित होने का खतरा
घनी बस्ती वाली दालमंडी में सड़क के करीब दोगुना चौड़ीकरण के कारण बड़ी संख्या में लोगों के विस्थापित होने का भी खतरा है। इन लोगों में ज्यादातर मुस्लिम परिवार हैं। दालमंडी को वाराणसी ही नहीं पूरे पूर्वांचल की सबसे बड़ी मंडी का दर्जा भी प्राप्त है। यहां इलेक्ट्रानिक सामानों के साथ ही सजावटी सामानों और कपड़ों का होलसेल मार्केट है। बिहार, झारखंड और एमपी तक से व्यापारी यहां खरीदारी के लिए आते हैं।