रेलवे में नौकरी का सपना दिखाकर युवक से लूट लिए 40 लाख के गहने, थमाया फर्जी नियुक्ति पत्र
लखनऊ में दो युवकों ने रेलवे में नौकरी लगवाने का झांसा देकर 40 लाख के जेवर हड़पने का मुकदमा दर्ज कराया। आरोपितों ने एक महंगे होटल में युवकों को मुलाकात के लिए बुलाया था। जहां नगद रुपयों की जगह जेवर लेने के बाद युवकों को फर्जी नियुक्ति पत्र थमा कर आरोपित भाग निकले।

यूपी के लखनऊ के विभूतिखंड कोतवाली में दो युवकों ने रेलवे में नौकरी लगवाने का झांसा देकर 40 लाख के जेवर हड़पने का मुकदमा दर्ज कराया। आरोपितों ने गोमतीनगर स्थित एक महंगे होटल में युवकों को मुलाकात के लिए बुलाया था। जहां नगद रुपयों की जगह जेवर लेने के बाद युवकों को फर्जी नियुक्ति पत्र थमा कर आरोपित भाग निकले।
बलियाके रहने वाले संजय कुमार पांडेय दोस्त प्रमोद कुमार के साथ राजस्थान घूमने गए थे। जयपुर रेलवे स्टेशन से वापस आते वक्त ट्रेन में अमित झुनझुनवाला और उसकी पत्नी खुशी से मुलाकात हुई। बातचीत के दौरान अमित ने बताया कि वह कई नेताओं के संपर्क में रहता है। भरोसा जीतने के लिए आरोपित ने मोबाइल में कई नेताओं के साथ खिंचाई गई फोटो भी दिखाई। खुशी ने पति के प्रभावशाली लोगों से संपर्क होने का जिक्र किया। बातचीत के दौरान ही दंपती ने संजय और प्रमोद से कहा कि रेलवे में नौकरी निकलने वाली है। अगर किसी की नियुक्ति करानी हो तो बता देना। इसके बाद अमित ने अपना नंबर देने के साथ संजय और प्रमोद का नंबर ले लिया।
घर आने के बाद आई कॉल
संजय के मुताबिक बलिया वापस पहुंचने के बाद कुछ दिन बाद ही दोस्त प्रमोद को अमित ने कॉल की। बोला कि तुमने कुछ बताया नहीं, अभी रेलवे में भर्तियां होनी है, जल्दी बताओ। वरना मौका हाथ से निकल जाएगा। प्रमोद ने संजय को कॉल कर पूरी बात बताई। इसके बाद दोनों लोगों को लखनऊ बुलाया गया। अमित ने अपने साथी नवनीत पांडेय और रुचि पांडेय को भेजा था। जिन्होंने बताया कि ग्रेड तीन में नियुक्ति होगी। इसके लिए 20 लाख रुपये का खर्च आएगा। अगर रुपये नगद नहीं दे सकते तो जेवर भी चल जाएंगे। यह बात सुन कर संजय और प्रमोद बलिया वापस चले गए और परिवार से पूरी बात बताई। फिर दोनों ने एक-एक लाख रुपये दिए। इसके बाद प्रयागराज बुला कर इंटरव्यू कराया गया।
प्रभाव जमाने के लिए महंगे होटल में मुलाकात
पीड़ित के मुताबिक इंटरव्यू के कुछ दिन बाद ही आरोपित ने फोन कर विभूतिखंड स्थित एक होटल में बुलाया। जहां संजय और प्रमोद से जेवर लिए गए। पीड़ित के मुताबिक दोनों ने मिला कर करीब 40 लाख के गहने दिए थे। जिसके बाद उन्हें नियुक्ति पत्र मिले। संजय के मुताबिक ज्वाइनिंग लेटर में कई गलतियां थी। संदेह होने पर परिचित रेलवे कर्मी को उन्होंने लेटर दिखाया। जिसके बाद पता चला कि जाली लेटर थमा कर रुपये लिए गए हैं।