हावर्ट बांध पर बन रहे फोरलेन से बाढ़ बचाव के साथ यातायात की समस्या भी होगी दूर : सीएम योगी
- सीएम योगी ने स्थलीय निरीक्षण के दौरान फोरलेन की ड्राइंग मैप का अवलोकन कर प्रोजेक्ट की प्रगति की जानकारी ली और कार्यदायी संस्था लोक निर्माण विभाग (निर्माण खंड-2) के अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को गोरखपुर में हावर्ट बांध पर बन रहे फोरलेन सड़क के निर्माण कार्यों का बहरामपुर रेगुलेटर नम्बर एक के समीप स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के बाद जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस फोरलेन से बाढ़ बचाव के साथ ही यातायात की बड़ी समस्या का समाधान होगा। राजघाट से डोमिनगढ़, माधोपुर तटबंध होते हुए फोरलेन और आरओबी के निर्माण पर करीब 700 करोड़ रुपये की लागत आएगी। सीएम योगी ने इसके निर्माण को लेकर निर्देश जारी कर दिए हैं।
सीएम योगी ने स्थलीय निरीक्षण के दौरान फोरलेन की ड्राइंग मैप का अवलोकन कर प्रोजेक्ट की प्रगति की जानकारी ली और कार्यदायी संस्था लोक निर्माण विभाग (निर्माण खंड-2) के अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए। इसके बाद जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि गोरखपुर चारों ओर से जल से घिरा हुआ क्षेत्र है। इसके पूरब में रामगढ़ताल, उत्तर की तरफ चिलुआताल, पश्चिम की तरफ राप्ती नदी और पश्चिमोत्तर में रोहिन नदी गोरखपुर महानगर को घेरे हुए है। रोहिन नदी से बचाव के लिए माधोपुर तटबंध बना हुआ है। राप्ती और रोहिन नदी का संगम डोमिनगढ़ में होता है और इसके बाद राप्ती नदी गोरखपुर के पश्चिम की ओर से बहती है। राप्ती नदी की बाढ़ से बचाव के लिए हावर्ट बांध बना हुआ है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश में यदि कहीं बाढ़ आ जाती है तो गोरखपुर महानगर ही महत्वपूर्ण केंद्र होता है जहां से बचाव के कार्य सुगमता से संपन्न होते हैं। बाढ़ से शहर के बचाव के लिए दशकों से मांग हो रही थी। उन्होंने याद दिलाया कि वर्ष 2017-18 में इसी क्षेत्र में जब हावर्ट बांध पर जब राप्ती नदी का लेवल उठ रहा था तब बाढ़ से बचाव के लिए अत्यंत संवेदनशील स्थिति बन गई थी। काफी मशक्कत के बाद तटबंध को बचाया जा सकता था। इसे देखते हुए और यातायात की समस्या से भी निजात दिलाने के लिए एक नई व्यवस्था बनाई गई है। इसमें राजघाट से डोमिनगढ़ तक फोरलेन की सड़क बन रही है। डोमिनगढ़ में एक रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) का निर्माण हो रहा है। हावर्ट बांध के बाद माधोपुर तटबंध को भी फोरलेन से जोड़ते हुए महेसरा को जोड़ने की कार्रवाई होगी।
यात्रियों को अब शहर के अंदर जाने की नहीं होगी जरूरत
सीएम योगी ने कहा कि इससे सिटी के बाहर-बाहर फोरलेन की बेहतरीन कनेक्टिविटी मिल जाएगी। राजघाट, टीपीनगर से होते हुए नेपाल जाने वाले मार्ग पर जाने के लिए यात्रियों को शहर के अंदर जाने की जरूरत नहीं रहेगी। इस फोरलेन से सीधे महेसरा और फिर वहां से सोनौली मार्ग पर जाना आसान होगा। यही स्थिति मालभाड़ा पर भी लागू होगी। उन्होंने कहा कि यहां पास में स्थित साहबगंज मुख्य मंडी है। यहां पर कपड़े का भी बड़ा व्यापार है। इसके चलते ट्रक रात भर खड़े रहते हैं। लोगों को जाम का सामना करना पड़ता है। दिन में भी आवागमन में दिक्कत होती है। पर, अब फोरलेन बन जाने पर दिन हो या रात लोग घर आ-जा सकेंगे और व्यापरियों के माल का आना जाना भी आसान हो जाएगा। उन्होंने बताया कि इस पूरी परियोजना को लोक निर्माण विभाग और सेतु निगम कर रहे हैं और सिंचाई विभाग को भी जिम्मेदारी दी गई है कि वह बरसात से पूर्व रेगुलेटरों का अनुरक्षण कर ले। कोई समस्या हो तो समय रहते उसका समाधान कर लिया जाए ताकि शहर के अंदर जलजमाव की समस्या न होने पाए।
राजघाट पुल से डोमिनगढ़ तक बनेगा फोरलेन
मुख्यमंत्री ने बताया कि राजघाट पुल से डोमिनगढ़ तक 4 किलोमीटर से अधिक की फोरलेन सड़क बनेगी, इस पर 195 करोड रुपये का खर्च आएगा। ऐसे ही डोमिनगढ़ से माधोपुर तटबंध होते हुए महेसरा तक 10 किलोमीटर से अधिक मार्ग को फोरलेन किया जाएगा जिस पर लगभग 380 करोड रुपये खर्च होंगे। साथ ही डोमिनगढ़ में एक रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण होगा जिस पर 132 करोड रुपये खर्च होना है। यानी कुल 700 करोड रुपये के ऊपर का यह कार्य जनता के लिए स्वीकृत किया गया है। स्वीकृति के बाद यहां कार्य भी युद्ध स्तर पर चल रहा है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि कार्यदायी संस्थाएं समय पर कार्य पूर्ण कर लेंगी और लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। सीएम योगी ने कहा कि इस कार्य के प्रारंभ होने से तात्कालिक रूप से कुछ लोगों को परेशानी हुई होगी। किसी का भी मकान या मंदिर, मार्ग में आ रहा हो तो उसके सम्मानजनक ढंग से पुनर्वास और मुआवजा की व्यवस्था प्रशासन सुनिश्चित करेगा। उन्होंने कहा कि इस पूरे कार्यक्रम को आमजन और व्यापारियों की सुरक्षा व सुविधा के दृष्टिकोण से सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए आगे बढ़ाया जाएगा।