Dalit student naked movement proved fruitful BHU had to take admission Satyagraha ended after 20 days दलित छात्र का नंगे बदन आंदोलन रंग लाया, बीएचयू को लेना ही पड़ा दाखिला, 20 दिन बाद सत्याग्रह खत्म, Uttar-pradesh Hindi News - Hindustan
Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़Dalit student naked movement proved fruitful BHU had to take admission Satyagraha ended after 20 days

दलित छात्र का नंगे बदन आंदोलन रंग लाया, बीएचयू को लेना ही पड़ा दाखिला, 20 दिन बाद सत्याग्रह खत्म

एक दलित छात्र ने अपने हठ के आगे बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी जैसे संस्थान को भी झुकने पर मजबूर कर दिया है। दलित होने के बाद भी सामान्य श्रेणी में दूसरी रैंक लाने वाले जिस शिवम सोनकर को बीएचयू पीएचडी में दाखिला नहीं देने के पीछे कई कारण गिना रहा था, अब उसका एडमिशन लेने पर मजबूर हो गया है।

Yogesh Yadav लाइव हिन्दुस्तानThu, 10 April 2025 06:53 PM
share Share
Follow Us on
दलित छात्र का नंगे बदन आंदोलन रंग लाया, बीएचयू को लेना ही पड़ा दाखिला, 20 दिन बाद सत्याग्रह खत्म

बीएचयू में 20 दिन से सत्याग्रह कर रहे छात्र शिवम सोनकर को अंतत: जीत मिल गई है। बीएचयू में दूसरे चरण की पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया शुरू होने के साथ शिवम को दाखिला मिल गया है। दाखिला मिलने पर शिवम ने सबसे पहले मालवीय भवन में महामना की प्रतिमा के सामने शीश नवाया। कई दिनों तक नंगे बदन ही अकेले धरना देने वाले शिवम ने भावुक होते हुए कहा कि उन्हें भरोसा था कि महामना अपने मानस पुत्रों के साथ अन्याय नहीं होने देंगे।

शिवम ने स्टूडेंट्स पोर्टल पर आई लिंक से फीस जमा कर एडमिशन लेटर प्राप्त किया। सत्याग्रह के 20वें दिन प्रवेश मिलने पर शोधछात्र ने सभी का आभार जताया। शिवम अब सामाजिक विज्ञान संकाय के अंतर्गत मालवीय सेंटर फॉर पीस का शोधछात्र हो चुका है। दोपहर बाद धरनास्थल पर पहुंचे छात्र अधिष्ठाता प्रो. एके नेमा, प्रभारी निरीक्षक लंका शिवाकांत मिश्रा सहित अन्य अधिकारियों ने छात्र को बधाई दी और धरना समाप्त कराया। शिवम ने अपनी जीत का श्रेय महामना को दिया। कहा कि मुझे खुशी है कि मेरी वजह से सैकड़ों छात्रों के प्रवेश का मार्ग खुला और बीएचयू में खाली सीटों पर अर्ह अभ्यर्थियों को मौका मिलेगा।

ये भी पढ़ें:PDA क्या PHD नहीं कर सकते? BHU के दलित छात्र के समर्थन में उतरे अखिलेश का सवाल

शिवम का प्रवेश संघर्ष की जीत

छात्र शिवम सोनकर को बीएचयू द्वारा पीएचडी में प्रवेश दिए जाने पर चंदौली के सांसद वीरेंद्र सिंह ने इसे लोकतंत्र में संघर्ष की जीत बताया है। उन्होंने इस संघर्ष में शामिल सभी समाजवादी साथियों को बधाई दी। जिला प्रवक्ता संतोष यादव बबलू एडवोकेट ने बताया कि 31 मार्च को सपा प्रतिनिधिमंडल ने शिवम सोनकर एवं बीएचयू के कार्यवाहक कुलपति संजय कुमार से मिलकर घटनाक्रम की जानकारी ली थी। इसके बाद वीरेंद्र सिंह ने केंद्रीय शिक्षामंत्री धर्मेंद्र प्रधान से बात कर कार्यवाही की मांग की थी। मछली शहर की विधायक रागिनी सोनकर ने भी यूजीसी चेयरमैन से मुलाकात कर उचित कार्यवाही की मांग की थी। अंततः शिवम को उसका हक मिला।

संसद तक उठा शिवम का मुद्दा

वाराणसी। बीएचयू में शोध प्रवेश में धांधली का आरोप लगाकर धरना देने वाले छात्र शिवम सोनकर का मुद्दा संसद तक उठाया गया। चंदौली के सांसद वीरेंद्र सिंह ने इस प्रकरण पर सवाल पूछे तो कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय और भीम आर्मी के नेता चंद्रशेखर रावण ने मुद्दे को राष्ट्रीय स्तर पर उठाया। छात्र के प्रवेश पर बुधवार को अजय राय ने उसे बधाई दी और इसे उसके संघर्ष की जीत करार दिया।

मछली शहर की सांसद प्रिया सरोज और विधायक रागिनी सोनकर ने भी छात्र को पूरा समर्थन दिया। विधायक रागिनी सोनकर ने छात्र के लिए राष्ट्रपति को पत्र लिखा और केंद्रीय शिक्षामंत्री धर्मेंद्र प्रधान से मुलाकात भी की। भाजपा युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष अमन सोनकर भी लगातार छात्र के समर्थन में खड़े रहे और पार्टी के बड़े नेताओं तक बात पहुंचाई। एमएलसी धर्मेन्द्र राय ने भी बीएचयू प्रशासन, छात्र शिवम से बातचीत कर समाधान तलाशने में प्रभावी भूमिका निभाई। एमएलसी ने प्रधानमंत्री एवं केन्द्रीय शिक्षा मंत्री के प्रति आभार जताया।