बच्चे को सिगरेट पिलाने वाले डॉक्टर पर सख्त हुए डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक, एक्शन के साथ FIR का निर्देश
जालौन के कुठौंद स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात एक डॉक्टर का एक शर्मनाक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें वह एक बच्चे को सिगरेट पीना सिखा रहा है। इस डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने सख्ती दिखाई है। उन्होंने एक्शन के साथ एफआईआर का निर्देश दिया है।

यूपी के जालौन के कुठौंद स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात एक डॉक्टर का एक शर्मनाक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है जो एक महीने पुराना बताया जा रहा है। जिसमें वह एक छोटे बच्चे को सिगरेट पीने के लिए प्रेरित करता हुआ दिखाई दे रहा है। इसे लेकर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने सख्ती दिखाई है। उन्होंने एक्शन के साथ एफआईआर का निर्देश दिया है।
दरअसल वायरल वीडियो में डॉक्टर बच्चे को सिगरेट पकड़ाकर खुद धुआं खींचकर सिखाता है और बच्चे से कहता है अंदर की ओर खींचो, तभी धुआं आएगा, फिर खुद करके दिखाता है। इसे लेकर अब डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने ऐक्शन लिया है। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर लिखा, “जनपद जालौन के सीएचसी कुठौन्द में तैनात चिकित्सक द्वारा 4 वर्षीय बच्चे को सिगरेट पिलाने संबंधी वायरल वीडियो के प्रकरण में मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जालौन द्वारा उक्त चिकित्सक को हटा दिया गया है।”
उपमुख्यमंत्री ने आगे लिखा, "प्रकरण की गंभीरता के दृष्टिगत मेरे द्वारा मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जालौन को उक्त चिकित्सक के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराने के आदेश दिये गए हैं। साथ ही पूरे प्रकरण की रिपोर्ट 2 दिन के अंदर मांगी गई है। तत्पश्चात आरोपित चिकित्सक के विरुद्ध शासन स्तर पर भी कठोर कार्रवाई की जायेगी। विभाग व सरकार की छवि धूमिल करने वाले किसी भी अधिकारी व कर्मचारी को बख्शा नहीं जायेगा।"
कुठौंद स्वास्थ्य केंद्र के स्टाफ ने दी सफाई
कुठौंद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर द्वारा बच्चे को सिगरेट पिलाने के वायरल वीडियो के मामले में प्रभारी चिकित्सा अधिकारी अरुण तिवारी ने बताया कि डॉक्टर सुरेश चंद्रा को आठ दिन पहले ही जिला अस्पताल के टीबी विभाग में स्थानांतरित कर दिया गया था। वहीं, सीएमओ एनडी शर्मा ने इस मामले को लेकर कहा कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कुठौंद में तैनात रहे डॉक्टर सुरेश चंद्रा पर मारपीट की शिकायत मिलने पर उन्हें वहां से हटा दिया गया था। बच्चों को सिगरेट पिलाने के वीडियो को संज्ञान में लेने के मामले में एसीएमओ को जांच सौंप दी गई है।