अब चेहरा मैच होने पर आंगनबाड़ी लाभार्थियों को मिलेगा पोषाहार
Farrukhabad-kannauj News - फर्रुखाबाद में पोषाहार वितरण के लिए नई व्यवस्था लागू की जा रही है, जिसमें लाभार्थियों का चेहरा मिलान किया जाएगा। यह व्यवस्था 1 जुलाई से प्रभावी होगी और इससे आंगनबाड़ी केंद्रों में हो रही गड़बड़ी पर अंकुश...

फर्रुखाबाद, संवाददाता। नई पोषाहार वितरण की व्यवस्था से गोलमाल पर अंकुश लगेगा। आंगनबाड़ी केंद्र में पोषाहार पाने वाले लाभार्थियों के लिए नई व्यवस्था की जा रही है। अब चेहरा मिलान के बाद ही पोषाहार दिया जाएगा। विभागीय स्तर से इस पर काम शुरू कर दिया गया है। पोषण ट्रैकर एप पर फोटो अपलोड करने का काम किया जाएगा। लाभार्थी के फोटो, आधार कार्ड संख्या मिलान कराने के बाद ही राशन दिया जाएगा। इस नई व्यवस्था से आंगनबाड़ी केंद्रों पर पोषाहार वितरण में हो रही गड़बड़ी पर अंकुश लगेगा। जिले में 1752 आंगनबाड़ी केंद्र हैं अक्सर इन केंद्रों में पोषाहार वितरण में गड़बड़ी की शिकायतें सामने आती हैं।
जनप्रतिनिधियों की ओर से भी इस व्यवस्था को लेकर लगातार सवाल भी उठाते जाते रहे हैं। इसी गड़बड़ी पर अंकुश लगाने के लिए शासन स्तर से नई व्यवस्था की गई है। इस व्यवस्था के तहत पहले केवाईसी होगी। इसके बाद बच्चों के अभिभावकों के फोटो, गर्भवती, धात्री, लाभार्थियों के फोटो अपलोड किए जाएंगे। इसके आधार पर ही जुलाई माह से राशन मिल सकेगा। जिले में फोटो अपलोडिंग पर काम चल रहा है। जिला कार्यक्रम अधिकारी सुनील कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि आंगनबाड़ी केंद्रों में पंजीकृत तीन से छह वर्ष आयु के लाभार्थियो की उपस्थित, हाट कुक्ड फूड प्राप्त करने वाले लाभार्थियों की पोषण ट्रैकर पर फीडिग एक जुलाई से अनिवार्य रूप से लागू हो जाएगी। पोषाहार की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए यह तय किया गया है कि फेशियल रिकॉगनाइजेशन सिस्टम एक जुलाई से अनिवार्य कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि जनपद में इस पर काम चल रहा है। जनपद में टेक होम राशन के वितरण के लिए एक जुलाई तक एफआरएस सौ फीसदी किया जाना अनिवार्य है। मुख्य सेविकाओं और ब्लॉक कोआर्डीनेटर को प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है। उन्होंने बताया कि पोषण ट्रेकर एप पर चेहरा प्रमाणीकरण, सूचनाओं की नियमित फीडिंग कराकर 25 जून तक प्रत्येक दशा में शत प्रतिशत कार्य सुनिश्चित कराया जाएगा। जनपद में 25 फीसदी ही हुआ चेहरा प्रमाणीकरण फर्रुखाबाद। फेशियल रिकागनाइजेशन सिस्टम के लिए चेहरा प्रमाणीकरण और ईकेवाईसी की फीडिंग जनपद में 25 फीसदी ही हो सकी है। इस पर जिला कार्यक्रम अधिकारी ने नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि इससे लग रहा है कि सीडीपीओ और ब्लाक कोआर्डिनेटर लापरवाही बरत रहे हैं। उन्होंने बताया कि यदि इस कार्य मे किसी प्रकार की लापरवाही आगे बरती जाती है तो संबंधित सीडीपीओ और ब्लॉक कोआर्डिनेटर के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित होगी।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।