पॉलीथीन का उपयोग बंद हो तभी बचेंगे जल और जंगल
Gangapar News - मांडा। जल और जंगल जब तक सुरक्षित नहीं होंगे जब तक पॉलीथीन का प्रयोग व
जल और जंगल जब तक सुरक्षित नहीं होंगे जब तक पॉलीथीन का प्रयोग व उत्पादन बंद नहीं होगा, तब तक दूषित पर्यावरण से हम नहीं बच सकते। दूषित पर्यावरण के लिए हम सभी दोषी हैं, इसलिए हम सबकी जिम्मेदारी है कि पर्यावरण संतुलन हेतु भरपूर प्रयास करें। उक्त विचार विश्व पर्यावरण दिवस अभियान के तहत रविवार को अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार एसोसिएशन द्वारा मांडा के अभिराजी विहार इंटर कॉलेज में बतौर मुख्य अतिथि पूर्व दर्जा प्राप्त मंत्री विद्यालय के प्रबंधक तपेंद्र प्रसाद ने व्यक्त किया। कहा कि निरंतर बढ़ती आबादी और बढ़ते औद्योगीकरण के चलते जंगल समाप्त हो गये। जंगल और वृक्ष समाप्त होने के बाद धरती का जलस्तर काफी नीचे चला गया।
पहले तालाबों और नदियों में हमेशा पानी रहता था। नदियों का पानी पीने योग्य भी रहता था, लेकिन अब नदियों में स्नान लायक भी स्वच्छ पानी नहीं मिल पाता। स्वस्थ जीवन के लिए स्वच्छ जल और वायु बेहद जरुरी है, लेकिन दुर्भाग्यवश हम स्वच्छ जल और स्वच्छ वायु से वंचित हैं, जिससे तरह तरह के रोगों से ग्रसित हो रहे हैं। पालीथीन पर न सरकार रोक लगा पा रही है और न तो हम प्रयोग कम कर पा रहे हैं, जिससे हम तरह तरह के रोगों के शिकार हो रहे हैं। कार्यक्रम का संचालन अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार एसोसिएशन के चेयरमैन देवेंद्र कुमार शर्मा और आयोजन विद्यालय के प्रधानाचार्य प्रवीण कुमार ने किया। कार्यक्रम में सम्यक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिव प्रसाद विश्वकर्मा, अधिवक्ता पुरुषोत्तम मौर्या, अदालती प्रसाद राही तथा विद्यालय के सभी अध्यापक व तमाम अभिभावक व छात्र मौजूद रहे। तमाम लोगों को एसोसिएशन द्वारा पर्यावरण प्रेरक सम्मान का प्रमाणपत्र देकर सम्मानित भी किया गया। इस कार्यक्रम के उपरांत विद्यालय परिसर में पौधारोपण भी किया गया।
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