फूलपुर में 70 फीसदी किसानों ने डाल दी नर्सरी
Gangapar News - फूलपुर। धान की खेती करने वाले किसानों ने इसकी पूर्व प्रक्रिया यानी कि नर्सरी डालने

धान की खेती करने वाले किसानों ने इसकी पूर्व प्रक्रिया यानी कि नर्सरी डालने का काम शुरू कर दिया है। क्षेत्र के सत्तर फीसदी किसानों ने हाइब्रिड, रिसर्च वेरायटी की विभिन्न प्रजातियों की नर्सरी डाल समय समय पर सिंचाई करने का कार्य कर रहे हैं शेष तीस फीसद किसान भी अब तेजी से इस ओर कदम बढ़ा रहे हैं। धान की नर्सरी अमूमन बीस मई या एक जून से किसान डालना शुरू कर देते हैं लेकिन इस बार जैसा कि अनुमान जताया जा रहा हैं कि मानसून समय से पहले आकर बारिश करेगा तो इसको देखते हुए 25 फीसदी किसानों ने पंद्रह मई को ही नर्सरी डाल दिये हैं वहीं 50 फीसदी किसान बीस मई से लेकर पांच जून तक नर्सरी डालने का कार्य किये।अब
जो शेष पच्चीस से तीस फीसद हैं वो जल्दी जल्दी इस कार्य में संलग्न हैं।इस बार नर्सरी की तैयारियों को लेकर कुछ अच्छी बातें भी सामने आई हैं कि किसान हाइब्रिड की बजाय रिसर्च बीजों की ओर बढ़े हैं। बीज की उपलब्धता राजकीय कृषि केंद्रों और बाजारों में भरपूर रही। राजकीय कृषि केंद्रों पर तीस से लेकर पचास फीसदी सब्सिडी डीबीटी व प्रत्यक्ष दोनों ही विधियों से दी जा रही है। डीएपी और यूरिया भी सहकारी समितियों में उपलब्ध रही जिसका लाभ किसानों ने समय से उठाया। कहीं भी लाइन लगाकर खाद बीज लेनें की नौबत नहीं दिखी। एडीओ सहकारिता एसडी यादव ने बताया कि समय से डीएपी और यूरिया समितियों तक पहुंच गई थी। एडीओ कृषि ओंकार नाथ ने बताया कि बीज की समयावधि के अनुसार ही किसान बीस मई से नर्सरी डालना शुरू करते है।राजकीय कृषि केंद्र के प्रभारी धर्मेन्द्र कुमार ने बताया कि लगभग सत्तर फीसदी बीज बेचे जा चुके हैं।केंद्र पर नागेन्द्र,सीएसआर 76, बासमती, 6444 आदि प्रजातियों के बीज काफी मात्रा में विक्रय किये गये। एंग्री जंक्शन प्रभारी धर्मेन्द्र सिंह ने बताया कि मानसून के पहले आने की संभावना को देखते हुए किसान अभी से पूरी तैयारी में हैं कि बारिश होते ही धान लगा दिये जाय।
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