अमृत सरोवरों पर लाखों खर्च, फिर भी उड़ रही धूल
Gangapar News - 103 अमृत सरोवरों के लिए पिछले चार वर्षों में मांडा ब्लॉक के प्रधानों को धनराशि
सरकार के लाखों रुपये बर्बाद करके तालाबों के घाट, रंग रोगन, तालाबों के भीटों के रास्ते बनाये गये, लेकिन मांडा क्षेत्र के अधिकतर तालाबों में पानी न होने से इन अमृत सरोवरों पर खर्च हुई लाखों की धनराशि को ग्रामीण सरकारी धन का अपव्यय ही मान रहे हैं। पानी विहीन अमृत सरोवर लोगों में चर्चा के विषय बने हुए हैं। मांडा विकास खंड के ग्राम पंचायतों में कुल 103 अमृत सरोवरों के लिए पिछले चार वर्षों में ग्राम प्रधानों को धनराशि दी गई, लेकिन अभी तक केवल 57 अमृत सरोवर ही ब्लॉक के अभिलेखों के अनुसार पूर्ण हो पाये हैं। 46 अमृत सरोवर अभी निर्माणाधीन ही हैं। जो अमृत सरोवर पूर्ण हो चुके हैं, उनकी साज सज्जा पर तो लाखों खर्च हुए, लेकिन तालाबों में धूल उड़ रही है। मांडा विकास खंड के 69 ग्राम पंचायतों में कुल 103 अमृत सरोवर के लिए वर्ष 2023-24 व 2022-23 में ग्राम प्रधानों को धनराशि दी गई। अभी तक 103 अमृत सरोवर में केवल 57 अमृत सरोवर ही ब्लॉक के अभिलेखों के अनुसार पूर्ण हो पाये हैं। इन पूर्ण अमृत सरोवरों में ज्यादातर अमृत सरोवर ऐसे हैं, जिनमें बरसात के बाद थोड़ा बहुत पानी आ गया था, लेकिन इस समय धूल उड़ रही है। कुछ अमृत सरोवर तो ऐसे हैं कि लाखों खर्च होने के बाद भी पानी विहीन हैं। पूर्ण 57 अमृत सरोवरों में ग्राम पंचायत ढेढ़रा, सैबसा, कुखुड़ी, केड़वर, कोसड़ा खुर्द, गोरैया कला, चिलबिला, तिसेन तुलापुर, धनावल दो, धरांव गजपति, पूरा लच्छन, पियरी, बनवारी खास में दो, बम्हनी हेठार, बेरी, भवानीपुर, मांडा खास, सिकरा में तीन, पयागपुर रमगढ़वा, भरारी द्वितीय, हंडिया, दिघिया, आंधी, गेरुआडीह, चिलबिला, बेला अहिरान, बघौरा खवासान, बेदौली, बादपुर आदि ग्राम पंचायत शामिल हैं। शेष अमृत सरोवर पूर्ण न होने का कारण तमाम ग्राम प्रधानों ने बताया कि केवल धनराशि की कमी है। आधा अधूरा धनराशि मिलने से अमृत सरोवरों का काम अधूरा पड़ा हुआ है। यह भी जानकारी मिली है कि लगभग 60 अमृत सरोवर पूर्ण हो चुके हैं, लेकिन तकनीकी कारणों से अभी प्रधानों को कार्य पूर्ति प्रमाणपत्र नहीं मिल पाया है और न ही नये बने अमृत सरोवर ब्लॉक के डाटा में जुड़ पा रहे हैं। सिकरा ग्राम पंचायत के अमृत सरोवर संख्या 226 के साज सज्जा में 16 लाख दो हजार 216 रुपये खर्च हुए, लेकिन इस अमृत सरोवर में एक बूंद पानी नहीं है। बरहा कला ग्राम पंचायत के प्रधान प्रतिनिधि राजेश्वर यादव ने आरोप लगाया कि कुछ चिंहित ग्राम पंचायतों को दो दो, तीन तीन अमृत सरोवर ब्लॉक द्वारा दिए गये, जिनमे पंद्रह से बीस लाख तक की धनराशि आबंटित की गयी, लेकिन बरहा कला ग्राम पंचायत के अमृत सरोवर के लिए तीन लाख 99 हजार रुपये का प्रस्ताव किया गया था,परंतु केवल एक लाख 56 हजार रुपये बरहा कला ग्राम पंचायत के अमृत सरोवर हेतु दिया गया , जिससे केवल साज सज्जा ही हो पायी। धनाभाव के चलते इस अमृत सरोवर के तमाम काम अभी भी अपूर्ण हैं। इसी तरह विकास खंड के ज्यादातर अमृत सरोवर पानी विहीन हैं। बनवारीखास, कोसड़ा खुर्द जैसे दो तीन ग्राम पंचायतों के अमृत सरोवरों में पानी केवल इसलिए है, क्योंकि वे उपरौध राजबहा की नहरों से जुड़े हुए हैं।
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