बोले प्रयागराज : दो दशक पहले आधा दर्जन बसों का संचालन अब एक भी नहीं चलती
Gangapar News - जसरा बाजार क्षेत्र की प्रमुख और बड़ी बाजार जसरा में परिवहन व्यवस्था पूरी तरह

क्षेत्र की प्रमुख और बड़ी बाजार जसरा में परिवहन व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त है। इस वजह से क्षेत्रीय यात्रियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। शिकायतों के बाद भी एक ओर जहां जनप्रतिनिधि उदासीन हैं, वहीं पर परिवहन विभाग के अधिकारी भी जनता की समस्याओं को पूरी तरह से नजर अंदाज करते आ रहे हैं। जिले की प्रमुख बाजारों में जसरा को गिना जाता है। जहां पर सभी तरह के व्यवसाय के साथ ही क्षेत्र के लोग अन्य जिलों व राज्यों में आवागमन के लिए परिवहन विभाग की बसों का उपयोग करते हैं। लगभग दो दशक पूर्व तक जसरा बाजार में परिवहन व्यवस्था बहुत ही चुस्त दुरुस्त थी।
कस्बे से प्रयागराज नगर के लिए आधा दर्जन से अधिक नगर बस सेवाओं का संचालन किया जा रहा था। इन बसों के संचालन के लिए कस्बे के मध्य बने मार्केट में बाकायदा एक कार्यालय बनाया गया था। जिसमें एक बाबू की तैनाती रहा करती थी, जो बस संचालन की सारी औपचारिकताएं पूरी करता था। लेकिन पिछले दो दशक से अधिक समय से सिटी बस का संचालन बंद कर दिया गया है। बीच में कुछ समय के लिए नगर बस सेवाओं का संचालन शुरू अवश्य किया गया था लेकिन इनके संचालन की प्रक्रिया बहुत ही खराब थी। जिसका पूरा लाभ यात्रियों को नहीं मिल पा रहा था। इसके पश्चात इन बसों के संचालन को पूर्ण रूप से बंद कर दिया गया। लगभग चार दशक पूर्व प्रयागराज-बांदा राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित जसरा बाजार बस संचालन का प्रमुख केंद्र था। यहां पर बांदा प्रयागराज मार्ग की सभी बसें नियमित रूप से रुका करती थीं और सवारियां उतारती और बैठाती थीं। किंतु पिछले कुछ वर्षों से परिवहन निगम की बसों का ठहराव नहीं किया जा रहा है। बस स्टैंड पर खड़े यात्री इन बसों को हाथ देते रहते हैं लेकिन चालक अनदेखा करते हुए गाड़ी को आगे बढ़ा ले जाते हैं। कभी कभार लोग बसों को पकड़ने के चक्कर में चुटहिल भी हो जाते हैं। आश्चर्यजनक बात तो यह है कि आज तक जसरा बाजार में परिवहन निगम की ओर से बस संचालन की व्यवस्था दुबारा शुरू नहीं की गई। जबकि यहां से प्रतिदिन सैकड़ों यात्री बनारस, कानपुर, लखनऊ, अयोध्या, चित्रकूट, बांदा, महोबा, झांसी, मैहर, सागर आदि शहरों के लिए यात्रा करते हैं। लोगों की शिकायत यह भी है कि जसरा कस्बे में सभी परिवहन बसों के ठहराव होने के बाद भी कतिपय बस परिचालक ठहराव न होने की बात कह कर यात्रियों से दुर्व्यवहार करते हुए उनका टिकट भी नहीं बनाते हैं। अगर बनाते भी हैं तो आगे पीछे के स्टेशन का टिकट बनाकर देते हैं। जिससे यात्रियों का किराया बढ़ा दिया जाता है और उन्हें तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जसरा बाजार में बस स्टैंड के पास यात्रियों की सुविधा के लिए न तो पीने के पानी की व्यवस्था है, न ही बैठने की व्यवस्था है। बाजार में सामुदायिक सुलभ कांप्लेक्स की व्यवस्था भी न होने से महिला यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। स्थानीय लोगों ने इन सभी समस्याओं से निजात दिलाने की सरकार से मांग की है। कुछ लोगों ने बताया कि जसरा रेलवे फाटक के बगल नीम के पेड़ में परिवहन बस का बोर्ड लगाया गया था जो अब नहीं रहा। हर वर्ग को मिलेगा लाभ जसरा में सिटी बस के संचालन होने पर बाजार के व्यापारियों को अपने-अपने सामानों को लाने में काफी सहूलियत होगी। प्रयागराज से सामाग्री लादकर सीधे अपने दुकान पर उतारने में कोई कठिनाई नहीं होगी। इसी तरह नौकरी पेशा जैसे ब्लाक के कर्मचारियों, शिक्षकों, वकीलों के साथ साथ छात्र-छात्राओं को भी आने-जाने में सहूलियत होगी। लोग प्रतिदिन अपने अपने कार्यालयों में समय से आ जा सकेंगे। इसी तरह रोजमर्रा के काम के लिए लोगों को भी बड़ी राहत मिलेगी। जाम से भी मिल सकती है मुक्ति जसरा बाजार में आये दिन लगने वाले जाम के झाम से भी लोगों को छुटकारा मिल सकता है। डग्गामार वाहन का जमावड़ा भी इससे कम हो जाएगा। जसरा रेलवे फाटक पर बेतरतीब वाहनों के खड़े हो जाने के कारण वाहनों की लम्बी लम्बी लाइनें लग जाती है। इससे बाजार में जाम लगना प्रतिदिन आम बात हो गई है। जाम में फंसे लोग इस कड़ कड़ाती दुपहरी में निकलने के बाद दोबारा जाम नहीं फंसना चाहते। जसरा बाजार का जाम प्रतिदिन सुबह से शाम तक लगा रहता है। इससे व्यापारियों को भी परेशानी उठानी पड़ती है। जिम्मेदार बोले रोडवेज बस की समस्या की जानकारी हमें पहले नहीं दी गई थी। जहां बस का ठहराव होना चाहिए वहां टैक्सियों का जमावड़ा रहता है। आरएम प्रयागराज से वार्ता कर इसे बाईपास के पास ठहराव कराया जाएगा। -डॉ. वाचस्पति, विधायक, बारा जन-मानस की सुविधा को ध्यान में रखते हुए परिवहन बसों का ठहराव जसरा में अति आवश्यक है। इसे पुनः शुरू किया जाना चाहिए। इसके लिए मैं भी अपने स्तर से वार्ता करूंगा। -अनीश अहमद, खंड विकास अधिकारी, जसरा ----------------------------- हमारी भी सुनें सिटी बसों के ठहराव के लिए विभागीय अधिकारियों को कई बार मौखिक रूप से बताया गया है। बसों का ठहराव न होने के कारण व्यापारियों के साथ क्षेत्रीय लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है। इसे पुनः शुरू किया जाय। -अजीत सिंह उर्फ पप्पू छतहरा, ब्लाक प्रमुख, जसरा बारा विधानसभा क्षेत्र का प्रमुख बाजार जसरा है। यहां सरकारी बसों के ठहराव न होने के कारण यात्रियों को भारी परेशानी के साथ ही मनमानी किराए की वसूली की जाती है। -सुरेन्द्र कुमार केसरवानी सोनू, जिलाध्यक्ष, समाजवादी व्यापार सभा दो दशक पूर्व से ही बसों का ठहराव जसरा बाजार में नहीं हो रहा है। जिससे ग्रामीणों को बाहर आने जाने में समस्या हो रही है। सिटी बस का ठहराव जनहित में आवश्यक है। इस पर ध्यान देने की जरूरत है। -राजाबाबू पाठक, समाजसेवी, तातारगंज जसरा बाजार क्षेत्र का एक प्रमुख व्यावसायिक बाजार होने के बाद भी यहां से बसों का संचालन रोक दिया गया है। जब कि इस संबंध में कई बार उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया है। लेकिन मामला जस का तस बना हुआ है। -अनिल कुमार मिश्र, निदेशक, डिस्ट्रिक्ट कोआपरेटिव बैंक लिमिटेड जसरा बाजार में दो दशक पूर्व टैम्पो स्टैंड पर बस अड्डा बनाया गया था। जो बंद कर दिया गया। आवागमन के लिए इसे शुरू कराया जाना अति आवश्यक है। इसके लिए ठोस पहल की जानी चाहिए। -अरुण कुमार शुक्ल शीलू, क्षेत्र पंचायत सदस्य, अमरेहा जसरा जसरा से दूसरे प्रांतों को आने जाने के लिए परिवहन बसों को जसरा बाजार में ठहराव कराने की मांग एक दशक पूर्व से की जा रही है। लेकिन उस पर अमल नहीं किया जा रहा है। जसरा बाजार में बसों का ठहराव जरूरी है। -स्वामी जयशंकर मिश्र, ब्रह्मदरबार साधना केन्द्र प्रयागराज आने जाने वाले बच्चों, अधिवक्ताओं को सिटी बस नितांत आवश्यक है। वहीं जसरा से प्रयागराज प्रतिदिन व्यापारियों का आना-जाना लगा रहता है। प्रयागराज से खरीदा गया सामान बस से लाने में सुविधा रहेगी। इसे तत्काल शुरू कराया जाय। -राजू केसरवानी, कपड़ा व्यवसाई, जसरा जसरा बाजार में दो दशक पूर्व तक सिटी बस का संचालन होता था। जिसे बाद में बंद कर दिया गया। इस बावत परिवहन विभाग के अधिकारियों से बसों के संचालन हेतु वार्ता भी किया गया। लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है। -जगत नारायण शुक्ल, भाजपा मंडल अध्यक्ष, जसरा जसरा में बसों का संचालन न होने से क्षेत्रीय लोगों के साथ साथ बाहर दूसरे प्रदेशों में आने जाने में असुविधा होती है। जनहित में बस का संचालन आवश्यक है। -रामानंद त्रिपाठी, भाजपा नेता, पांडर जसरा सरकारी बसों का जसरा में ठहराव न होने के कारण जसरा ब्लाक, सीएचसी व स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षकों व कर्मचारियों को आने-जाने में कठिनाई होती है। इसे पुनः शुरू किया जाना चाहिए। -श्याम सुंदर त्रिपाठी, प्रबंधक, श्रीनाथ सत्यनारायण इंटर कालेज जेयूएनआरएम के तहत चलाए जा रहे बस से जसरा से कचेहरी तक लोगों का आवागमन बना हुआ था। लेकिन 2023 से यह सुविधा बंद होने के कारण लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। -दिनेश त्रिपाठी, भाजपा नेता, मुड़ेहरा जसरा 1952 से पूर्व जसरा में दो पैसेंजर ट्रेन के अतिरिक्त एक्सप्रेस ट्रेन जिसको उस समय लंगड़ी गाड़ी कहा जाता था। लंगड़ी गाड़ी का ठहराव खत्म कर उसके स्थान पर तत्कालीन गृहमंत्री लालबहादुर शास्त्री के प्रयास से प्रयागराज के बीच नगर बस संचालन शुरू किया गया था जो बाद में बंद कर दी गई। - राम अभिलाष वर्मा, समाजसेवी, जसरा बाजार ग्रामीण इलाकों में रहने वाले किसानों व मजदूरों को प्रयागराज जाने व गंगा स्नान के लिए सिटी बस का संचालन अति आवश्यक है। इस पर सरकार को ध्यान देना चाहिए। -विशेश्वर नाथ मिश्र, सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य
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