शौर्य साधना सेवा की अप्रतिम उदाहरण थीं अहिल्याबाई होल्कर : सोहन लाल
Ghazipur News - गाजीपुर, संवाददाता। रानी अहिल्या बाई होलकर हृदय से जितनी उदार थीं उतनी ही

गाजीपुर, संवाददाता। रानी अहिल्या बाई होलकर हृदय से जितनी उदार थीं उतनी ही कठोर प्रशासिका भी थीं। वह एक प्रभावशाली शासक होने के साथ-साथ एक कुशल राजनीतिज्ञ भी थीं। उनका विश्वास अनावश्यक युद्ध में कभी नहीं रहा लेकिन उनके राज्य पर कुदृष्टि रखने वालों की आंखों को फोड़ने में वह पूर्ण रूप से सक्षम थी। यह बातें बुधवार को उत्तर प्रदेश सरकार के उप मंत्री (दर्जा प्राप्त) उपाध्यक्ष उप्र पिछड़ा वर्ग आयोग सोहनलाल श्रीमाली ने जिला पंचायत सभागार में रानी अहिल्याबाई होलकर त्रिशताब्दी स्मृति अभियान में आयोजित जिला पंचायत सम्मेलन में कहीं। उन्होंने कहा कि मातृ शक्ति के मजबूती तथा प्रकृति संरक्षण की दिशा में उन्होंने अनेकों उल्लेखनीय कार्य किया।
वे महिलाओं के अधिकारों को लेकर अत्यंत सजग थीं। उनके दरबार में पुरुषों के लावा महिलाओं को आने की पूर्ण आजादी थी। विधान परिषद सदस्य विशाल सिंह चंचल ने कहा कि अहिल्याबाई होलकर अपने राज्य की सीमा से बाहर पूरे देश में मुगल आक्रांताओं के बदनियती की शिकार मंदिरों का पुनर्निर्माण व जिर्णोद्धार कराकर देश की धार्मिक भावनाओं को मजबूत कर सनातन संस्कृति को संरक्षित किया। पूर्व जिलाध्यक्ष भानु प्रताप सिंह ने कहा कि नारी शक्ति को सशक्त करने महिलाओं को प्रत्येक क्षेत्र में समृद्ध सक्षम बनाने सहित न्याय प्रिय शासक थी अनेकों कहानियां कसौटी पर खरी उतरी है। जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश राय और जिला पंचायत अध्यक्ष सपना सिंह ने सबका आभार व्यक्त किया। संचालन श्यामराज तिवारी ने किया। इस अवसर पर ब्लाक प्रमुख राजन सिंह, बृजेन्द्र सिंह, संतोष यादव, प्रवीण सिंह, दयाशंकर पांडेय, अवधेश राजभर, अच्छेलाल गुप्ता, शशिकांत शर्मा, सुरेश बिन्द, राकेश यादव, शशि प्रकाश सिंह उपस्थित थे।
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