प्राइवेट पार्ट की पूजा और धनवर्षा के लिए लड़कियों की सप्लाई करने वाला भी गिरफ्तार, मोबाइल से मिले अश्लील वीडियो
संभल में लड़कियों के प्राइवेट पार्ट की पूजा से धनवर्षा कराने वाले गिरोह का सबसे बड़ा शातिर भी गिरफ्तार कर लिया गया है। एक कॉलेज में प्रोफेसर के पद पर तैनात यह व्यक्ति लड़कियों की सप्लाई करता था। इसके मोबाइल फोन से पुलिस ने कई अश्लील वीडियो बरामद किए हैं।

संभल में धनारी थाना पुलिस ने तंत्र क्रिया के नाम पर लड़कियों की अश्लील वीडियो बनाने वाले गैंग के एक और सदस्य को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया। चौंकाने वाली बात यह है कि गिरफ्तार आरोपी मथुरा स्थित जीएलए यूनिवर्सिटी में लाइब्रेरी और इंफॉर्मेशन साइंस का प्रोफेसर है। पुलिस ने दावा किया कि प्रोफेसर ही लड़कियों की सप्लाई करता था। इसके बाद लड़कियों के प्राइवेट पार्ट की पूजा होती थी और धनवर्षा कराई जाती थी। इस दौरान बनाए गए अश्लील वीडियो बेचे जाते थे। पुलिस को आरोपी के मोबाइल से कई लड़कियों की तस्वीरें, अश्लील वीडियो और धनवर्षा गैंग के कोडवर्ड में की गई बातचीत की चैट मिले हैं। पुलिस की जांच में पता चला कि आरोपी बीते तीन वर्षों से गरीब लड़कियों को इस गिरोह से जोड़ने का काम कर रहा था। पूछताछ के दौरान गिरोह के 4-5 अन्य सदस्यों के नाम भी सामने आए हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें छापेमारी कर रही हैं।
एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने शुक्रवार को गिरफ्तारी की जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी डीएस सिसौदिया उर्फ दशरथ सिंह मथुरा स्थित जीएलए यूनिवर्सिटी में लाइब्रेरी और इंफॉर्मेशन साइंस का प्रोफेसर है। उसे पूछताछ के लिए संभल जिले के धनारी थाने बुलाया था। जांच करने पर पुलिस को प्रोफेसर के मोबाइल से कई लड़कियों की तस्वीरें, वीडियो और गिरोह के कोडवर्ड में हुई चैट मिली हैं। आरोपी बीते तीन वर्षों से गरीब लड़कियों को गिरोह के कारीगरों से मिलवाने और गुरु तक पहुंचाने का धंधा कर रहा था।
इस मामले में 28 मार्च को पुलिस ने इस गिरोह के 14 सदस्यों को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा किया था। पकड़े गए आरोपियों में से डीएन त्रिपाठी के मोबाइल से कई ऑडियो रिकॉर्डिंग बरामद हुई थीं। इसमें लड़की लाकर कारीगर से काम कराने की बातचीत हो रही थी। इस बातचीत में प्रोफेसर दशरथ सिंह भी शामिल था। फिलहाल पुलिस ने आरोपी को जेल भेज दिया है और पूछताछ में सामने आए 4-5 अन्य आरोपियों की तलाश में पुलिस जुटी हुई है।
लड़कियों की लंबाई पांच फीट, प्राइवेट पार्ट के पास तिल
इन लोगों ने लड़कियों की भी कैटेगरी बनाई हुई थी। केवल ऐसी लड़कियों को ही लाने के लिए कहते थे जिसने कभी यौन संबंध न बनाए हों। उनकी लंबाई पांच फीट से ज्यादा हो। प्राइवेट पार्ट पर के पास तिल हो। पुलिस ने जिस प्रोफेसर को शुक्रवार को पकड़ा है वह ऐसी लड़कियों की तलाश करता और गिरोह तक पहुंचाता था। हालांकि पुलिस ने इस बात से इनकार किया कि उसके कॉलेज की किसी लड़की का कभी इस्तेमाल किया गया है।
क्या है पूरा खेल
पिछले दिनों संभल पुलिस ने ऐसे गिरोह का खुलासा किया था जो तंत्र क्रिया के जरिए धनवर्षा का दावा करते थे। गरीब घर की लड़कियों को अपने यहां लाकर उनके प्राइवेट पार्ट की पूजा करते थे। इस दौरान लड़कियों के अश्लील वीडियो बनाए जाते थे। इन वीडियो को पोर्न वेबसाइटों पर बेचा जाता था। पुलिस तब चौंक गई जब इन लोगों के पास से 200 लड़कियों के अश्लील वीडियो बरामद हुए।
ऐसे हुआ गिरोह का खुलासा
राजपाल नामक युवक के अपहरण और तंत्र क्रिया कर उसे मारने के प्रयास की सूचना पिछले दिनों पुलिस को मिली थी। पुलिस को पता चला कि यह गिरोह लोगों को नकदी की बारिश कराने का लालच देते हैं। युवक ने बताया कि गरीब परिवार को यह लोग शिकार बनाते थे। गिरोह के लोग गरीब परिवारों को यह कहकर फंसाते थे कि उनकी लड़की विशेष गुणों वाली है और उसके ऊपर तांत्रिक क्रिया करने से धन की बारिश होगी। इसी के बाद पुलिस फास्ट हुई और गिरोह के 14 लोगों को पकड़ा था। जांच में पता चला कि यह लोग गरीब लड़के-लड़कियों की तस्करी कर यौन शोषण करते थे। इनका नेटर्वक दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब, राजस्थान तक फैला हुआ था।