100 सीटों से शुरू होगा एमबीबीएस और बीएससी-बीएड
Gorakhpur News - एमएमएमयूटी में विद्या परिषद की बैठक में लिए गए कई महत्वपूर्ण निर्णय माइनर कोर्स शुरू

गोरखपुर, निज संवाददाता। मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में एमबीबीएस और बीएससी-बीएड पाठ्यक्रम की शुरुआत 100-100 सीटों पर प्रवेश के साथ होगी। बीडीएस और नर्सिंग पाठ्यक्रम का संचालन भी जल्द शुरू किया जाएगा। नए सत्र में माइनर कोर्स का संचालन भी शुरू हो जाएगा। कुलपति प्रो. जेपी सैनी की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई विद्या परिषद की बैठक में विचार-विमर्श के बाद स्वीकृति प्रदान कर दी गई। इसके अलावा भी कई अहम निर्णय लिए गए। विद्या परिषद ने विश्वविद्यालय में स्कूल ऑफ मेडिकल साइंस एंड टेक्नोलॉजी को मंजूरी प्रदान की। एमबीबीएस का पाठ्यक्रम सत्र 2026-2027 से शुरू करने पर सहमति बनी।
यह भी तय हुआ कि बीडीएस, बीएससी नर्सिंग, बीबीए हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन जैसे पाठ्यक्रमों का संचालन भी किया जाए। इसके लिए नियामक संस्था को आवेदन के निर्धारित मानक पूरे करने के निर्देश दिए गए। विद्या परिषद में चार वर्षीय बीएससी-बीएड पाठ्यक्रम के क्रेडिट स्ट्रक्चर को मंजूर करते हुए यह निर्णय लिया गया कि इसमें प्रवेश एनसीटीई द्वारा आयोजित राष्ट्रीय प्रवेश परीक्षा के माध्यम से दिया जाएगा। बीटेक में माइनर डिग्री को शुरू करने के लिए विभिन्न विभागों की ओर से तैयार किए माइनर डिग्री पाठ्यक्रम को विद्या परिषद ने मंजूरी दी। मैकेनिकल इंजीनियरिंग द्वारा रोबोटिक्स एवं आटोमेशन, एनर्जी एंड एनवायरनमेंट, स्मार्ट मैन्युफैक्चरिंग, कंप्यूटेशनल इंजीनियरिंग, सिविल इंजीनियरिंग विभाग द्वारा जियो टेक्निकल इंजीनियरिंग, एवं जियो स्पेशियल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग द्वारा इंडस्ट्रियल आप्टिमाइजेशन, इलेक्ट्रिक व्हीकल्स, इंडस्ट्रियल आटोमेशन एंड रोबोटिक्स, इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग विभाग द्वारा ड्रोन टेक्नोलाजी, आईओटी एंड आटोमेशन, स्पेस टेक्नोलॉजी, केमिकल इंजीनियरिंग विभाग द्वारा फूड प्रोसेसिंग टेक्नोलॉजी, मैटेरियल इंजीनियरिंग, इंफार्मेशन टेक्नोलॉजी विभाग द्वारा साइबर सिक्योरिटी एंड फारेंसिक, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस एंड डेटा साइंस, कंप्यूटर साइंस विभाग द्वारा कंप्यूटर ग्राफिक्स एवं वर्चुअल रियलिटी, ब्लाकचेन एवं क्रिप्टोग्राफ़ी आदि प्रस्तावित माइनर डिग्री पाठ्यक्रम को मंजूरी मिली। विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को भारत की प्राचीन ज्ञान परंपरा से परिचित कराकर उन्हें भारत की समृद्ध सांस्कृतिक परंपरा से जोड़ने के लिए भारतीय जान प्रणाली अध्ययन विभाग की स्थापना पर भी बैठक में विचार हुआ और सहमति बनी। .. एमटेक इन इंटेलिजेंट एवियानिक्स एंड स्पेस रोबोटिक्स कोर्स खुलेगा नए सत्र से एमटेक इन इंटेलिजेंट एवियानिक्स एंड स्पेस रोबोटिक्स से नया पाठ्यक्रम भी शुरू होगा। इसमें 18 सीटों पर प्रवेश लिया जाएगा। विद्या परिषद ने इसके लिए भी स्वीकृति दे दी। परास्नातक में रेमेडियल/मेकअप क्लासेज की मंजूरी मिली। किसी विषय में फेल हो जाने अथवा परीक्षा में किसी कारण से सम्मिलित नहीं हो पाने पर स्नातक के छात्रों रेमेडियल/मेकअप क्लास की व्यवस्था थी। अब यह व्यवस्था परास्नातक के छात्रों पर भी लागू होगी। स्नातक पाठ्यक्रमों की शुल्क संरचना में फीस वृद्धि न किए जाने का निर्णय लिया गया लेकिन शुल्क के विभिन्न मदों को पुनर्गठित किए जाने पर सहमति बनी। ... इन प्रस्तावों को भी मिली मंजूरी बीफार्म के नवीन अध्यादेश शैक्षणिक सत्र 2025-26 के एकेडमिक कैलेंडर विभिन्न विभागों की शैक्षणिक प्रगति आख्या पीएचडी छात्रों की फेलोशिप में वृद्धि रेगुलेशन फार रिसर्च एंड डेवलेपमेंट नीति ... विद्या परिषद की बैठक में विद्यार्थियों के हित व विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम विस्तार के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं। यह निर्णय विश्वविद्यालय में पाठ्यक्रम संचालन का दायरा बढ़ाएंगे। इससे विश्वविद्यालय का फलक बड़ा होगा। प्रो. जेपी सैनी, कुलपति, एमएमएमयूटी
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